नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने एक बार पुलवामा आतंकी हमले को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं. फारूक ने कहा कि कितने सिपाही हिंदुस्तान के शहीद हुए छत्तीसगढ़ में? क्या कभी मोदी जी वहां गए, उनपर फूल चढ़ाने के लिए? मगर वो 40 लोग सीआरपीएफ के शहीद हो गए, उसका भी मुझे शक है.
फारूक अब्दुल्ला यही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि वो मिसाइल जो उसने सेटैलाइट को मारने के लिए छोड़ा, वो मनमोहन सिंह ने तैयार कराया था. आज इलेक्शन था, दिखाने के लिए हनुमान जी तशरीफ लाए हैं. उसने बटन दबाया. एक बटन गलत दब गया और हेलिकॉप्टर गिर गया, हमारे 6 जवान शहीद हो गए.
#WATCH Farooq Abdullah, NC: Kitne sipahi Hindustan ke shaheed huye Chhattisgarh mein? Kya kabhi Modi ji vahan gaye unpe phool chadhane ke liye?........magar vo 40 log CRPF ke shaheed ho gaye, uska bhi mujhe shak hai. pic.twitter.com/cK3M1u67Nn
— ANI (@ANI) March 30, 2019
कुछ दिन पहले फारूक अब्दुल्ला ने एयर स्ट्राइक को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हमें हमेशा से पता था कि पाकिस्तान के साथ युद्ध के साथ छोटी लड़ाई हो सकती है, लेकिन एयर स्ट्राइक इसलिए हुई क्योंकि चुनाव नजदीक हैं. हमने करोड़ों की लागत का एक एयरक्राफ्ट खो दिया. शुक्र है कि पायलट (विंग कमांडर अभिनंदन) सुरक्षित बच गया और सकुशल स्वदेश लौट आया.'
#WATCH F Abdullah: Vo missile jo usne satellite ko maarne ke liye chhoda, vo Manmohan Singh ne taiyaar karaya tha...Aaj election tha,dikhane ke liye 'hanuman ji tashreef laye hain' usne button dabaya, 1 button galat dab gaya aur helicopter gir gaya, humare 6 jawan shaheed ho gaye pic.twitter.com/5n3WPpNrhl
— ANI (@ANI) March 30, 2019
फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि सभी दल जम्मू-कश्मीर में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने के पक्ष में हैं. लोकसभा चुनाव के लिए माहौल अनुकूल है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए क्यों नहीं? स्थानीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण हुए, यहां पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद है फिर क्यों विधानसभा चुनाव नहीं हो सकते?
बता दें, फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से वह 2014 का चुनाव हार गए थे, लेकिन इसके बाद 2017 में हुए उपचुनाव में वह जीते थे.
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