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कलयुगी मां का रहस्य जान गया मासूम बेटा, तो समलैंगिक पार्टनर संग रची खौफनाक साजिश

मां और उसकी समलैंगिक पार्टनर के खिलाफ आवाज उठाने पर वेस्ट बंगाल के हुगली में चौथी कक्षा के छात्र श्रेयांशु शर्मा की हत्या हुई थी. पुलिस ने इस मर्डर केस में सनसनीखेज खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 10 वर्षीय छात्र की बहुत बेरहमी से हत्या हुई थी. उसका सिर कुचलकर हाथों की नस काट दी गई थी.

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वेस्ट बंगाल के हुगली जिले के कौननगर में हुए हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा...
वेस्ट बंगाल के हुगली जिले के कौननगर में हुए हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा...

वेस्ट बंगाल के हुगली जिले के कौननगर के सबसे बड़े मर्डर मिस्ट्री का पर्दाफाश कर चंदन नगर कमिश्नरेट पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. इसके बारे में डीसीपी श्रीरामपुर अर्णब विश्वास ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में चली जांच के बाद मृतक श्रेयांशु शर्मा की मां और उसकी सहेली को गिरफ्तार किया है. मृतक अपनी मां और उसकी सहेली के समलैंगिक रिश्तों के बारे जान गया था. इसलिए उन्हें डर था कि वो कहीं इसका खुलासा न कर दे. इसलिए मां ने सहेली की मदद से अपने ही बेटे की खौफनाक हत्या कर दी. 

डीसीपी श्रीरामपुर अर्णब विश्वास ने बताया कि मृतक श्रेयांशु शर्मा की मां शांता शर्मा उर्फ गुड्डी और उसकी सहेली इशरत परवीन समलैंगिक हैं. इशरत कोलकाता के वाटगंज इलाके की रहने वाली है. शादी से पहले से दोनों के बीच समलैंगिक रिश्ता था. इसके बारे में उनका मासूम बेटा जान गया था, जिसके बाद से काफी मानसिक तनाव में रह रहा था. इशरत और शांता को इस बात का डर सता जा रहा था कि बच्चा कहीं उन दोनों के मलैंगिक संबंधों के बारे में किसी से बता न दे. वरना समाज में बुराई होने लगेगी.

इसलिए दोनों ने इस बच्चे को अपने रास्ते से हटाने के लिए सोची समझी साजिश के तहत उसका कत्ल कर दिया. जांच अधिकारी के तरफ से यह भी बताया गया कि दोनों महिलाओं के समलैंगिक संबंध की जानकारी उसके पति को भी थी. लेकिन वो लोक लाज के मारे इस बारे में किसी को बताता नहीं था. इस केस को सुलझाने के लिए पुलिस ने साइंटिफिक तरीकों का इस्तेमाल किया. इसके लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली गई. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज और संदिग्धों के मोबाइल टावर लोकेशन को खंगाला गया.

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डीसीपी श्रीरामपुर अर्णब विश्वास, जिनके नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस केस को सुलझाया है.

इसके बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इस घटना को शांता शर्मा की सहेली इशरत परवीन ने अंजाम दिया है. इस कुकृत्य को अंजाम देने में उसकी मां ने भी अपनी सहेली का साथ दिया. बच्चे की हत्या के लिए सबसे पहले भगवान गणेश की मूर्ति से उसके सिर पर गंभीर जख्म दिए गए. जब वो बेहोश होकर गिर पड़ा तो उसके हाथों की नस काट दी. इससे भी दिल नहीं भरा तो उसके शरीर पर चाकू से अनगिनत वार किए. इसके बाद लहुलूहान करके आरोपी मौका-ए-वारदात से फरार हो गई थी.

पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी कैमरे में इशरत परवीन की फुटेज कैद हो गई थी. वारदात वाले दिन दोपहर 2 बजे उसका मोबाइल टावर लोकेशन कोलकाता के वाटगंज में पाया गया. इसके बाद उसने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया. दोबारा करीब 5-6 घंटे बाद शाम को 8 बजे उसका मोबाइल टावर लोकेशन उसी जगह दिखाई दिया. लेकिन इसी बीच चंद मिनट के लिए उसने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑन किया था और अपनी सहेली शांता से फोन पर बात की थी. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.

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