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अरब देशों में दिन में ही छाएगा अंधेरा...100 सालों में पहली बार इतना लंबा सूर्य ग्रहण! भारत में दिखेगा?

2 अक्टूबर 2027 को सदी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है जो अरब के कई देशों में देखा जा सकेगा. सूर्य ग्रहण 6 मिनट से ज्यादा लंबा होगा जो मिस्र, लीबिया और सऊदी अरब जैसे देशों में दिखेगा. भारत में भी सूर्य ग्रहण दिखेगा लेकिन आंशिक रूप सेे.

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2 October 2027 का पूर्ण सूर्यग्रहण अरब दुनिया में साफ-साफ दिखाई देगा (Representational Image: AI)
2 October 2027 का पूर्ण सूर्यग्रहण अरब दुनिया में साफ-साफ दिखाई देगा (Representational Image: AI)

2 अगस्त, 2027 को इस शताब्दी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है जो अरब दुनिया के लिए बेहद खास होने वाला है. 6 मिनट से ज्यादा समय तक लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण अरब दुनिया के अलावा उत्तरी अफ्रीका के देशों में भी दिखेगा. लक्सर (लास वेगास, अमेरिका), जेद्दा (सऊदी अरब) और बेनगाजी (लीबिया) जैसे शहरों में 6 मिनट से ज्यादा समय तक पूर्ण सूर्य ग्रहण रहेगा. अरब दुनिया के लाखों लोगों के लिए पूर्ण सूर्य ग्रहण देखने का यह दुर्लभ अवसर है.

क्या होता है सूर्य ग्रहण जब दिन में ही धरती पर हो जाती है रात?

पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय दिन के समय ही रात हो जाती है क्योंकि धरती को रोशनी देने वाला सूरज पूरी तरह ओझल हो जाता है. सूर्य ग्रहण तब होता है जब धरती और सूरज के बीच चांद आ जाता है. 2 अगस्त 2027 को चांद सूरज के ठीक सामने से गुजरेगा. इस दौरान सूरज चांद से पूरी तरह ढका नजर आएगा और यह पूर्ण सूर्य ग्रहण 6 मिनट से ज्यादा समय तक चलने की उम्मीद है.

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पूर्ण सूर्य ग्रहण का रास्ता उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व के शहरों, कस्बों और ऐतिहासिक स्थलों तक फैला होगा, जिससे लाखों लोग इस दुर्लभ ब्रह्मांडीय घटना का आनंद ले पाएंगे. छह मिनट और 23 सेकंड तक चलने वाला यह ग्रहण 1991 और 2114 के बीच धरती से दिखाई देने वाला सबसे लंबा ग्रहण होगा. इसी कारण इस सूर्य ग्रहण को बेहद ही दुर्लभ माना जा रहा है.

अरब दुनिया के लिए क्यों इतना खास है 2 अगस्त 2027 का सूर्य ग्रहण?

2 अगस्त 2027 का पूर्ण सूर्य ग्रहण पूरी दुनिया और अरब के देशों के लिए कई मामलों में खास है. उस दौरान कई दुर्लभ खगोलीय घटनाएं एक साथ होने वाली हैं. पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय, पृथ्वी सूर्य से सबसे दूर होगी जिस कारण सूर्य आकाश में थोड़ा छोटा दिखाई देगा. वहीं, चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा जिससे वो थोड़ा बड़ा दिखाई देगा.

इसके अलावा, ग्रहण का रास्ता भूमध्य रेखा के पास से गुजरेगा जिस कारण चंद्रमा की छाया पृथ्वी की सतह पर धीमी गति से चलेगी. इससे पूर्ण सूर्य ग्रहण की अवधि असामान्य रूप से लंबी हो जाएगी.

अरब दुनिया के लिए यह पूर्ण सूर्य ग्रहण इसलिए भी खास है क्योंकि अधिकांश पूर्ण ग्रहण दूरस्थ या समुद्री इलाकों में होते हैं जिसे देख पाना यहां के लोगों के लिए मुश्किल होता है. लेकिन 2027 का ग्रहण अरब दुनिया से होकर गुजरेगा जिससे वहां के लोग इसे अच्छी तरह से देख पाएंगे.

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कहां-कहां दिखेगा पूर्ण सूर्य ग्रहण?

-उत्तरी मोरक्को और अल्जीरिया.

-दक्षिणी ट्यूनीशिया और उत्तर-पूर्व लीबिया.

-मध्य और ऊपरी मिस्र (लक्सर में भी).

-दक्षिण-पश्चिम सऊदी अरब और यमन के कुछ हिस्से.

इन अरब देशों के लिए होगा एक सदी में पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण

मिस्र, लीबिया और सऊदी अरब में एक सदी यानी 100 सालों में यह पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले इन देशों के लोगों को पूर्ण सूर्य ग्रहण देखने के लिए पहले दूसरे स्थानों की यात्रा करनी पड़ती थी लेकिन 2027 में वो बिना कहीं गए पूर्ण सूर्य ग्रहण देख पाएंगे.

मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सबसे साफ आसमान पूर्वी लीबिया और पश्चिमी मिस्र में इलाके में होगा. वहीं, सऊदी अरब और यमन के मौसम को लेकर पूर्वानुमान लगाना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि वहां मौसम आश्चर्यजनक रूप से बदलता रहता है. यहां के तटीय और पहाड़ी इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं जिससे ग्रहण अस्पष्ट हो सकता है.

क्या भारत में दिखेगा 2 अक्टूबर 2027 का पूर्ण सूर्य ग्रहण?

दो साल से अधिक समय बाद होने वाली इस खगोलीय घटना का आनंद दुर्भाग्य से भारत में नहीं लिया जा सकेगा. भारत में पूर्ण सूर्य ग्रहण तो नहीं दिखेगा हालांकि, देश के कुछ शहरों में आंशिक सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा. दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखेगा. सूर्य ग्रहण शाम 4:30 बजे के आसपास देखा जा सकेगा. 

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