रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya), बिहार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) और राबड़ी यादव (Rabri Devi) की बेटी हैं. उनके पिता राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और भारत के पूर्व रेल मंत्री हैं. रोहिणी अपने दोनों भाइयों, तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav, Deputy CM Bihar) से बड़ी हैं. उनकी छह बहनें हैं (Rohini Acharya Family).
लालू प्रसाद यादव को किडनी, शुगर और हार्ट समेत कई बीमारियां हैं और उनका इलाज नई दिल्ली एमएस अस्पताल में चल रहा है. लालू याद के किडनी को ट्रांसप्लांट होना है. उनकी बेटी रोहिणी ने अपनी किडनी उनको दी है (Rohini Acharya Donated Kidney to Lalu Yadav). एम्स के डॉक्टरों से सलाह के बाद ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर ले जाया गया था (Lalu Yadav Kidney Transplant).
रोहिणी आचार्य का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ था. उनका पालन पोषण पटना में ही हुआ है (Rohini Acharya Born). रोहिणी ने शुरुआती शिक्षा भी पटना से ही हासिल की है. वह एक डॉक्टर हैं और सिंगापुर में रहती हैं (Rohini Acharya Education).
उनकी शादी शमशेर सिंह से हुई है, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और लंबे समय तक संयुक्त राज्य में रहते थे, लेकिन कुछ समय बाद वे सिंगापुर चले गए (Rohini Acharya Husband).
बिहार चुनाव में आरजेडी की हार की समीक्षा शुरू हो चुकी है. तेजस्वी यादव खुद भी समीक्षा कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. हारे हुए उम्मीदवारों के फीडबैक के आधार पर हार के लिए जिम्मेदार नेताओं की भूमिका समझने के प्रयास चल रहे हैं - और पार्टी विरोधी काम का पता चलने पर सख्त एक्शन भी हो सकता है.
बिहार विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी का सरकारी आवास बदलने जाने पर उनकी बेटी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि घर से निकालना आसान है, लेकिन जनता के दिल से निकालेंगे.
जब बेटी जन्म लेती है तो कहा जाता है 'लक्ष्मी' आई है. लक्ष्मी का काम होता है देते रहना. मांगना नहीं. मानो रोहिणी आचार्य ने 'मांगकर' भारी भूल की है. उन्होंने बिहार चुनाव में राजद की हार पर अपने भाई से जवाब मांगा था. वे लालू परिवार की 'लक्ष्मी' थीं. उन्हें चुपचाप सर्वस्व देते रहना था. जैसे किडनी दी. अब जिसे वह विसंगति कह रही हैं, दरअसल वही समाज की हकीकत है. बदसूरत हकीकत.
प्रशांत किशोर लगता है तेजस्वी यादव को बिहार में नई सरकार बन जाने के बाद भी चैन की सांस नहीं लेने देना चाहते हैं. जन सुराज अभियान में तेजस्वी यादव शुरू से ही निशाने पर रहे, और आरजेडी के भारी चुनावी नुकसान के बाद भी वो विपक्ष की राजनीति में तेजस्वी यादव को चैलेंज करने की तैयारी कर रहे हैं.
JDU नेता राजीव रंजन ने लालू परिवार के विवाद पर बात की है. उन्होनें कहा कि तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता उनके परिवार के अंदर भी पूरी तरह से स्वीकार नहीं की जा रही है. रोहिणी आचार्य ने उन्हें समर्थन दिया है, लेकिन तेज प्रताप लगातार उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं.'
लालू यादव के परिवार में गृहयुद्ध छिड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि भाई तेजस्वी यादव से नाराज होकर लालू यादव की सभी बेटियां मायका छोड़कर अपने अपने घर चली गई हैं. और सबसे ज्यादा नाराजगी का इजहार रोहिणी आचार्य ने किया है. जो लगातार तेजस्वी यादव और उनके समर्थकों पर हमलावर हैं. आज रोहिणी आचार्य का नया ऑडियो सामने आया है. जिसमें उन्होंने तेजस्वी यादव के एक समर्थक की बुरी क्लास लगाई है.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य के आरोपों के बाद तेज प्रताप यादव ने खुलकर उनका समर्थन किया और तेजस्वी यादव व संजय यादव पर गंभीर सवाल उठाए. रोहिणी ने कथित गालियों और किडनी दान के बदले सौदेबाजी जैसे आरोप लगाए थे.
Lalu Prasad Yadav Family Feud: लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी को जहां बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है, तो वहीं इसके बाद उनके परिवार में बड़ा कलह शुरू हो गया है. बेटी रोहिणी आचार्य ने भाई तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
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रोहिणी आचार्य ने किडनी दान को लेकर X पर तीखा बयान दिया और इशारों में तेजस्वी यादव व संजय यादव पर निशाना साधा. एक पत्रकार को कॉल कर उन्होंने पूछा कि किडनी देने पर सवाल क्यों उठाए गए. रोहिणी ने कहा कि जो लोग लालू यादव के नाम पर हमदर्दी दिखाते हैं, वे जरूरतमंदों को किडनी दान कर उदाहरण पेश करें. उन्होंने आलोचकों को खुली बहस की चुनौती भी दी और ट्रोलर्स पर भी तंज कसा.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में तगड़ी हलचल मची है. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अचानक राजनीति से सन्यास लेने और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा की है. इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में तहलका मचा दिया है. रोहिणी आचार्य का यह कदम राजनैतिक विवादों और लालू परिवार के अंदर चल रहे संकट को दर्शाता है.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव के परिवार में हलचल है. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अचानक राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है और उन्होंने लालू परिवार से अपना नाता तोड़ने का ऐलान किया है. इस कदम ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा बढ़ा दी है.
लालू यादव के हस्तक्षेप के बाद तेजस्वी यादव को फिर से आरजेडी विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. और, ये आरजेडी में लालू यादव की राजनीतिक विरासत को फिर से मंजूरी दिए जाने जैसा ही है - और हां, घर का झगड़ा खत्म कराने के लिए अब लालू यादव ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. लेकिन, इससे किस पर कितना फर्क पड़ेगा?
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने 2022 में पिता को किडनी डोनेट की थी. इस बात को ध्यान में रखते हुए ये सवाल मन में जरूर उठता है कि आखिर एक किडनी में जिंदगी कैसी होती है, क्या लंबे समय के जोखिम होते हैं, और किडनी दान करने के बाद महिलाओं की प्रेग्नेंसी पर कैसा असर पड़ता है.
लालू यादव के परिवार और RJD में खिंची तनाव की रेखाएं अब खुलकर सामने आ चुकी हैं. रोहिणी आचार्य ने राजनीति और परिवार छोड़ने का ऐलान कर दिया है, जबकि तेज प्रताप यादव खुलेआम "जयचंदों" पर हमला कर रहे हैं. इस पूरे विवाद के केंद्र में संजय यादव की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं, जिससे RJD में बड़ी उथल-पुथल दिख रही है.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव परिवार में बड़ी हलचल मची है. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अचानक राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान किया है और लालू परिवार से अपने संबंध तोड़ने की बात कही है. यह कदम राजनीतिक जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बीच रोहिणी आचार्य ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उन्हें गालियां दीं गई, यहां तक की मारने के लिए चप्पल तक उठाई गई.
रोहिणी आचार्य के परिवार में बढ़ते कलह पर उद्धव गुट के नेता सचिन अहिर ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.उन्होनें कहा कि 'केंद्र सरकार परिवारों में झगड़ा और फूट डाल कर अपनी सत्ता मजबूत करने की रणनीति अपना रही है जो केवल बिहार तक सीमित नहीं है बल्कि महाराष्ट्र, हरियाणा और अन्य राज्यों में भी यह देखा गया है.'
बिहार चुनाव में हार के बाद लालू परिवार में अंदरूनी कलह सामने आई है. लालू यादव और राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने हार के लिए भाई तेजस्वी यादव, उनके सलाहकार संजय यादव व रमीज नेमत को जिम्मेदार ठहराया है और इन पर अपने साथ बदसलूकी का आरोप लगाया है. रमीज नेमत पर यूपी में हत्या समेत कई गंभीर आरोपों में 11 मुकदमे दर्ज हैं.
बिहार चुनाव नतीजों के बाद लालू यादव के परिवार में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. रोहिणी आचार्य के रमीज नेमत पर लगाए गए आरोपों के बीच अब यूपी के बलरामपुर जिले के तुलसीपुर चेयरमैन अफरोज आलम का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने रमीज को अपराधी बताते हुए अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया है.
रमीज नेमत पर तुलसीपुर (बलरामपुर) और कोखराज (कौशांबी) थाने में हत्या, गैंगस्टर एक्ट सहित 12 मामले दर्ज हैं. 2021 के बलरामपुर बवाल में भी उसका नाम सामने आया था. समाजवादी पार्टी में अपने ससुर के प्रभाव का इस्तेमाल कर वह यूपी की राजनीति में जगह बनाने की कोशिश में है.
बिहार चुनाव नतीजों के बाद RJD प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से संबंध खत्म करने की घोषणा कर दी है. उन्होंने तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव और रमीज पर दबाव बनाने का आरोप लगाया. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा, "मेरा कोई परिवार नहीं, जिम्मेदारी नहीं लेनी है, सवाल पूछोगे तो गाली दी जाएगी."