रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) भारत की प्रमुख घरेलू फर्स्ट क्लास क्रिकेट प्रतियोगिता है. इसकी स्थापना 1934 में हुई थी. इसका नाम प्रसिद्ध क्रिकेटर कुमार श्री रणजीतसिंह के नाम पर रखा गया है. यह प्रतियोगिता भारतीय राज्यों और कुछ क्षेत्रीय टीमों के बीच खेली जाती है और इसका आयोजन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा किया जाता है
रणजी ट्रॉफी की शिरुआत साल 1934-35 सीजन से हुई थी. इसके अंतर्गत चार दिवसीय और पांच दिवसीय मैच खेले जाते हैं. रणजी खेलने वाले टीमों में सबसे सफल टीम मुंबई रही है. इसने 41 बार खिताब जीता है.
रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेटरों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयन होने से पहले खुद को साबित करने का सबसे बड़ा मंच है. सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे कई दिग्गज क्रिकेटरों ने इस टूर्नामेंट के जरिए अपनी प्रतिभा दिखाई है.
Cricket out types: मणिपुर के लामाबम सिंह रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग मैच में मेघालय के खिलाफ सूरत में क्रिकेट के सबसे दुर्लभ आउट में से एक का शिकार हुए. दरअसल, उन्होंने गेंद को दो बार मारा, जिस वजह से वह पवेलियन लौट गए. उनके इस तरह से आउट होने के बाद यह जानना जरूरी है कि आखिर क्रिकेट में कोई खिलाड़ी कितनी बार आउट होता है.
Hit the ball twice OUT: क्रिकेट में कई बार खिलाड़ी दुर्लभ तरीके से आउट हो जाते हैं. मणिपुर के खिलाड़ी को गेंद को दो बार मारने के लिए आउट दिया गया. रणजी ट्रॉफी में इस दुर्लभ तरीके से आउट होने की पिछली घटना 2005-06 में हुई थी.
रणजी ट्रॉफी में पिछले कुछ सीजन से बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है. कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स बन चुके हैं, जिसे तोड़ पाना काफी मुश्किल है. आकाश चौधरी, तन्मय अग्रवाल जैसे बल्लेबाजों ने बल्ले से तूफानी प्रदर्शन कर सुर्खियां बटोरीं.
रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-डी मुकाबले में जम्मू-कश्मीर ने दिल्ली को 7 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया. यह उनकी दिल्ली पर पहली जीत है. औक़िब नबी और वंशज शर्मा की घातक गेंदबाज़ी तथा कमरान इकबाल के नाबाद 133 रनों ने जीत सुनिश्चित की. कप्तान पारस डोगरा और अब्दुल समद की पहली पारी की साझेदारी ने मैच की नींव रखी.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड अब आकाश कुमार चौधरी के नाम दर्ज हो गया है. रणजी ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ आकाश ने बल्ले से तबाही मचा दी.
अनुभवी बल्लेबाज करुण नायर रणजी ट्रॉफी 2025-26 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्नाटक की ओर से खेल रहे करुण ने अब केरल के खिलाफ शतक जड़ दिया है.
करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी में लगातार दूसरा शतक जड़ा है. ये वही करुण नायर हैं, जो इंग्लैंड दौरे पर अपनी कमबैक सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए थे और उन्हें टीम से एक बार फिर ड्रॉप कर दिया गया था.
बंगाल क्रिकेट टीम के कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मोहम्मद शमी का समर्थन किया है. वहीं उनकी गेंदबाजी को लक्ष्मी ने 'सेल्फमेड सर्टिफिकेट' बताया. शमी ने हाल में खेले गए दो रणजी मुकाबलों में कुल 15 विकेट हासिल किए.
मोहम्मद शमी और अजीत अगरकर के बीच फिटनेस और चयन को लेकर चला विवाद अब खत्म होता दिख रहा है. बीसीसीआई ने आरपी सिंह को बीच में भेजकर मामला सुलझाया, जिसके बाद शमी ने मीडिया से बात करते हुए किसी विवाद से दूरी बनाए रखी.
मोहम्मद शमी ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं को जवाब दिया है. उन्होंने दो मैचों में 15 विकेट झटके हैं, जिससे उनकी दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज़ में वापसी की संभावनाएं बढ़ गई हैं. 14 नवंबर से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है.
Mohammed Shami ने रणजी ट्रॉफी में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए बंगाल बनाम गुजरात मैच में 8 विकेट झटके. दो मैचों में कुल 15 विकेट लेकर उन्होंने चयनकर्ताओं को जवाब दिया है. अब उनकी IND vs SA Test Series में वापसी लगभग तय मानी जा रही है.
रणजी ट्रॉफी 2025-26 में पृथ्वी शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ सिर्फ 141 गेंदों में दोहरा शतक जड़कर धमाकेदार वापसी की. 29 चौके और 5 छक्कों से सजी इस पारी ने ‘सहवाग टच’ की याद दिलाई. क्या यह पारी टीम इंडिया में उनकी वापसी का रास्ता खोलेगी?
रणजी ट्रॉफी 2025-26 में महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ सिर्फ 156 गेंदों में 222 रनों की धमाकेदार पारी खेली. उन्होंने 29 चौके और 5 छक्के जड़े और टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक लगाया.
करुण नायर ने इंग्लैंड दौरे पर चार टेस्ट मैचों में भाग लिया था, जिसमें उन्होंने 25.62 की औसत से 205 रन बनाए थे. करुण के पास भारतीय टेस्ट टीम में नंबर-3 पोजीशन कब्जाने का मौका था, लेकिन वो उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके.
मोहम्मद शमी ने तीनों फॉर्मेट को मिलाकर भारतीय टीम के लिए 197 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 462 झटके. शमी ने चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी.
आयुष दोसेजा दिल्ली की टीम के लिए नई उम्मीद बनकर उभरे हैं. आयुष ने अपने फर्स्ट क्लास डेब्यू पर कमाल की पारी खेली. आयुष की तरह गोवा के बल्लेबाज अभिनव तेजराणा भी फर्स्ट क्लास डेब्यू पर डबल सेंचुरी जड़ने में कामयाब रहे.
ईशान किशन ने रणजी ट्रॉफी 2025 से 26 में अपने पहले ही मुकाबले में गदर काटा है.झारखंड की कप्तानी कर रहे ईशान किशन ने तमिलनाडु के खिलाफ मुकाबले के दौरान पहली पारी में 173 रन बनाए.
29 साल के इरफान उमैर के लिए रांची से मुंबई तक का सफर आसान नहीं रहा है. उमैर ने फर्स्ट क्लास डेब्यू से पहले काफी मुश्किलों का सामना किया है. इरफान उमैर इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग के जरिए सुर्खियों में आए थे.
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे सबसे ज्यादा रन और शतक वसीम जाफर ने बनाए हैं. पारस डोगरा उनसे ज्यादा पीछे नहीं हैं. डोगरा ने मुंबई के खिलाफ मुकाबले में कप्तानी पारी खेली है.
BCCI से हुई बड़ी गलती! रणजी ट्रॉफी में सरफराज-मुशीर खान के नामों में हुआ गड़बड़झाला, मुंबई बनाम जम्मू-कश्मीर मैच में स्कोरकार्ड में हुई गलती से मचा बवाल, बाद में BCCI ने अपनी गलती सुधारी.
सरफराज खान के पिता नौशाद खान ने अपने बेटे से प्रेरित होकर छह महीनों में 38 किलो वजन घटाया. सरफराज ने इंग्लैंड दौरे से पहले फिटनेस पर ध्यान देते हुए डेढ़ महीने में 10 किलो वजन घटाया था. दोनों ने मिलकर अपने खानपान की आदतें बदलीं, रोटी-चावल, चीनी और मैदे से परहेज करते हुए हेल्दी डाइट अपनाई.