पी चिदंबरम, राजनेता
पलानीअप्पन चिदंबरम (Palaniappan Chidambaram) एक भारतीय राजनेता और पूर्व वकील हैं, जो राज्यसभा के सांसद के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने 2017-18 में गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है. चिदंबरम चार बार केंद्रीय वित्त मंत्री रह चुके हैं (Four-time Finance Minister P Chidambaram). वे 2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान 2004 से 2008 तक, और इसके बाद 2012 से 2014 तक वित्त मंत्री रहे, वहीं 2008 से 2012 तक गृह मंत्री भी रहे हैं (P Chidambaram Ministries).
चिदंबरम का जन्म 16 सितंबर 1945 को शिवगंगा जिले के कंदनूर में एल. पलानीअप्पा चेट्टियार और लक्ष्मी अची के घर हुआ था (P Chidambaram Age and Family). चिदंबरम ने अपनी स्कूली शिक्षा मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज हायर सेकेंडरी स्कूल, चेन्नई से प्राप्त की. उन्होंने प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई से सांख्यिकी में बीएससी की डिग्री ली. इसके बाद, मद्रास लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक और 1968 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई पूरी की (P Chidambaram Education). चिदंबरम की शादी नलिनी चिदंबरम (P Chidambaram Wife) से हुई है और उनका एक बेटा है, कार्ति पी. चिदंबरम (P Chidambaram Son Karti).
चिदंबरम 1984 में हुए आम चुनावों में तमिलनाडु के शिवगंगा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे. उन्हें 1985 में उप मंत्री के रूप में प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार में शामिल किया गया था. 1991 में, तत्कालीन प्रधान मंत्री पी वी नरसिम्हा राव ने चिदंबरम को वाणिज्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शामिल किया था.
1996 में, चिदंबरम ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस पार्टी की तमिलनाडु राज्य इकाई के एक टूटे हुए गुट, तमिल मनीला कांग्रेस (Tamil Maanila Congress) में शामिल हो गए. उन्होंने 2001 में टीएमसी छोड़कर कांग्रेस जननायक पेरवई पार्टी बनाई. 2004 के चुनावों से ठीक पहले, उन्होंने अपनी पार्टी को कांग्रेस पार्टी में विलय कर दिया (P Chidambaram Political Career).
पी चिदंबरम का राजनैतिक करियर विवादों से भरा रहा है. उनपर, वित्त मंत्री रहते हुए, एयरसेल-मैक्सिस मामले में, अपने बेटे कार्ति चिदंबरम की कंपनी को गलत तरीके से एयरसेल कंपनी के 5 प्रतिशत शेयर दिलाने के गंभीर आरोप लगे हैं. उनपर आरोप है कि उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम मामले में अपने पद का गलत फायदा उठाकर अपने बेटे को सीधा लाभ पहुंचाया. इस मामले में 2019 में सीबीआई ने चिदंबरम को गिरफ्तार किया था और अदालत ने उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल भेजा था (P Chidambaram Controversies).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @PChidambaram_IN है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के घरेलू आतंकवादियों के समर्थन वाले बयान पर तीखा हमला किया है. उन्होंने चिदंबरम पर आतंकवादियों के पक्ष में बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये तुष्टिकरण की राजनीति का नतीजा है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने भी चिदंबरम पर आतंकवाद को राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाया.
दिल्ली ब्लास्ट के बाद आतंकवाद की जड़ों पर पी. चिदंबरम के सवाल का जम्मू-कश्मीर के एक पुलिस अफसर ने पेशेवर जवाब दिया है. पुलिस अफसर के मुताबिकस, आतंकवाद अन्याय का नतीजा नहीं, धार्मिक कट्टरता को पीड़ित मानसिकता समझने की गलती है.
केंद्र सरकार ने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी घटना माना है. सरकार का कहना है कि यह घटना जघन्य अपराध है. इस बीच पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि आतंकवादी दो तरह के होते हैं.
लाल किले के पास हुए आतंकी हमले को लेकर पूर्व होम मिनिस्टर और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने एक बार फिर डोमेस्टिक टेररिज्म का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा है कि भारत को दो तरह के आतंकियों का सामना करना पड़ रहा है. एक जो विदेश से Trained होकर आते हैं और दूसरे जो देश के भीतर ही पनप रहे हैं.
बेंगलुरु की सड़कों की खराब हालत को लेकर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और बायोकॉन चेयरपर्सन किरण मजूमदार के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. चिदंबरम ने मजूमदार-शॉ के कथित प्रस्ताव को "बेहतरीन पेशकश" बताते हुए कहा कि समस्या धन की नहीं, बल्कि निष्पादन की है.
2014 के बाद से कई मौके आए जब सीनियर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने अपने बयानों से पार्टी को मुश्किल में डाल दिया. हर बार पार्टी को इन बयानों से पीछा छुड़ाना पड़ा है और कांग्रेस ने इसे उनका निजी बयान बताया है.
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, 'हम 117 विधानसभा सीटों की तैयारी कर रहे हैं. बीजेपी पंजाब में किसी समझौते के बिना, अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.बिट्टू ने कहा कि अगर अकाली दल से गठबंधन कर लिया तो फिर हम लोगों के सामने कौन-सा मुंह लेकर जाएंगे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस सैन्य कार्रवाई को एक 'गलत तरीका' करार दिया, जिसकी कीमत तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. चिदंबरम ने दावा किया कि 'यह फैसला अकेले इंदिरा गांधी का नहीं था, बल्कि सेना, पुलिस, खुफिया विभाग और सिविल सर्विस का मिला-जुला फैसला था'.
पी. चिदंबरम ने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार का तरीका गलत था और इसकी कीमत इंदिरा गांधी ने अपनी जान देकर चुकाई. इसके बाद बीजेपी ने उन पर हमला किया. दूसरी ओर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने चिदंबरम की आलोचना की.
पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार पर कहा तरीका गलत था, बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने प्रतिक्रिया दी; राजनीतिक हलचल तेज.
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के ऑपरेशन ब्लू स्टार पर दिए बयान से सियासत गरमा गई है, वहीं दुर्गापुर और लखनऊ में गैंगरेप की घटनाओं ने महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. चिदंबरम ने खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव में कहा, 'ऑपरेशन ब्लू स्टार एक गलती थी और श्रीमती गांधी (तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी) ने उस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई.'
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि स्वर्ण मंदिर को वापस पाने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत तरीका था. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई
पी. चिदंबरम ने कहा कि 1984 में स्वर्ण मंदिर में उग्रवादियों को हटाने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत तरीका था. उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई. चिदंबरम ने कहा कि यह फैसला अकेले इंदिरा गांधी का नहीं था, बल्कि सेना, पुलिस और अन्य विभागों का संयुक्त फैसला था.
ऑपरेशन ब्लू स्टार पर चिदंबरम के बयान के बाद SGPC ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि चिदंबरम ने सही कहा कि ऑपरेशन गलत था, लेकिन झूठ बोला कि यह साझा फैसला था. SGPC का दावा है कि यह पूरी तरह इंदिरा गांधी का निजी निर्णय था.
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के भारत दौरे के दौरान उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को शामिल न किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर इस फैसले की कड़ी निंदा की गई और इसे पत्रकारिता की मूल भावना के खिलाफ बताया गया.
बुधवार को नवी मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कहा कि एक “वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री” ने हाल ही में यह कहा कि 26/11 हमलों के बाद भारतीय सेना पाकिस्तान पर कार्रवाई के लिए तैयार थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने किसी दूसरे देश के दबाव में वह हमला रोक दिया.'
मुंबई के 26/11 आतंकी हमले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के हालिया बयान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है. अब कांग्रेस के अंदरखाने ही सवाल उठाए जा रहे हैं कि इतने साल बाद चिदंबरम ने यह दावा क्यों किया.
साल 2008 में हुए मुंबई हमलों के वक्त कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे. उन्होंने खुलासा किया कि तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस उनसे और प्रधानमंत्री से मिलने भारत आई थीं और उनसे स्थिति पर कोई प्रतिक्रिया न देने का अनुरोध किया था.
पी चिदंबरम ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित जीएसटी सुधारों का स्वागत किया लेकिन कहा कि यह पर्याप्त नहीं हैं. उन्होंने जीएसटी कानूनों को डरावना और जटिल बताया. इसके साथ ही अनुपालन को सरल बनाने की मांग की. चिदंबरम ने कहा कि छोटे व्यापारियों को जेल भेजना समाधान नहीं है.
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि चुनाव आयोग कोई अदालत नहीं बल्कि एक प्रशासनिक निकाय है, जिसकी जिम्मेदारी देश भर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की है.
चुनाव आयोग ने पी. चिदंबरम के उन आरोपों को खारिज किया है जिनमें उन्होंने बिहार की SIR प्रक्रिया को तमिलनाडु से जोड़ा था और 6.5 लाख वोटरों के जोड़े जाने का दावा किया था. EC ने इन बयानों को झूठा और भ्रामक बताया है और कहा कि तमिलनाडु में SIR अभी शुरू ही नहीं हुई है.