नैनीताल
नैनीताल (Nainital) भारत के राज्य उत्तराखंड का एक जिला है. कुमाऊं मंडल और जिले का मुख्यालय नैनीताल शहर में है. उत्तराखंड की न्यायिक राजधानी भी नैनीताल है. इस जिले का क्षेत्रफल 4,251 वर्ग किलोमीटर है (Nainital Geographical Area).
इस जिले में नैनीताल के अलावा गढ़वाल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का आंशिक हिस्सा (Lok Sabha constituency) और छह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Nainital Assembly Constituency).
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक नैनीताल की जनसंख्या (Population) 9 लाख से ज्यादा है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 225 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 934 है. इसकी 83.88 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 90.07 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 77.29 फीसदी है (Nainital literacy).
कुमाऊं क्षेत्र में नैनीताल का... और पढ़ें
भारत में भूस्खलन आपदा प्रबंधन की शुरुआत पहली बार नैनीताल में शुरू हुई थी. ये बात है 18 सितंबर 1880 की, जब खतरनाक बारिश के बाद भयानक भूस्खलन हुआ था. इस हादसे में 151 लोगों की मौत हो गई थी. 16 से 18 सिंतबर के बीच 40 घंटे में करीब 838 मिलिमीटर बारिश हुई थी. तब अंग्रेजों ने नैनीताल में शुरू किया था भूस्खलन आपदा प्रबंधन का काम.
Sudhir Chaudhary New Show: जब भी आप किसी ठंडी जगह पर छुट्टियां मनाने की प्लानिंग करते हैं तो उनमें से एक नाम नैनीताल का भी होता है. आपमें से जो लोग नैनीताल जा चुके हैं या फिर जो लोग नैनीताल जाने का प्लान बना रहे हैं उनके लिए एक बुरी खबर है. अब नैनीताल की खबसूरती ही उसकी दुश्मन बन गई है. सीधे-सीधे शब्दों में कहें तो नैनीताल खतरे में है. एक स्टडी के मुताबिक, नैनीताल के पहाड़ों पर मिट्टी और मलबा 5 मिलीमीटर से लेकर 20 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की दर से सरकते हुए शहर के नजदीक आ रहा है, जिसकी वजह से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं. भूगर्भ वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर भूस्खलन की घटनाओं को रोकने के प्रयास में तेजी नहीं आई तो इस खूबसूरत शहर को बचा पाना मुश्किल होगा. वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर नैनीताल की पहाड़ियों पर किसी दिन कोई बड़ा भूस्खलन हुआ और उसका मलबा नैनी झील में गिरा तो झील का पानी, शहर में सुनामी की तरह प्रवेश कर जाएगा. देखें ये रिपोर्ट.
Uttarakhand News: उत्तराखंड के नैनीताल स्थित गोविंद बल्लभ पंत चिड़ियाघर में मौजूद चार बाघों में से दो बाघों को गुजरात के जामनगर भेजा गया है. उन्हें गुजरात के जामनगर में बन रहे ग्रींस जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन किंग्डम में रखा जाएगा. रिलायंस इंडस्ट्री की तरफ से बनाए जा रहे इस Zoo को दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर भी कहा जा रहा है.
नैनीताल खतरे में है. पहाड़ियां दरक रही हैं. गिर रही हैं. बड़े चूना पत्थर झील में समा रहे हैं. पहाड़ियों की भार क्षमता खत्म हो चुकी है. पहाड़ तो खत्म होंगे ही, झीलें भी खत्म हो जाएंगी. अगर अभी निर्माण कार्यों को नहीं रोका गया तो नैनीताल को बचाना मुश्किल हो जाएगा.
कांवड सुरक्षा के चलते गाजियाबाद के हर इलाक़े में पुलिस तैनात है. पलवल से कुंडली जाने वाले रास्ते पर लाल रंग की लग्जरी कार आती हुई दिखाई दी, जिसमें हरियाणा का नंबर था और कार में काले शीशे लगे हुए थे. उसे ये आरोपी जबरन नैनीताल ले जा रहे थे. कार में बैठी लड़की ने शोर मचाना शुरू कर दिया.
Rainfall Alert in Uttarakhand: उत्तराखंड के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, उधम सिंह नगर और हरिद्वार समेत कई जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain) की संभावना है. प्रदेश के 9 जिलों में भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
American Mushroom In Nainital: उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नैनीताल के जंगल में अमेरिकी मशरूम मिला है. इसकी पहचान नेचर फोटोग्राफर और पद्मश्री से सम्मानित अनूप शाह ने की है. ये विशेष मशरूम नैनीताल के टिफिन टॉप पर मिला है.
Weather Forecast: पहाड़ी से लेकर कई मैदानी इलाके भारी बारिश का सामने करने पर मजबूर हैं. पहाड़ी इलाकों से लगातार लैंडस्लाइड, पुल टूटने की खबर सामने आ रही है. इस बीच, मौसम विभाग लगातार अलर्ट भी जारी कर रहा है.
उत्तराखंड में ड्रग्स एक बड़ी समस्या बन गया है. कहने को पंजाब इसका सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है, लेकिन इस रेस में अब उत्तराखंड का नैनीताल ज्यादा पीछे नहीं है.
शेरवुड कॉलेज के छात्र शान प्रजापति की 2014 में तबीयत खराब हो गई थी. कॉलेज प्रबंधन ने लापरवाही बरतते हुए कॉलेज के ही डॉक्टर से फोन पर पूछकर दवा दी थी. बाद में तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली ले जाते समय रास्ते में छात्र की मौत हो गई.
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित बाबा नीम करौली के कैंची धाम का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. कहा जाता है कि एप्पल के संस्थापक को प्रसाद स्वरूप कटा हुआ सेव देकर एप्पल के लोगो का आइडिया बाबा ने ही दिया था.
Nainital Accident: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में भीषण रोड एक्सीडेंट हो गया. यहां छह लोगों को ले जा रही एक जीप गहरी खाई में जा गिरी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई. इससे पहले टिहरी जिले में भी एक वाहन खाई में जा गिरा था. इस हादसें में भी पांच लोगों की मौत हो गई थी.
गर्मियों की छुट्टियों में अकसर लोग नैनीताल घूमने के लिए जाते हैं. यूं तो नैनीताल घूमने के लिए काफी अच्छी जगह है लेकिन दिल्ली-नोएडा से पास होने के कारण यहां टूरिस्ट्स काफी भारी संख्या में आते हैं जिस कारण यहां भीड़ काफी ज्यादा हो जाती है. ऐसे में आज हम आपको नैनीताल के आस-पास स्थित कुछ ऑफबीट जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आपको जरूर जाना चाहिए.
बहुत ज़्यादा लोग पहुंचने के कारण मसूरी में भी अब काफी भीड़ होने लगी है. ऐसे में हम आपको मसूरी के आसपास कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप घूमने के लिए जा सकते है. देखें ये वीडियो
रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा गढ़े हुए झूठों का सहारा लिया जा रहा है. हमने कभी भी शुक्रवार की नमाज़ की छुट्टी का कोई आदेश नहीं निकाला और राज्य में भी ऐसा कोई आदेश कभी नहीं निकला है. भाजपा ने इसे झूठ की तरह फैलाया.
Nainital Vidhan Sabha Chunav Results 2022 Updates: नैनीताल जिले की लालकुआं सीट. यहां से उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव लड़े और हार गए.
Uttarakhand Nainital Vidhan Sabha Chunav Results 2022: Uttarakhand की Nainital विधानसभा सीट के लाइव नतीजे यहां आप देख सकते हैं. यहां आपको Nainital सीट के सभी उम्मीदवारों की जानकारी और उनको मिले वोट के लाइव अपडेट्स मिलेंगे.
भारतीय वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि प्लूटो (Pluto) की सतह पर पड़ने वाला वायुमंडलीय दबाव (Atmospheric Pressure) धरती की तुलना में 80 हजार गुना कम है. इस रिसर्च में नैनीताल (Nainital) स्थित देवस्थल ऑब्जरवेटरी (Davsthal Observatory) की मदद ली गई है.
नैनीताल में भारी बर्फबारी की सूचना के बाद बड़ी संख्या में दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम समेत आसपास के क्षेत्रों से पर्यटक नैनीताल पहुंचने लगे हैं. नैनीताल में काफी साल बाद इस समय इतनी बर्फ पड़ी है. निचले हिस्सों में बर्फ बहुत सालों पहले पड़ती थी.
उत्तराखंड का नैनीताल जिला राजनीति के लिहाज से हमेशा से खास रहा है. विधानसभा चुनाव में इस जिले से 6 सीटें निकलती हैं. यहां पर किसान से लेकर महिला वोटर तक, जीत-हार के लिए कई फैक्टर जिम्मेदार रहते हैं.
नैनीताल विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर यशपाल आर्य के पुत्र संजीव आर्य जीते थे. संजीव आर्य अपने पिता के साथ अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.