नैनीताल की ऐतिहासिक लोअर मॉलरोड एक बार फिर भूस्खलन और सड़क धंसाव की चपेट में आ गई है. रविवार शाम एचडीएफसी बैंक के सामने अचानक सड़क पर 50 से 60 फीट लंबी दरारें आ गईं और सड़क का एक हिस्सा करीब एक फीट नीचे धंस गया. घटना के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई और तुरंत यातायात रोकना पड़ा.
प्रशासन ने एहतियातन लोअर मॉलरोड पर यातायात पूरी तरह बंद कर दिया है. अब वाहन ऊपरी मॉलरोड से गुजारे जा रहे हैं. लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सड़क की स्थिरता की जांच शुरू कर दी. अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना ने बताया कि लोअर मॉलरोड को ठीक करने का काम 22 सितंबर से शुरू होना था, लेकिन उससे पहले ही सड़क पर दरारें आ गईं. अब तुरंत मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है.
लोअर मॉलरोड में भूस्खलन और सड़क धंसाव
नैनीताल की मॉलरोड, जो 1846 में अंग्रेजों ने बनाई थी, शहर की पर्यटन और आर्थिक लाइफलाइन है. यह सड़क मल्लीताल और तल्लीताल को जोड़ती है और रोजाना हजारों पर्यटक यहां से गुजरते हैं. लगातार धंसाव से स्थानीय व्यवसाय और पर्यटन दोनों प्रभावित हो रहे हैं.
प्रशासन ने मॉलरोड पर यातायात पूरी तरह बंद किया
डीएम वंदना सिंह ने बताया कि मॉलरोड, हल्द्वानी और भवाली रोड समेत पूरे क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की रिपोर्ट केंद्र को भेज दी गई है. केंद्र की टीम ने हाल ही में निरीक्षण किया और बजट की मांग रखी गई है. स्थानीय लोग स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं और बार-बार की अस्थायी मरम्मत से नाराज हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले समय में यह क्षेत्र बड़े हादसे का शिकार हो सकता है.