कोलकाता
कोलकाता भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की राजधानी है (Kolkata, Capital of West Bengal) जो हुगली नदी (Hooghly River) के पूर्वी तट पर स्थित और पश्चिम में बांग्लादेश के साथ अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है (Location of Kolkata). इस शहर का नाम साल 2001 तक कलकत्ता था, बाद में इसे बदलकर कोलकाता कर दिया गया (Kolkata Renamed).
यह शहर 17वीं शताब्दी के अंत में मुगल आधिपत्य के तहत बंगाल के नवाब द्वारा शासित था. यह 1911 तक भारत में ब्रिटिश नेतृत्व वाले क्षेत्रों की राजधानी था, जिसके बाद राजधानी को नई दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया (Kolkata History).
पूर्वी भारत का प्राथमिक व्यवसाय, वाणिज्यिक और वित्तीय केंद्र होने के नाते, भारत की पूर्व राजधानी कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज (Calcutta Stock Exchange ) जो दक्षिण एशिया में दूसरा सबसे पुराना भारतीय सरकारी स्टॉक एक्सचेंज रहा है, का गढ़ है. यह शहर में उत्तर-पूर्वी भारत के लिए संचार का मुख्य बंदरगाह भी है. यह भारत का सबसे पुराना ऑपरेटिंग पोर्ट है (port of Kolkata).
कोलकाता का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा त्योहार, दुर्गा पूजा है. इस उत्सव में शहर की कलात्मक सजावट और ग्लैमरस समारोहों को दर्शाता है. 'भारत की सांस्कृतिक राजधानी' (the cultural capital of India’) के शीर्षक से सम्मानित इस राजधानी को "उग्र, रचनात्मक ऊर्जा का शहर" भी कहा जाता है. कोलकाता अपनी कलात्मक, साहित्यिक और क्रांतिकारी विरासत के लिए भी जाना जाता है और यहां कई पर्यटन स्थल हैं (Kolkata Tourist Places) कोलकाता की कई प्रमुख इमारतें इंडो-इस्लामिक और इंडो-सरसेनिक आर्किटेक्चरल थीम से अलंकृत हैं. प्रसिद्ध मार्बल पैलेस शहर में निर्मित यूरोपीय हवेली इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है (architectural Building of Kolkata).
प्रमुख स्थानों में विक्टोरिया मेमोरियल एक संग्रहालय है जिसमें शहर के इतिहास को संजोया गया है. इनके अलावा, शहर में देश का प्रमुख सार्वजनिक पुस्तकालय, भारत का राष्ट्रीय पुस्तकालय है (library of Kolkata) जो साइंस सिटी (Science City, largest Science centre in the Indian) भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा विज्ञान केंद्र है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार द्वारा MGNREGA की जगह नई योजना लाने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि राज्य की ग्रामीण रोजगार योजना कर्मश्री का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा. ममता ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करना जरूरी है.
कोलकाता के घुनी स्लम में लगी भीषण आग के बाद BJP और उसके समर्थकों ने पीड़ितों को अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या कहकर उनकी पहचान पर सवाल उठाए. इस त्रासदी का राजनीतिकरण करते हुए पार्टी ने राहत और मदद की बजाय इसे चुनावी हथियार बनाया। AITC के अरूप चक्रवर्ती ने BJP की इस अमानवीय सोच की कड़ी आलोचना की और कहा कि पीड़ितों को रोहिंग्या कहना गलत है.
कोलकाता के निकट न्यू टाउन घुनी में एक बड़े स्लम में आग लगने से भारी तबाही हुई है. इस आगजनी में सौ से अधिक झोपड़ियां राख हो गई हैं. आग इतनी तेजी से फैली कि पूरा क्षेत्र खतरे में आ गया. अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है. दमकल विभाग की 15 गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास कर रही हैं. इस घटना से स्थानीय लोगों में भारी दहशत फैल गई है, और सरकारी एजेंसियां राहत कार्यों में जुटी हैं.
पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत अब तक 58 लाख से ज्यादा नामों को काट दिया आया है, जिनमें डुप्लिकेट, मृतक और स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाता शामिल हैं. वहीं करीब 1.36 करोड़ वोटरों की तकनीकी और मैनुअल जांच जारी है. अब अगले चरण में थ लेवल ऑफिसर्स (BLO) घर-घर जाकर नोटिस देंगे.
13 दिसंबर को साल्ट लेक स्टेडियम में आयोजित इस हाई-प्रोफाइल फुटबॉल इवेंट के दौरान भारी अफरा-तफरी और तोड़फोड़ हुई थी. शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि मेसी इवेंट में टिकट बिक्री में बड़ा घोटाला हुआ और इससे हुई करोड़ों रुपये की कथित कमाई TMC तक पहुंची.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला लेते हुए खुद को सुनवाई से अलग कर लिया है. अब इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की निगरानी कलकत्ता हाईकोर्ट करेगा.
लियोनल मेसी के भारत दौरे के दौरान कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में भारी अव्यवस्था हुई, जहां मेसी केवल 10 मिनट ही रुके. इस घटना के बाद तीन जनहित याचिकाएं कोलकाता हाईकोर्ट में दायर की गईं, जिनमें इवेंट के मिसमैनेजमेंट की जांच, टिकट रिफंड और स्टेडियम की मरम्मत की मांग की गई है.
13 दिसंबर को कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में मेसी के इवेंट में हुई बदइंतजामी को मामला हाइकोर्ट तक पहुंच गया है
कोलकाता के विवेकानंद युवा भारतीय क्रीड़ांगन में मेसी के GOAT इवेंट के दौरान भारी हंगामा हुआ. मेसी स्टेडियम में केवल आठ नौ मिनट ही रहे. VIP सुरक्षा के कारण आम दर्शकों को मेसी को ठीक से देखने का मौका नहीं मिला, जिससे वे नाराज हो गए. प्रदर्शनकारियों ने बोतलें फेंकी, ड्रेसिंग रूम के शीशे तोड़े और वीआईपी कैनोपी को गिरा दिया. इस घटना ने कार्यक्रम को अशांत बना दिया.
13 दिसंबर को कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में लियोनेल मेसी के इंडिया टूर के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली थी..हालात इतने बिगड़ गए कि कुछ दर्शकों ने स्टेडियम की कुर्सियां तोड़ दीं और मैदान में बॉटल तक फेंकने लगे.
कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में लियोनेल मेसी के इंडिया टूर के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली. महंगे टिकट लेकर पहुंचे हजारों फैन्स मेसी की झलक न मिलने से नाराज हो गए और स्टेडियम में हंगामा किया. घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने माफी मांगते हुए जांच के आदेश दिए हैं.
फुटबॉलर मेसी तीन दिन के भारत दौरे पर हैं जहां अलग-अलग कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं. दौरे की शुरुआत कोलकाता से हुई लेकिन यहां का कार्यक्रम हंगामे में बदल गया जिसने सियासत को तेज कर दिया. फैंस के गुस्से ने चुनावी माहौल को प्रभावित किया. ममता बनर्जी ने माफी मांगी और जांच के आदेश दिए.
कोलकाता में मेसी के इवेंट के दौरान फैंस का गुस्सा क्यों बढ़ा इसकी वजह क्या थी? मेसी को देखने के लिए फुटबॉल प्रेमी काफी उत्साहित थे लेकिन खराब मैनेजमेंट और सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. फैंस को मेसी की झलक तक नहीं मिल पाई और उन्होंने स्टेडियम में नारेबाजी की तथा विरोध प्रदर्शन किया.
फुटबॉलर लियोनेल मेसी तीन दिन के लिए भारत के दौरे पर हैं जहां वे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं. इस दौरे की शुरुआत कोलकाता से हुई, परन्तु यह दौरा विवाद में बदल गया. मेसी के फैंस जो काफी उत्साहित थे वे अचानक नाराज हो गए, जिससे सवाल उठे कि ऐसा क्यों हुआ और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है.
कोलकाता में लियोनेल मेसी का बहुप्रतीक्षित GOAT टूर कार्यक्रम केवल 22 मिनट में अव्यवस्था के चलते रद्द करना पड़ा. वीवीआईपी भीड़, खराब भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा चिंताओं के कारण मेसी को तय समय से पहले स्टेडियम छोड़ना पड़ा, जिसके बाद दर्शकों में आक्रोश फैल गया और स्टेडियम में तोड़फोड़ हुई.
फुटबॉलर लियोनेल मेसी के तीन दिन के भारत दौरे की शुरुआत कोलकाता से हुई, लेकिन यह दौरा हंगामे में तब्दील हो गया. कोलकाता में खराब प्रबंधन के कारण फैंस ने हंगामा किया, जिसने पश्चिम बंगाल की सियासत में मुद्दा खड़ा कर दिया. ममता बनर्जी ने माफी मांगी और जाँच समिति गठित की गई. बीजेपी ने इस मामले में टीएमसी को घेरा. देखें विशेष.
फुटबॉलर लियोनेल मेसी इस समय भारत दौरे पर हैं. वह शनिवार तड़के कोलकाता पहुंचे. लेकिन मेसी का छोटा सा दौरा अफरा-तफरी में बदल गया. फैन्स को मेसी की झलक देखने को नहीं मिली, इसके बाद वो बौखला गए. गुस्साए दर्शकों ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया, जिससे हालात बेकाबू हो गए.
कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में शनिवार को हुई अव्यवस्था के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लियोनेल मेसी और उनके फैन्स से माफी मांगी है. दरअसल, प्रीमियम टिकट खरीदकर आए हजारों फैन्स तब नाराज हो गए, जब मेसी महज 10 मिनट से भी कम समय में मैदान छोड़कर चले गए. इससे गुस्साए दर्शकों ने विरोध प्रदर्शन किया, बोतलें फेंकीं और कई होर्डिंग्स को नुकसान पहुंचाया.
शनिवार को मेसी अपने बहुप्रचारित G.O.A.T टूर के तहत स्टेडियम पहुंचे थे. जब यह खबर फैली कि मेसी मैदान पर अधिक देर नहीं रुकेंगे, तो प्रशंसकों में असंतोष तेजी से बढ़ गया. तनाव तब चरम पर पहुंच गया जब विश्व कप विजेता खिलाड़ी 10 मिनट से भी कम समय में मैदान छोड़कर चले गए. इसके बाद दर्शकों के कुछ हिस्सों में विरोध शुरू हो गया.
भारत दौरे पर आए लियोनेल मेसी ने RPSG चेयरमैन संजीव गोयनका के साथ निजी बातचीत की और भारत में फुटबॉल प्रेम की सराहना की. हालांकि दिन के अंत में कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में भीड़ और सुरक्षा कारणों से उनका कार्यक्रम बाधित हो गया. इसके बावजूद, मेसी का GOAT टूर हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली में जारी रहेगा.
लियोनेल मेसी का कोलकाता दौरा फुटबॉल प्रेमियों के लिए बेहद खास और यादगार होना था लेकिन यह कार्यक्रम अव्यवस्था और हंगामे में बदल गया. विवेकानंद युवा भारती स्टेडियम में मेसी को देखने के लिए हजारों फैन्स घंटों पहले ही पहुंच चुके थे. लेकिन जैसे जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ा, स्टेडियम के अंदर हालात नियंत्रण से बाहर हो गए और नाराजगी बढ़ने लगी.