ख्वाजा मोहम्मद आसिफ (Khwaja Asif) पाकिस्तान के रक्षा मंत्री हैं (Pakistan Defense Minister). वे पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) यानी PML-N से जुड़े हुए हैं. वे कई दशकों से पाकिस्तान की राजनीति में सक्रिय हैं और उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों का कार्यभार संभाला है, जिनमें जल और ऊर्जा और विदेश मंत्रालय शामिल हैं.
ख्वाजा आसिफ का जन्म 9 अगस्त 1949 को सियालकोट, पाकिस्तान में हुआ. वे एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की और बाद में लंदन से अर्थशास्त्र की डिग्री ली. अपने शिक्षण जीवन के बाद वे कुछ वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय बैंकों में भी कार्यरत रहे.
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1991 में की जब वे पहली बार नेशनल असेंबली के सदस्य बने. इसके बाद वे कई बार संसद के लिए चुने गए.
अपने लंबे राजनीतिक करियर में ख्वाजा आसिफ कई बार विवादों में भी घिरे. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने जांच भी की. हालांकि, वे इन आरोपों से इनकार करते आए हैं और उन्हें अदालतों से राहत भी मिलती रही.
ख्वाजा आसिफ एक विवाहित व्यक्ति हैं और उनके बच्चे भी राजनीति में सक्रिय हैं. वे पाकिस्तान के उन नेताओं में गिने जाते हैं जो अपनी बेवाक शैली और तीखे भाषणों के लिए जाने जाते हैं.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुलासा किया है कि 2021 में तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद इस्लामाबाद द्वारा अफगान तालिबान से संबंध सुधारने के प्रयास पूरी तरह असफल रहे. उन्होंने बताया कि तालिबान अब पाकिस्तान की बात नहीं मान रहे और कई मामलों में उसकी खिलाफत कर रहे हैं.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने एक टीवी प्रोग्राम में अनर्गल बयानों की भरमार कर दी. उन्होंने कहा कि भारत नहीं चाहता कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान अपने मुद्दों को सुलझाएं. अपनी कमियों के लिए अफगानिस्तान पर भड़ास निकालते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि काबुल आतंकवादियों को अड्डा बन गया है.
PAK रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत फिर बॉर्डर पार स्ट्राइक कर सकता है. अफगानिस्तान, आतंकवाद और सेना प्रमुख के बयान पर भी भड़के.
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान और भारत को खोखली धमकियां दीं हैं. अक्टूबर 2025 में अफगान सीमा पर हवाई हमले और झड़पों से तनाव बढ़ा है. आसिफ ने तालिबान पर भारत का एजेंट होने का आरोप लगाया है. सवाल उठता है: क्या पाक के पास ढाई मोर्चों (भारत, अफगानिस्तान, बलूच विद्रोह) पर युद्ध लड़ने की ताकत है?
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत और अफगानिस्तान, दोनों मोर्चों पर जंग के लिए तैयार है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान खुद गंभीर राजनीतिक और आर्थिक संकट में घिरा हुआ है और अफगानिस्तान के साथ शांति वार्ता विफल हो गई है.
इस्लामाबाद और खैबर पख्तूनख्वा में हुए फिदायीन हमलों के बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को दी बड़ी धमकी. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा– अफगान तालिबान आतंकियों को दे रहा है पनाह, अब पाक आर्मी अफगानिस्तान के अंदर घुसकर जवाबी Action कर सकती है. हमले में 12 की मौत, 30 से ज़्यादा घायल.
तुर्की में आज अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच होने वाली अहम वार्ता दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच हो रही है, जहां पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी है कि बातचीत विफल रही तो नतीजा 'सिर्फ युद्ध' होगा.
पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच संघर्ष 9 अक्टूबर को शुरू हुआ था. पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों पर हमले किए थे. इसके बाद अफगान ने पाकिस्तान को सीमा विवाद और हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया.
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि समझौता केवल शांति, संयम और आपसी सम्मान पर आधारित है और इसके अलावा कोई गोपनीय प्रावधान नहीं हैं. दोनों देश एक-दूसरे की सुरक्षा, नागरिकों और अवसंरचना पर हमलों से परहेज करेंगे और विवादों को संवाद के जरिए हल करेंगे.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सभी अफगान अपने देश लौटें, क्योंकि पाकिस्तान की जमीन 25 करोड़ पाकिस्तानियों की है. अब पुराने रिश्तों का दौर खत्म हो गया है. उन्होंने तालिबान सरकार पर आरोप लगाया कि वह 'भारत के प्रतिनिधि' की तरह काम कर रही है.
तालिबान और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित संघर्षविराम पर खुद पाकिस्तान के भीतर से ही सवाल उठने लगे हैं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस युद्ध विराम को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने भारत का नाम भी घसीटा है.
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, आईएसआई प्रमुख आसिम मलिक और दो जनरलों को वीजा देने से इनकार कर दिया है. काबुल ने यह कदम पाकिस्तान के हालिया हवाई हमलों और वायु क्षेत्र उल्लंघन के विरोध में उठाया. इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अफगान हमेशा भारत के वफादार रहे हैं. उन्होंने अफगानिस्तान को आतंकवाद के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ी चेतावनी दी. ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान का सब्र जवाब दे चुका है और अफगान जमीन से आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव है. इस बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भारत से युद्ध के सपने देख रहे हैं. उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, वास्तविक में भारत से युद्ध की आशंका है और वे इससे इनकार नहीं कर रहे हैं.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि अगर वह आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है तो इस्लामाबाद का नाम दुनिया के नक्शे से मिटा दिया जाएगा. अब बौखलाहट में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 'भारत को उसी के युद्धक विमानों के मलबे के नीचे दफना दिया जाएगा'.
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ISPR ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा था कि भारत के रक्षा मंत्री और सेना के अधिकारियों के गैर-जिम्मेदाराना बयानों ने स्थिति को और बिगाड़ने की कोशिश की है.
पाकिस्तान के इजरायल के प्रति रुख में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है. संयुक्त राष्ट्र के एक सम्मेलन में हाल ही में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ शामिल हुए और उनके साथ इजरायल समर्थक माने जानी वाली शमा जुनैजो बैठी दिखीं. इसे लेकर पाकिस्तानियों में काफी गुस्सा है और शहबाज शरीफ सरकार से सवाल किए जा रहे हैं.
एशिया कप फाइनल में भारत की जीत के बाद आधी रात पीएम मोदी का एक ट्वीट आया और पाकिस्तान को दोहरी चोट लगी. पाकिस्तान एशिया कप में हार की पीड़ा से गुजर ही रहा था, लेकिन तभी पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में इस देश को ऑपरेशन सिंदूर की याद दिला दी.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत के खिलाफ युद्ध होने पर सऊदी अरब पाकिस्तान की रक्षा करेगा. उन्होंने कहा कि ये समझौता रक्षात्मक है और नाटो के अनुच्छेद 5 के समान है. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार सऊदी अरब के उपयोग के लिए उपलब्ध हैं.
पाकिस्तान के खिलाड़ी से लेकर नेता तक दुखी हैं कि एशिया कप में जीत के बाद भारत के खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेटरों से हाथ क्यों नहीं मिलाया. अब पाकिस्तान को 'खेल भावना' याद आ रही है. कुछ पाकिस्तानी नेता मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर को याद कर रहे हैं.
पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से जहां लाखों लोगों की जिंदगी हलकान हुई पड़ी है. वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का एक ऐसा बेतुका बयान सामने आया है, जो मुश्किल में फंसे इन लोगों का मजाक उड़ाने जैसा लगता है.