जेएफ-17 थंडर पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (CAC) ने संयुक्त रूप से निर्माण किया है. यह एक हल्का, सिंगल इंजन, मल्टीपर्पस फाइटर जेट है. इसे पाकिस्तान वायुसेना (PAF) में थर्ड जेनरेशन के A-5C, F-7P/PG, मिराज III और मिराज फाइटर जेट के स्थान पर फोर्थ जेनरेशन के रूप में डिजाइन और विकसित किया गया था.
पाकिस्तान ने साल 2024 में JF-17 Thunder में परमाणु क्रूज मिसाइल Ra'ad को तैनात किया. जिसे वो हत्फ-8 बुलाता है. यह मिसाइल लगाने के बाद पाकिस्तान लंबी दूरी तक परमाणु हमला करने में सक्षम हो गया है. जेएफ-17 का इस्तेमाल कई भूमिकाओं के लिए किया जा सकता है (JF-17 Thunder Fighter Jet Pakistan).
S-400 एक मजबूत क्षेत्रीय ढाल है, जबकि S-500 राष्ट्रीय+स्पेस किला है. जो काम S-400 नहीं कर सकता, वो काम S-500 कर सकता है. दुश्मन की मिसाइल दिखी नहीं कि चार सेकेंड में रिएक्ट करता है. हवा में 200 किलोमीटर ऊपर नष्ट कर सकता है. सैटेलाइट भी उड़ा सकता है.
पाकिस्तान के JF-17 में 5, F-16 में 8+ और मिराज में 10+ हादसे हो चुके हैं. चीन के J-10, J-11, J-15 में 15+ क्रैश, ज्यादातर इंजन फेलियर से हुए हैं. तेजस के सिर्फ 2 हादसे हुए हैं. हर बड़े जेट प्रोग्राम में शुरुआती झटके आते हैं लेकिन एक हादसा तेजस को नहीं रोक सकता, क्योंकि सुधार और भरोसा दोनों मजबूत हैं.
अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई 2025 के भारत-पाकिस्तान संघर्ष (ऑपरेशन सिंदूर) को चीन ने अपने नए हथियारों (HQ-9, PL-15, J-10) का पहला असली युद्ध परीक्षण बनाया. चीनी दूतावासों ने हथियारों की सफलता का प्रचार किया. राफेल जेट को बदनाम करने के लिए फेक सोशल मीडिया कैंपेन चलाया ताकि अपने J-35 जेट बेच सके.
पाक ने अफगानिस्तान पर JF-17 जेट, बुराक ड्रोन, शाहपार II, H-4 बम और AK-47 से हमले किए. तालिबान ने M4 राइफल, RPG-7, PKM गन, DShK और IED से जवाब दिया. पाक की हवाई ताकत मजबूत, तालिबान ग्राउंड फाइट में. तालिबान के पास US हथियार हैं, लेकिन रखरखाव की कमी है.
अमेरिका पाक को AIM-120 AMRAAM मिसाइलें (100 किमी रेंज, F-16 पर) और F-16 अपग्रेड दे रहा. चीन J-10C जेट्स, JF-17, HQ-9 डिफेंस सिस्टम और फ्रिगेट्स. मई टकराव के बाद डील्स तेज. भारत को चुनौती है- हवाई-नौसैनिक खतरा. BVR युद्ध में पाक को फायदा होगा. S-400, राफेल अपग्रेड जरूरी.
ऑपरेशन सिंदूर में पाक को करारा झटका मिला है. एयर चीफ एपी सिंह ने कहा कि हमने 4 रडार, 2 कमांड सेंटर, 2 रनवे, 3 हैंगर, 1 सी-130, 1 एडब्ल्यूएसी, 4-5 एफ-16 नष्ट किए. हवा में 300 किमी दूर 1 एडब्ल्यूएसी और 5 फाइटर (एफ-16/जेएफ-17) गिराए. कुल 9-10 फाइटर खराब किए.
तेजस-Mk1A भारत का 4.5 पीढ़ी का फाइटर जेट अक्टूबर 2025 में डिलीवर होगा. यह पाकिस्तान के JF-17 से रेंज और स्टील्थ में और चीन के J-10C से मैन्यूवरेबिलिटी में बेहतर है. Astra और ASRAAM मिसाइलें इसे खास बनाती हैं.
चीन ने 44 देशों को हथियार और विमान बेचकर वैश्विक हथियार बाजार में अपनी जगह बना ली है. पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार और अफ्रीकी देश इसके सबसे बड़े खरीदार हैं. लेकिन JF-17, K-8W और FM-90 जैसे हथियारों की खराबी ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं. फिर भी, सस्ते दाम, आसान शर्तें और पश्चिमी प्रतिबंधों की वजह से कई देश चीन की ओर देख रहे हैं.
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जिन हथियारों का इस्तेमाल किया है, उनमें DJI मिलिट्री वर्जन ड्रोन, PL-15 AAM मिसाइलें शामिल हैं. इसके अलावा सतह से हवा में मारने वाले HQ-9 एयर डिफेंस का इस्तेमाल किया गया है. पाकिस्तान ने JF-17, F-16 और J-10C फाइटर जेट्स से भी भारत पर हमले की कोशिश की है.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है. इसी बीच, भारत ने पाकिस्तान के उन हथियारों को मार गिराया है, जो उसने चीन से खरीदे थे. इनमें JF-17 और HQ-9 शामिल है.
114 बहुउद्देशीय लड़ाकू विमानों को शामिल करने की योजना से वायु सेना को स्वदेशी लड़ाकू विमानों के साथ-साथ अगले 10 वर्षों तक अपनी स्क्वाड्रन पॉवर को बनाए रखने में मदद मिलेगी.
पाकिस्तान और बांग्लादेश अपनी सेना को ताकतवर बनाने के लिए चीन से फाइटर जेट खरीद रहे हैं. बांग्लादेश भी पाकिस्तान के रास्ते पर चल रहा है. लेकिन सवाल ये है कि क्या ये दोनों देश मिलकर भी भारत के बराबर की ताकत हासिल कर पाएंगे. आइए जानते हैं भारत के सामने इन देशों का दम...
ताइवान पर चीन का संकट मंडरा रहा है. ताइवान को घेरने के लिए चीनी सेना का ऑपरेशन ज्वाइंट स्वॉर्ड 2024बी शुरू हो चुका है. ताइवानी सेना पूरी तरह से युद्ध के लिए तैयार है. इतना ही नहीं ताइवान में वॉर अलर्ट घोषित हो गया है. यानी किसी भी समय जंग हो सकती है. ताइवानी के सपोर्ट में अमेरिका भी है.
चीन तेजी से अपनी वायुसेना को खतरनाक और खूंखार बना रहा है. हर साल 240 कॉम्बैट एयरक्राफ्ट बनाए जा रहे हैं. इसमें 100 J-20 माइटी ड्रैगन, 40 J-10C विगोरस ड्रैगन, 100 से ज्यादा J-16 हिडेन ड्रैगन शामिल हैं. J-11 और J-15 की तो संख्या ही पता नहीं. तीन तो बेहद खतरनाक युद्धक विमान बन रहे हैं... FC-31 Gyrfalcon, J-XD सिक्स्थ जेनरेशन फाइटर और H-20 बॉम्बर. क्या भारतीय वायुसेना इन्हें टक्कर दे पाएगी?
Pakistan ने अपने नए फाइटर जेट JF-17 Thunder में परमाणु क्रूज मिसाइल Ra'ad को तैनात कर दिया है. जिसे वो हत्फ-8 बुलाता है. यह मिसाइल लगाने के बाद पाकिस्तान लंबी दूरी तक परमाणु हमला करने में सक्षम हो गया है. यानी इससे भारत को भी खतरा हो सकता है. लेकिन कैसे और कितना, जानिए...