हमास (Hamas) एक फिलिस्तीनी सुन्नी इस्लामवादी राजनीतिक और सैन्य आंदोलन है जो 2007 से इजरायली कब्जे वाले गाजा पट्टी के कुछ हिस्सों पर शासन कर रहा है. हमास की स्थापना फिलिस्तीनी इमाम और कार्यकर्ता अहमद यासीन ने 1987 में की थी.
पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान गाजा में अंतरराष्ट्रीय शांति मिशन के तहत सुरक्षाबलों को तैनात करने के लिए तैयार है. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तानी सैनिक हमास को हथियार डालने पर मजबूर करने में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि गाजा में सेना भेजने का फैसला प्रधानमंत्री ने फील्ड मार्शल से सलाह के बाद लिया है.
दिल्ली ब्लास्ट के बाद देश आज एक ऐसे खतरे के सामने खड़ा है, जिसे नजरअंदाज करना सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा रिस्क है. जैश जैसे आतंकी संगठन अब फिदायीन नहीं, बल्कि डिजिटल रेडिकलाइजेशन, ड्रोन-रॉकेट अटैक और व्हाइट कॉलर मॉड्यूल बनाकर भारत पर नए तरीके से वार करने की तैयारी में जुटे हैं.
इज़रायली ड्रोन हमले ने दक्षिणी लेबनान के ऐन-अल-हिलवेह शरणार्थी शिविर में एक कार को निशाना बनाया, जिसमें 13 लोग मारे गए हैं. यह एक साल पहले हुए संघर्ष विराम के बाद लेबनान में सबसे घातक हमला है.
इजरायल ने अल-अक्सा मस्जिद के वरिष्ठ इमाम शेख एक्रीमा सबरी के खिलाफ मुकदमा शुरू किया है. सबरी फिलिस्तीनी मुद्दों के मुखर समर्थक रहे हैं और इजरायली कब्जे की आलोचना करते रहे हैं. उनके वकीलों का कहना है कि इजरायल इसी वजह से उन्हें लगातार निशाना बना रहा है.
Delhi Red Fort Blast probe में NIA को बड़ा खुलासा; Umar–Jaseer का Hamas-style triple attack प्लान, drone, rocket और car bomb का इस्तेमाल.
उत्तरी गाजा के शिजायिया इलाके में इजरायली सेना ने हजारों इमारतें ध्वस्त कर दीं ताकि हमास की सुरंगें और ठिकाने हमेशा के लिए खत्म हों. पूरा मोहल्ला अब मलबे का ढेर और रेगिस्तान जैसा दिखता है. सेना इसे आतंक-मुक्त क्षेत्र बनाने की रणनीति बता रही है. 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध में अब तक 40,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
इजरायल ने अपने एक सैनिक की मौत पर दिनभर गाजा पर बमबारी की है. इस बमबारी में 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए. इसके बावजूद इजरायल ने दावा किया है कि वह गाजा में अमेरिका समर्थित युद्धविराम के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इजरायली सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि वह अभी भी फिलिस्तीनी क्षेत्र में युद्धविराम को बनाए रखने का इरादा रखती है.
ब्राजील में ड्रग के खिलाफ अबतक का सबसे बड़ा अभियान चलाया गया है. अपराधियों पर कार्रवाई करते हुए सेना ने 60 लोगों को मार डाला है. वहीं, करीब 50 लोगों गिरफ्तार भी किया है. देखें दुनिया आजतक.
अमेरिका का गाजा शांति प्रस्ताव लागू होते ही खत्म होता दिख रहा है. हमास और इजरायल दोनों एक-दूसरे पर हमलावर हैं और दिलचस्प ये है कि दोनों ही आरोप लगा रहे हैं कि सीजफायर दूसरे पक्ष ने तोड़ा. लेकिन क्या वजह है जो इतना हाई-प्रोफाइल पीस प्लान अनौपचारिक तौर पर कुछ ही दिनों में तमाम होता दिखने लगा?
इजरायली सेना ने कहा कि वे सीजफायर समझौते का पालन करते रहेंगे, लेकिन डील के किसी भी उल्लंघन का 'जवाबी कार्रवाई' से जवाब देंगे. अल-शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सेलमी ने बताया कि अस्पताल को हमलों में मारे गए 21 और शव मिले हैं, जिनमें सात महिलाएं और छह बच्चे शामिल हैं.
महीनों जंग और हिंसा की तपिश में झुलस रहे गाजा की अस्थायी शांति फिर से खत्म हो गई है. हमास-इजरायल के बीच युद्धविराम खत्म हो गया सा लगता है. इजरायल के ताजा हमले में 30 लोग मारे गए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि इजरायल को जवाब देने का अधिकार है.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर सीज़फ़ायर तोड़ने का आरोप लगाते हुए गाज़ा में 'ज़ोरदार' हमलों का आदेश दिया, जिससे अमेरिका-कतर की मध्यस्थता से हुई ताज़ा शांति दरक गई.
हमास पर संघर्षविराम तोड़ने का आरोप लगाते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी पर मंगलवार-बुधवार को हवाई हमले किए, जिनमें कम से कम 26 लोगों की मौत हुई. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 'तुरंत और शक्तिशाली जवाबी कार्रवाई' का आदेश दिया था. यह हमला ऐसे समय हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संघर्षविराम को अपनी बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि बता रहे हैं.
गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम टूटने से संकट गहरा गया है, जिसमें इजरायली हवाई हमलों में 26 फिलिस्तीनी मारे गए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर हमास ने समझौते का उल्लंघन किया तो उसे जबरदस्त निर्दई परिणाम भुगतने होंगे.’ इस नाजुक स्थिति को संभालने के लिए अमेरिकी उपराष्ट्रपति और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर इजरायल पहुंच गए हैं. इजरायल का आरोप है कि उसके दो सैनिकों की मौत के बाद जवाबी कार्रवाई जरूरी थी, जबकि हमास ने संघर्ष विराम तोड़ने का ठीकरा इजरायल पर फोड़ा है.
अमेरिका की मध्यस्थता से 10 अक्टूबर को इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम लागू हुआ था. ट्रंप की 20 सूत्रीय योजना के तहत यह सीजफायर लागू हुआ था.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हमास और भगत सिंह के संदर्भ में दिए गए अपने बयान को लेकर उठे विवाद पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है और किसी की तुलना किसी से नहीं की गई.
डोनाल्ड ट्रंप की गाजा शांति योजना में सबसे बड़ी अड़चन हमास का हथियार छोड़ना हो सकती है. दो दशक से ज्यादा वक्त तक गाजा पट्टी पर एकछत्र राज करते आए संगठन की तुलना आयरिश रिपब्लिकन आर्मी से हो रही है. आयरलैंड के इस विद्रोही गुट ने हथियार छोड़ने में एक-दो नहीं, पूरे नौ साल लगा दिए थे. इस दौरान वो लगातार कत्लेआम मचाता रहा.
इजरायल-हमास के बीच नाजुक युद्धविराम को बचाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरी ताकत झोंक रहे हैं. इस क्रम में ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके दामाद जेरेड कुशनर ने हमास को सीधी धमकी दी है. ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा, 'अभी उम्मीद बाकी है कि हमास सही काम करेगा, नहीं करता तो उसका खात्मा फास्ट फ्यूरियस और ब्रूटल होगा.’
गाजा युद्ध विराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जेडी वेंस ने हमास को धमकी दी है. वेंस ने कहा है कि अगर युद्ध खत्म करने में हमास ने सहयोग नहीं दिया तो उसे खत्म कर दिया जाएगा. वहीं जापान को अपनी पहली महिला प्रधानमंत्री साने ताकाइची के रूप में मिल गई है. ताकाइची को 'आयरन लेडी' के नाम से बी जाना जाता है.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इज़रायल पहुंचे और गाज़ा में लागू 10 अक्टूबर के युद्धविराम को उम्मीद से बेहतर बताया. उन्होंने हमास को निःशस्त्रीकरण, मानवीय मदद और पुनर्निर्माण में सहयोग करने की चेतावनी दी. ट्रंप प्रशासन के प्रतिनिधियों ने कहा कि हालात अपेक्षा से अच्छे हैं और शांति की दिशा में प्रयास जारी हैं.
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