भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) एक राजनीतिक दल है. पार्टी की स्थापना 1964 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से अलग होकर हुई थी और यह जल्द ही प्रमुख गुट बन गई. सदस्यता और चुनावी सीटों के मामले में यह भारत की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी है और भारत की राष्ट्रीय पार्टियों में से एक है.
पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा शासन का 34 साल का शासन दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाली लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित कम्युनिस्ट नेतृत्व वाली सरकार थी. यह कई बार संसद की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी भी रही है. वर्तमान में, सीपीआई (एम) दो राज्यों में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है - केरल में एलडीएफ, जिसका वह नेतृत्व करती है और तमिलनाडु में एसपीए. सात राज्यों की विधानसभाओं में भी इसका प्रतिनिधित्व है (CPIM).
BJP ने केरल के तिरुवनंतपुरम को 2036 के ओलंपिक का वेन्यू बनाने का वादा किया है, जो स्थानीय निकाय चुनावों में राजनीतिक विवाद का विषय बन गया है. CPM ने इसे झूठ और धोखा बताया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अहमदाबाद को ही ओलंपिक वेन्यू बनाया जाएगा. BJP अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने इस आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि वे इस वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जनता को समझाने का मौका चाहते हैं.
केरल में अगले साल होने वाले 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले शहरी निकाय चुनाव हो रहे हैं, जिसे 2026 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. लेफ्ट के सामने अपने दुर्ग को बचाए रखने की चुनौती है तो कांग्रेस अपनी वापसी के बेताब है और बीजेपी अपनी जड़े जमाने की जद्दोजहद में जुटी है.
2021 में विधायक चुने जाने से पहले जमीला ने कोझिकोड जिला पंचायत की अध्यक्ष के रूप में काम किया था. कोझिकोड जिले की कोयिलांडी विधानसभा सीट से विधायक जमीला लंबे समय से कैंसर संबंधी बीमारी से जूझ रही थीं.
बिहार विधानसभा नतीजों पर बात करते हुए CPIM नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने चुनावी प्रक्रिया , चुनाव आयोग और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होनें कहा कि "चुनाव से पहले और बीच में बड़े पैमाने पर कैश ट्रांसफर हो रहा है, जिस पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए. यदि यह जारी रहा तो चुनाव प्रक्रिया का कोई मतलब नहीं रहेगा.'
बिहार विधानसभा में महागठबंधन के हार के बाद सहयोगी CPIM ने SIR पर गंभीर सवाल उठाए है. CPIM नेता दीपांकर भट्टाचार्ट ने कहा कि 'हम लोग इस विषय पर गहराई से सोच रहे हैं कि SIR के बारे में हमने सुप्रीम कोर्ट में भी कहा था कि यह भारत के चुनावी लोकतंत्र और संविधान की भावना के खिलाफ है.'
बिहार विधानसभा में महागठबंधन के घटक दल CPI पार्टी के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने हार के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होनें कहा कि यह परिणाम न सिर्फ उनके उम्मीद के विपरीत है बल्कि काफी हद तक समझ से परे भी है.
बिहार की राजनीति में सीपीआई (एमएल) ने आगामी चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर अपने सहयोगी दलों पर दबाव बढ़ा दिया है. पार्टी ने इंडिया गठबंधन में सीट-बंटवारे के औपचारिक ऐलान का इंतजार किए बिना ही 18 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है. इस कदम को गठबंधन के बड़े दलों, खासकर आरजेडी और कांग्रेस के लिए एक कड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
Kerala के Former CM और दिग्गज Communist leader VS Achuthanandan का निधन, 101 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
चार राज्यों की पांच सीटों के उपचुनाव नतीजों में हर दल के लिए कुछ ना कुछ वॉर्निंग मैसेज है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी, पंजाब और गुजरात में आम आदमी पार्टी ने अपनी सीट पर कब्जा बरकरार रखा, लेकिन इन दोनों दलों के लिए भी नतीजे टेंशन बढ़ाने वाले हैं.
लातेहार के DSP विनोद रवानी ने बताया कि आरोपियों ने टीएसपीसी के नाम पर ठेकेदारों और एनटीपीसी अधिकारियों से रंगदारी मांगी थी. इसके बाद उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग 28 अप्रैल को आरा गांव के जंगल के पास किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं.
कोल्लम जिले के प्रक्कुलम में जन्मे, मरियम एलेक्जेंडर बेबी स्वयं को नास्तिक मानते हैं और पोलित ब्यूरो में एकमात्र ईसाई चेहरा हैं. उनकी असली चुनौती अगले ही कुछ महीनों में केरल और बंगाल में होगी जहां विधानसभा चुनाव होने को हैं. ये दोनों ही वो राज्य है जहां लेफ्ट एक दमदार ताकत है. केरल में तो सीपीएम 10 सालों से सत्ता में हैं, और वे हैट्रिक की तैयारी कर रहे हैं वहीं बंगाल में 'लाल किला' तो 2011 से ही दरक रहा है.
डी राजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक का उद्देश्य भाजपा को हराना था, लेकिन राजनीतिक संतुलन राज्यों में अलग-अलग होता है. इंडिया ब्लॉक के विभाजन पर सभी धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए.
बिहार विधानसभा परिसर में लेफ्ट विधायकों ने अमेरिका से लौटे भारतीयों के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में हथकड़ियां पहनकर प्रदर्शन किया. विधायकों ने आरोप लगाया कि ट्रंप सरकार ने भारतीय नौजवानों को हथकड़ी लगाकर भारत भेजा, जो देश के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ है. देखें उन्होंने और क्या-क्या कहा?
सीपीएम ने अपनी अप्रैल में होने जा रही कांग्रेस के लिए जो रिजॉल्यूशन तैयार किया है, उसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार फासिस्ट या नियो फासिस्ट नहीं है. इसे लेकर लेफ्ट फ्रंट में मतभेद अब खुलकर सामने आ गया है.
सीपीआई (एम) की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) की जिला प्रमुख भाग्य लक्ष्मी, भाजपा के स्थानीय पार्षद प्रमोद और उनके समर्थकों के नेतृत्व में भीड़ ने कैम्प पर धावा बोल दिया. भीड़ ने कैम्प में तोड़फोड़ मचाई और दो व्यक्तियों ने ड्यूटी पर तैनात एक वर्दीधारी अधिकारी के साथ मारपीट की.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीएम भी 1991 के प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट को बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. CPM (M) इस एक्ट को खत्म करने या इसमे बदलाव करने का कोई भी प्रयास देश के सामाजिक सौहार्द के लिए खतरनाक साबित होगा.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. सीताराम येचुरी दिल्ली के AIIMS के आईसीयू में भर्ती थे. देखिए VIDEO
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) सांसद वी. शिवादासन ने राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है. चिट्ठी में शिवादासन ने कहा है कि उन्हें सिख फॉर जस्टिस की तरफ से धमकी भरा कॉल आया है.
राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने का ऐलान किया. प्रियंका गांधी वहां से चुनाव लड़ेंगी. ऐसे में अब सवाल ये है कि क्या सीपीआई की एनी राजा फिर वहां से चुनाव लड़ेंगी. वाय़नाड में राहुल गांधी ने एनी राजा को ही शिकस्त दी थी. इस पर आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में एनी राजा ने क्या कहा? देखें ये वीडियो.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने की घोषणा कर दी है. अब इस को लेकर वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली सीपीआई (एम) की नेता एन्नी राजा ने उन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये वायनाड के वोटर्स के साथ अन्याय हैं. राहुल को ये बात पहली ही वायनाड की जनता को बता देनी चाहिए थी.
राजस्थान के सीकर से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) उम्मीदवार अमराराम ने जीत हासिल का पार्टी का 35 सालों लंबा सूखा खत्म कर दिया है. इस जीत से पहले अमराराम ने लोकसभा चुनाव में लगातार छह बार हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन 2024 के आम चुनाव में उनकी ये जीत उनकी पार्टी के लिए बेहद खास है.