मोदी सरकार की चौथी सालगिरह से पहले पिछले महीेने केंद्रीय कैबिनेट ने देश में 20 नए एम्स अस्पताल बनाने ऐलान किया. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि पिछले चार साल में जिन 13 एम्स को बनाने की घोषणा की गई, उनकी क्या हालत है? आजतक ने इन सभी एम्स की प्रगति का जायजा लिया तो पता चला कि अभी एक भी एम्स शुरू नहीं हो पाया है.
सत्ता में चार साल पूरे होने पर बीजेपी ने कांग्रेस राज पर तंज कसते हुए कहा था कि 2014 तक देश में सिर्फ 7 एम्स बन पाए थे, लेकिन इस सरकार ने 48 महीने में 13 एम्स को मंजूरी दी है.
बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 4 मार्च को ट्वीट किया गया था, 'परिवार राज से स्वराज: 2014 तक 7 एम्स स्थापित किए गए, लेकिन मोदी सरकार के 48 महीने के भीतर 13 एम्स या एम्स जैसी संस्थाओं को मंजूरी दी गई.'
13 नए 'एम्स' के निर्माण की स्थिति का पता लगाने के लिए आजतक ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से आरटीआई के तहत जानकारी मांगी. इसके आधार पर हम आपको हर एम्स पर हुई प्रगति की जानकारी दे रहे हैं-
1. एम्स, यूपी
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सरकार ने एम्स बनाने की घोषणा की है जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह क्षेत्र है. इसके लिए गोरखपुर के महादेव झारखंडी में जगह तय हो चुकी है. इस प्रोजेक्ट के लिए 1,011 करोड़ रुपये की लागत मंजूर की गई है, लेकिन अभी तक 10 फीसदी से भी कम फंड जारी हुआ है. इसे मार्च 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन अभी काम 10 फीसदी भी नहीं हुआ है. ऐसे में लगता नहीं कि यह प्रोजेक्ट समय से पूरा हो पाएगा.
2. एम्स, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के मंगलागिरी में बनने वाले एम्स प्रोजेक्ट के लिए 1,618 करोड़ रुपये की लागत मंजूर की गई है. अभी तक सिर्फ 233.88 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. इसे अक्टूबर, 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन इसे टारगेट समय तक पूरा कर पाना असंभव ही लग रहा है.
3. एम्स, पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल के कल्याणी में एम्स बनाने की घोषणा की गई है. इसके लिए 1,754 करोड़ रुपये की लागत मंजूर की गई है. अभी तक सिर्फ 278.42 करोड़ रुपये ही जारी हुए हैं. इसे भी अक्टूबर 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन इस टारगेट को हासिल करने के लिए गति बहुत तेज करनी होगी.
4. एम्स, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के नागपुर में एम्स बनाने के लिए 1,577 करोड़ रुपये की लागत मंजूर की गई है, लेकिन अभी तक सिर्फ 231.29 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. यह मोदी सरकार के कद्दावर मंत्री नितिन गडकरी का इलाका है. इस प्रोजेक्ट को अक्टूबर 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसे टारगेट समय तक पूरा करने के लिए दिन-रात काम करना होगा.
5. एम्स, असम
असम के कामरूप जिले में एम्स बनाने की घोषणा की गई है. इस प्रोजेक्ट के लिए 1,123 करोड़ रुपये के लागत को मंजूरी दी गई है, लेकिन अभी तक सिर्फ 5 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. इसे पूरा करने का डेडलाइन अप्रैल 2021 है.
6. एम्स, पंजाब
पंजाब के बठिंडा में नया एम्स बनाने की घोषणा की गई है. इस प्रोजेक्ट के लिए 925 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है. अभी तक सिर्फ 36.57 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. इसे जून 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
7 -8 . एम्स, जम्मू-कश्मीर
राज्य में दो एम्स बनाने की घोषण की गई है. जम्मू क्षेत्र के सम्बा जिले के विजयपुर में और कश्मीर घाटी के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा में. इनके लिए कोई बजट तय नहीं हो पाया है, लेकिन दोनों के लिए कुल 90.84 करोड़ रुपये का फंड जारी कर दिया गया है. कोई डेडलाइन भी तय नहीं किया गया है.
9 . एम्स, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एम्स के निर्माण की घोषणा की गई है. इसके लिए कुल 1,350 करोड़ रुपये की लागत मंजूर की गई है. पीएम मोदी ने 3 अक्टूबर, 2017 को इसकी आधारशिला रखी थी. लेकिन अभी तक कोई फंड जारी नहीं किया गया है. दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
10. एम्स, बिहार
बिहार में एम्स बनाने की घोषणा साल 2015-16 के संघीय बजट में की गई थी. पिछले तीन साल में इसके लिए स्थान का चयन भी नहीं हो पाया है. इसके लिए अभी तक न तो किसी फंड का आवंटन हुआ है और न ही कोई डेडलाइन तय की गई है.
11. एम्स, तमिलनाडु
तमिलनाडु में भी अभी एम्स के लिए स्थान तय नहीं हो पाया है. इसके लिए न तो किसी फंड का आवंटन हुआ है और न ही कोई डेडलाइन तय है.
12. एम्स, झारखंड
झारखंड के देवघर में एम्स बनाने की घोषणा की गई है. इस प्रोजेक्ट के लिए 1103 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है. हालांकि, अभी तक सिर्फ 9 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. इसे 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
13. एम्स, गुजरात
पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में अभी तक एम्स के लिए स्थल का चुनाव नहीं हो पाया है. न तो कोई फंड जारी हुआ है और न ही कोई डेडलाइन तय की गई है.