पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने आज तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. शपथ लेने के बाद ही ममता बनर्जी ने एडीजी और डीजीपी को बदल दिया. वहीं, लखनऊ में एक ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट में धमाका होने से तीन लोगों की मौत हो गई. इस धमाके की जांच के आदेश सीएम योगी ने दे दिए हैं. इसके अलावा प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर विजय राघवन का कहना है कि कमजोर इम्युनिटी और बदलते वैरिएंट की वजह से कोरोना की दूसरी लहर आई है. और क्या कुछ है बुधवार को खास. आइए जानते हैं....
1. बंगाल की कमान संभालते ही ममता ने बदले DGP-ADG, राज्य में सख्त पाबंदियों का भी ऐलान
ममता बनर्जी ने बुधवार को सीएम पद संभालते ही डीजीपी और एडीजी को बदल दिया है. चुनाव आयोग की ओर से पश्चिम बंगाल के डीजीपी बनाए गए नीरज नयन पांडेय को दमकल विभाग भेज दिया गया है, जबकि एडीजी जगमोहन को सिविल डिफेंस. उनकी जगह पर विरेंद्र को प्रदेश का नया डीजीपी बनाया गया है, जबकि जावेद शमीम को प्रदेश का नया एडीजी बनाया गया है. इसके साथ ही कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में नई पाबंदियों का ऐलान किया है.
2. इम्युनिटी और कोरोना की दूसरी लहर का क्या है कनेक्शन? टॉप एक्सपर्ट ने बताया
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के लिए प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर विजय राघवन ने कमजोर इम्युनिटी और वायरस के बदलते वैरिएंट को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि पहली लहर में इम्युनिटी की वजह से संक्रमण कम हो गया था. लेकिन अब इम्युनिटी कमजोर हो गई है. इसलिए जो पहले संक्रमित हो चुका था, उसे दोबारा संक्रमण हो रहा है. कम इम्युनिटी और सावधानी ना बरतना ही दूसरी लहर के आने का कारण हैं." हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि दूसरी लहर के आने के पीछे वायरस का रूप बदलना भी बड़ी वजह है.
3. लखनऊ में ऑक्सीजन रिफिल प्लांट में धमाका, 3 लोगों की मौत, योगी ने दिए जांच के आदेश
यूपी की राजधानी लखनऊ के देवा रोड स्थित, केटी ऑक्सीजन प्लांट पर बुधवार को ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया. सिलेंडर फटने से 3 लोगों की मौत हो गई और 6 से अधिक लोग घायल हो हो गए. प्लांट में काम कर रहे एक कर्मचारी का हाथ ब्लास्ट के दौरान बुरी तरह घायल हो गया. इस बीच सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं.
4. धरती की तरफ आ रहे हैं खतरनाक एस्टेरॉयड्स, इस हफ्ते दो बार रिस्क!
अंतरिक्ष से धरती की तरफ दो खतरनाक और बड़े एस्टेरॉयड्स यानी क्षुद्र ग्रह आ रहे हैं. पहला आज देर रात किसी समय धरती के बगल से निकलेगा. दूसरा 6 मई को रात साढ़े 9 बजे के आसपास निकलेगा. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने इन्हें पोटेंशियली हजार्ड्स एस्टेरॉयड कहा है. यानी ये खतरनाक हो सकता है. क्योंकि ये धरती से 74.79 लाख किलोमीटर की दूरी के आसपास निकलेंगे. ये दूरी अंतरिक्ष में बहुत छोटी मानी जाती है. क्योंकि एस्टेरॉयड्स हजारों किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ते हैं.
5. क्या है 5G नेटवर्क और कैसे करेगा काम? तेज स्पीड के अलावा और क्या है खास
देश में जल्द ही 5G नेटवर्क का ट्रायल शुरू होने जा रहा है. इसके लिए टेलीकॉम कंपनियों को जल्द ही स्पेक्ट्रम उपलब्ध करवाया जाएगा. 5G सेलुलर टेक्नोलॉजी में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है. ये 4G नेटवर्क का अगला वर्जन है. 5G में यूजर्स को ज्यादा स्पीड, कम लेटेंसी और ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी देखने को मिलेगी. 5G की स्पीड 4G से काफी ज्यादा होगी. 4G की पीक स्पीड 1 GBPS तक है. वहीं, 5G की पीक स्पीड की बात करें तो ये 20 GBPS तक है.