राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता रहे डायरेक्टर मंगेश हदावले ने एक शॉर्ट फिल्म बनाई है जिसका नाम है ''चलो जीते हैं''. मूवी की खास बात है कि ये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित है. इसमें पीएम मोदी के बचपन को दिखाया जाएगा. आज शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद के लिए शॉर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग रखी गई है.
फिल्ममेकर हदावले का कहना है कि ''मैंने मोदी जी की नीतियों को प्रमोट करने के लिए फिल्म नहीं बनाई है. ये उनके जिंदगी के शुरूआत की कहानी है. मेरा बच्चों के साथ स्पेशल बॉन्ड रहा है इसलिए ऐसी कहानियां मुझे आकर्षित करती हैं.''
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मूवी में चाइल्ड आर्टिस्ट धैर्य दर्जी काम कर रहे हैं. मूवी आजादी के बाद के समय को दर्शाती है. जहां पर कई सिलसिलेवार घटनाएं एक बच्चे को देश के लिए कुछ करने को प्रेरित करती हैं.'' हदावले को इस फिल्म को बनाने का ख्याल पीएम मोदी की किताब ''सामाजिक समरसता'' पढ़ने के बाद आया.
एक इंटरव्यू में वे कहते हैं, ''मोदीजी की किताब एक प्ले के साथ शुरू होती है जिसका नाम है पीलो फूल. जिसमें वे भाग लिया करते थे जब वे 10 साल के थे. ये कहानी एक दलित महिला के बारे में है जो मंदिर से पीले फूल मिलने के लिए आतुर है. ताकि उसके बेटे की जिंदगी बच जाए. ये बच्चा स्वामी विवेकानंद की लाइन ''वही जीते हैं, तो दूसरों के लिए जीते हैं'' से प्रेरित है. ''
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32 मिनट की इस शॉर्ट फिल्म की शूटिंग वडोदरा में हुई है. मूवी को 29 जुलाई को रात 9 बजे डिजिटल प्लेटफॉर्म हॉटस्टार पर रिलीज किया जाएगा. हदावले का कहना है कि मुझे खुशी होगी अगर ये मूवी मैं पीएम मोदी को दिखा पाऊं.