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परमाणु बम कैसे और कहां रखे जाते हैं? कई देशों पर आरोप कि वे गरीब देशों में रखते हैं अपना न्यूक्लियर हथियार

परमाणु बमों का स्टोरेज अत्यंत गोपनीय और सुरक्षित होता है. नौ देशों (अमेरिका, रूस आदि) के पास कुल 1 हजार से अधिक बम हैं, जो भूमिगत बंकरों, सैन्य ठिकानों और पनडुब्बियों में रखे जाते हैं. अमेरिका के बम यूरोप के कुछ विकासशील देशों (जैसे तुर्की) में भी तैनात हैं, जिस पर गरीब देशों में हथियार रखने के आरोप लगते हैं.

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ये है हाई-कैपेसिटी मिलिट्री एम्यूनिशन स्टोरेज. यहां बम रखे जाते हैं. लेकिन परमाणु हथियार इससे ज्यादा सुरक्षित रखा जाता है. (Photo: Representational/Getty)
ये है हाई-कैपेसिटी मिलिट्री एम्यूनिशन स्टोरेज. यहां बम रखे जाते हैं. लेकिन परमाणु हथियार इससे ज्यादा सुरक्षित रखा जाता है. (Photo: Representational/Getty)

परमाणु बम दुनिया के सबसे खतरनाक हथियार हैं. ये इतने शक्तिशाली हैं कि एक बम पूरा शहर मिटा सकता है. लेकिन ये बम कहां रखे जाते हैं? कैसे सुरक्षित रखे जाते हैं? और कुछ देशों पर क्यों लगे हैं आरोप कि वे अपने परमाणु बम गरीब देशों में छिपाते हैं? हम हर परमाणु शक्ति वाले देश के बारे में बताएंगे कि उनके बम कहां रखे जाते हैं. 

परमाणु बम क्या हैं और क्यों भंडारण महत्वपूर्ण है?

परमाणु बम ऐसे हथियार हैं जो परमाणु ऊर्जा से ही फटते हैं. दुनिया में नौ देशों के पास ये बम हैं: अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, भारत, पाकिस्तान, इज़राइल और उत्तर कोरिया. ये देश कुल मिलाकर करीब 12 हजार से ज्यादा परमाणु बम रखते हैं. लेकिन ये बम कभी भी इस्तेमाल नहीं होते. इन्हें दुश्मन देशों से डराने के लिए रखा जाता है.

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भंडारण का मतलब है इन बमों को सुरक्षित जगह पर रखना. अगर ये बम चोरी हो जाएं या गलती से फट जाएं, तो बहुत बड़ा खतरा हो सकता है. इसलिए, हर देश इन बमों को बहुत गुप्त और मजबूत जगहों पर रखता है. अब देखते हैं कि कैसे रखे जाते हैं.

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Nuclear Weapon Storage

परमाणु बम कैसे रखे जाते हैं?

परमाणु बमों को रखने का तरीका बहुत सख्त होता है. ये बम छोटे-छोटे हिस्सों में रखे जाते हैं, ताकि वे आसानी से फट न सकें. मुख्य बातें ये हैं...

  • सुरक्षित बंकर: ज्यादातर बम भूमिगत बंकरों में रखे जाते हैं. ये बंकर पत्थर और स्टील से बने होते हैं, जो बमबारी झेल सकें.
  • विशेष सुविधाएं: बमों को लॉक करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक ताले लगे होते हैं. केवल ऊंचे अधिकारी ही इन्हें खोल सकते हैं. 
  • निगरानी: 24 घंटे कैमरे, सेंसर और सैनिक पहरा देते हैं. कंप्यूटर सिस्टम हर गतिविधि पर नजर रखते हैं.
  • परिवहन: बमों को ले जाने के लिए विशेष ट्रक या हवाई जहाज इस्तेमाल होते हैं, जो बुलेटप्रूफ होते हैं.
  • प्रशिक्षण: सैनिकों को सिखाया जाता है कि बमों को कैसे हैंडल करें, ताकि कोई दुर्घटना न हो.

ये सब इसलिए किया जाता है ताकि बम सुरक्षित रहें. लेकिन कभी-कभी ये भंडारण विवादों का कारण भी बनता है.

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कौन से देश के पास कितने परमाणु बम और कहां रखे जाते हैं?

दुनिया के नौ परमाणु देशों के बम अलग-अलग जगहों पर रखे जाते हैं. हम हर देश के बारे में सरल तरीके से बताएंगे. ये जानकारी 2017 की एक विशेषज्ञ रिपोर्ट पर आधारित है, जो बाद की रिपोर्ट्स से मेल खाती है. 

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1. अमेरिका (लगभग 5000 बम)

अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु शक्ति वाला देश है. उसके बम 18 जगहों पर रखे जाते हैं...

  • अंदरूनी जगहें: 11 अमेरिकी राज्यों में 12 जगहें. जैसे, वायोमिंग के एफ.ई. वॉरेन एयर बेस (मिसाइलों के लिए), मिसौरी के व्हाइटमैन एयर बेस (बॉम्बर विमानों के लिए) और न्यू मैक्सिको का किर्टलैंड अंडरग्राउंड स्टोरेज (केंद्रीय भंडारण).
  • नौसेना के बेस: वॉशिंगटन के किटसैप और जॉर्जिया के किंग्स बे में.
  • यूरोप में: अमेरिका के लगभग 150 छोटे बम पांच नाटो देशों में रखे जाते हैं- बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स और तुर्की. ये बम भूमिगत गुफाओं में हैं, ताकि नाटो के विमान इन्हें इस्तेमाल कर सकें.

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2. रूस (लगभग 6000 बम)

रूस के पास सबसे ज्यादा बम हैं. उसके 48 जगहों पर भंडारण है...

  • मुख्य जगहें: 11 आईसीबीएम (लंबी दूरी की मिसाइलें) के मैदान, दो पनडुब्बी बेस (कामचटका और कुर्स्क के पास) और दो बॉम्बर बेस.
  • रिजर्व स्टोरेज: 12 राष्ट्रीय भंडारण साइटें, जो मॉस्को के मंत्रालय के अधीन हैं.
  • फैक्टरियां: बम बनाने और तोड़ने वाली फैक्टरियों में भी कुछ बम रखे जाते हैं. रूस के बम ज्यादातर अपने देश में ही हैं. हाल ही में, 2023 में रूस ने बेलारूस में कुछ बम तैनात किए, लेकिन बेलारूस गरीब देश नहीं माना जाता.

3. ब्रिटेन (लगभग 225 बम)

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ब्रिटेन के बम स्कॉटलैंड में दो जगहों पर रखे जाते हैं...

  • मुख्य बेस: स्कॉटलैंड के फासलेन और काउलपोर्ट में. यहां ट्राइडेंट मिसाइलें पनडुब्बियों में रखी जाती हैं.
  • फैक्टरियां: लंदन के पास दो फैक्टरियां बमों की मरम्मत करती हैं. ब्रिटेन के बम अमेरिका से आते हैं, लेकिन अपने देश में ही रखे जाते हैं.

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4. फ्रांस (लगभग 290 बम)

फ्रांस के सात जगहों पर बम हैं...

  • पनडुब्बी बेस: ब्रेटेन क्षेत्र में आइले लॉन्ग में.
  • वायुसेना बेस: लैंड और जहाज-आधारित मिसाइलों के लिए.
  • उत्पादन केंद्र: वाल्डुक में बम बनाने की मुख्य फैक्ट्री. फ्रांस के बम भी अपने देश में ही हैं. पुराने समय में फ्रांस ने अफ्रीका के कुछ देशों में बेस रखे थे, लेकिन अब नहीं.

5. चीन (लगभग 500 बम)

चीन के बम 12 जगहों पर केंद्रित हैं...

  • केंद्रीय स्टोरेज: शानक्सी प्रांत के पश्चिमी भाग में 22 बेस में सबसे बड़ा भंडारण है.
  • मिसाइल बेस: 25 ब्रिगेड बेस, जहां छोटी संख्या में बम रखे जाते हैं.
  • नौसेना और वायुसेना: दो पनडुब्बी बेस और कुछ बॉम्बर बेस. चीन के बम गुप्त रखे जाते हैं, लेकिन ज्यादातर अपने देश के अंदर.

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6. भारत (लगभग 180 बम)

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भारत के बम पांच जगहों पर रखे जाते हैं...

  • केंद्रीय भंडारण: सैन्य बेसों पर नहीं, बल्कि अलग केंद्रीय जगहों पर. जैसे, बैरागढ़ (मध्य प्रदेश) और अन्य गुप्त साइटें.भारत का नीति है कि बम हमेशा सुरक्षित रखें, न कि तैनात. कोई विदेशी तैनाती नहीं.

7. पाकिस्तान (लगभग 170 बम)

पाकिस्तान के नौ जगहों पर बम फैले हुए हैं...

  • वितरित भंडारण: इस्लामाबाद के दक्षिण में, मिसाइल सिस्टम के पास. एक भूमिगत सुविधा तारबेला के पास.
  • पाकिस्तान बमों को फैलाकर रखता है, ताकि हमला होने पर सब नष्ट न हों. कोई विदेशी जगह नहीं.

8. इज़राइल (लगभग 90 बम)

इज़राइल के पांच जगहों पर बम के हिस्से रखे जाते हैं...

  • गुप्त साइटें: डिमोना न्यूक्लियर सेंटर के पास. इज़राइल कभी आधिकारिक तौर पर बम की बात नहीं मानता, लेकिन विशेषज्ञों का अनुमान है. कोई विदेशी तैनाती नहीं.

9. उत्तर कोरिया (लगभग 50 बम)

उत्तर कोरिया के बमों की सटीक जगहें अज्ञात हैं. अनुमान है कि प्योंगयांग के पास भूमिगत सुविधाएं. कोई विदेशी जगह नहीं.

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कई देशों पर आरोप: गरीब देशों में परमाणु बम रखने के?

कई संगठन और देश अमेरिका पर आरोप लगाते हैं कि वह अपने परमाणु बम यूरोप के कुछ देशों में रखता है, जिनमें तुर्की जैसे विकासशील (गरीब) देश शामिल हैं. 

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तुर्की की अर्थव्यवस्था अभी भी विकासशील है. वहां इंसीरलिक एयर बेस पर अमेरिकी बम रखे जाते हैं. आलोचक कहते हैं कि ये बम असुरक्षित हैं, खासकर 2016 के तुर्की कूप्टा के बाद. कुछ लोग कहते हैं कि ये परमाणु साझेदारी है, लेकिन गरीब देशों पर बोझ डालना गलत है.

इतिहास में, सोवियत संघ (अब रूस) ने क्यूबा, मिस्र और अंगोला जैसे गरीब देशों में बम रखे थे, जो विवादास्पद था. फ्रांस ने भी अफ्रीकी उपनिवेशों में बेस रखे. आजकल, रूस पर बेलारूस में बम रखने का आरोप है, लेकिन बेलारूस गरीब नहीं. ये आरोप शांति के लिए खतरा बताते हैं, क्योंकि गरीब देशों में सुरक्षा कमजोर हो सकती है. संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठन इनकी निंदा करते हैं.

परमाणु बमों का भंडारण दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती है. हर देश अपने बम सुरक्षित रखता है, लेकिन ये हथियार कभी भी तबाही ला सकते हैं. अच्छी बात ये है कि कोई नया देश परमाणु हथियार नहीं बना रहा. अंतरराष्ट्रीय समझौते जैसे एनपीटी (नॉन-प्रोलिफरेशन ट्रीटी) इनकी संख्या कम करने में मदद कर रहे हैं.

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