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गैर मुस्लिम महिलाओं के साथ Live-in में रहकर होता था धर्मांतरण, UP ATS का खुलासा

आरोपी सरफराज के मोबाइल में गैर मुस्लिम महिलाओ को फंसा कर उनके साथ लिव इन में रहकर शादी कर धर्म परिवर्तन की बात सामने आई है. इनके द्वारा जो धर्म परिवर्तन किया जाता था उसका डाटा मौलाना उमर गौतम की संस्था दावा सेंटर को भी भेजा जाता था.जिससे विदेश से फंडिंग होती थी.

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सरफराज अली.
सरफराज अली.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दावा सेंटर को भी भेजा जाता था धर्मांतरण का डाटा
  • विदेश से होती थी फंडिंग

यूपी में अवैध धर्मांतरण के आरोप में एटीएस द्वारा पकड़े गए आरोपी सरफराज अली से मिले मोबाइल के जरिए कई राज सामने आए हैं. पुलिस को गैर मुस्लिम महिलाओं से लिव इन रिलेशनशिप  में रहकर शादी करने के सबूत मिले हैं. इस काम के लिए फंडिंग का प्रयोग किया जाता था.

जानकारी के मुताबिक एटीएस ने मौलाना कलीम से जुड़े 4 जगह पर छापेमारी की थी जिसमें कलीम के सहयोगी सरफराज अली जाफरी की गरफ्तारी शामिल है. इसके पास से एक फोन बरामद हुआ है जिसमें यह खुलासा हुआ है कि सरफराज, कलीम की फार्म के लिए काम करता था. आरोपी सरफराज के मोबाइल में गैर मुस्लिम महिलाओ को फंसा कर उनके साथ लिव इन में रहकर शादी कर धर्म परिवर्तन की बात सामने आई है. इनके द्वारा जो धर्म परिवर्तन किया जाता था उसका डाटा मौलाना उमर गौतम की संस्था दावा सेंटर को भी भेजा जाता था.जिससे विदेश से फंडिंग होती थी.

एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी के मुताबिक अभियुक्त  सरफराज अली ग्लोबल पीस सेंटर का काम देख रहा था जो कि मौलाना कलीम की संस्था है. आरोपी सरफराज ह्यूमैनिटी फॉर ऑल न्यू दिल्ली नाम की संस्था की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने का काम कर रहा था. मोबाइल में साक्ष्य मिले है जिसमें गैर मुस्लिम महिलाओं का धर्मांतरण किया जाता रहा है.

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इस मामले में अभी तक 15 गिरफ्तारी की गई है. जिसमें मौलाना उमर गौतम, मौलाना कलीम सिद्दीकी, महाराष्ट्र के रामेश्वरम कावड़े उर्फ आदम उर्फ भूपिया बन्दों उर्फ अर्शलन,  मुस्तफा कौशर आलम ,हाफिज, इदरीश मोहम्मद सलीम, धीरज जगताप शामिल हैं.

 

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