सात अप्रैल को चार बजे शाम के समय पुलिस ने 48 वर्षीय समीर अरविंद पारेख को नावापाली में एक होटल से गिरफ्तार किया. वो असम के गुवाहाटी का रहने वाला है. ठगी का ऐसा ही मामला गोवा और कोलकाता में भी है.
मेरठ में दिन निकलते ही गांव के एक युवक और महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से हड़कंप मच गया. गांव के पास प्लॉट में गुड्डू और गुलशन की गोली लगे शव मिलने से सनसनी फैल गई. दोनों के बीच प्रेम प्रसंग की चर्चाएं आम हैं.
नौवीं की छात्रा को किडनैप करने की धमकी देने वाला युवक नोएडा पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया है, जिसके बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. अब इस मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
साल 2007 से 2012 के बीच रही मायावती की सरकार के दौरान हुए इन स्मारकों के निर्माण में 1400 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लगे थे. इस मामले में 7 साल पहले एफआईआर हुई थी.
एनआईए सूत्रों से पता चला है कि इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का बयान गवाह के रूप में दर्ज किया गया है न कि संदिग्ध के रूप में. इस केस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की भूमिका की जांच सभी एंगल से की जा रही है. एजेंसी पता लगानी चाहती है कि वो इस मामले में कितना सक्रिय था.
केमिकल एनालिसिस का मकसद यह पता लगाना था कि मनसुख को किसी तरह का कोई जहर तो नहीं दिया गया था. और उसे मारने के बाद पानी में फेंका गया था या फिर ज़िंदा? रिपोर्ट ने इस बात का खुलासा कर दिया है.
भिंड पुलिस ने शहर के बीचोंबीच स्थित नेहरू कॉम्प्लेक्स में छापामार कार्रवाई की. यहां पर शटर के अंदर कई लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक हालत में पाए गए. पुलिस को देखकर लड़के-लड़कियां भाग गए लेकिन पुलिस ने तीन लड़के और दो लड़कियों को पकड़ लिया.
ईडी ने गायत्री प्रजापति और रिश्तेदारों के नाम खरीदी गई 60 कीमती संपत्ति और 57 बैंक खाते सीज कर दिए हैं. 60 संपत्ति की अनुमानित कीमत करीब 55 करोड़ रुपये आंकी जा रही है.
दिल्ली के मुनिरका इलाके में 32 साल का वसी अहमद अपनी पत्नी के साथ रहता था. बीती 5 अप्रैल को पुलिस ने वसी की लाश समयपुर बादली इलाके से बरामद की. अब पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई. पुलिस टीम कातिल का सुराग तलाश रही थी.
एमपी के रीवा में एक सनकी एसडीओ ने 12 घंटों तक पत्नी और बहू को गनपॉइंट पर बंधक बनाए रखा. इतना ही नहीं, पुलिस के सामने ही समझाइश देने गए बहू के पिता को गोली मार दी. इस घटना में समधी गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने घंटों की मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया और रायफल कब्जे में लेकर परिजनों को बंधक मुक्त कराया.
UP-41-G-2776 ये उस एम्बुलेंस का नंबर है जिससे मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से बांदा लाया गया.. यह सरकारी एम्बुलेंस भी मुख्तार अंसारी की निजी एम्बुलेंस की तरह बाराबंकी परिवहन विभाग में ही रजिस्टर्ड है. सरकारी एम्बुलेंस में मालिक के नाम में डायरेक्टर जनरल मेडिकल एंड हेल्थ लिखा है. एम्बुलेंस को 20 मई 2015 को खरीदा गया जिसकी फिटनेस 21 मई 2017 तक वैध थी.