जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Barq) जून 2024 से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में संभल से संसद सदस्य हैं. वे पहले कुंदरकी निर्वाचन क्षेत्र से का प्रतिनिधित्व करते थे. वे ममलुक उर रहमान बर्क के बेटे और शफीकुर रहमान बर्क के पोते हैं, जो संभल से पूर्व सांसद थे.
2017 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले, वे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सदस्य थे. जियाउर्रहमान बर्क पर चुनाव नियमों को तोड़ने के लिए शिकायत दर्ज की गई थी. एएमयू में सनातन धर्म पढ़ाने के विवाद के बाद जिया उर रहमान बर्क ने बीएचयू में इस्लामिक अध्ययन शुरू करने की मांग उठाई.
अपने छात्र जीवन में, वे 2005-06 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ (AMUSU) के वरिष्ठ कैबिनेट सदस्य और कार्यवाहक सचिव थे.
पाकबड़ा स्थित जामिया असानुल बनात गर्ल्स मदरसे पर 13 वर्षीय नाबालिग से एडमिशन से पहले वर्जिनिटी (मेडिकल) टेस्ट मांगने का आरोप लगा है. प्रभावित परिवार ने 500 रुपये वसूली और टीसी न देने का भी दावा किया है. मामले की जांच चल रही है; मदरसे के एक शिक्षक ने आरोपों को खारिज किया है.
दशहरा के अवसर पर देश में धार्मिक सौहार्द और एकता पर जोर दिया गया. संभल सांसद बर्क ने कहा कि हर साल रावण दहन के साथ हमें अपने दिलों से भी नफरत और विभाजनकारी सोच को खत्म करना चाहिए. उन्होंने देश को धर्म के नाम पर बांटने के प्रयासों की कड़ी निंदा की. वक्ता ने कहा कि देश के संविधान और मजहब दोनों ही किसी के खिलाफ नफरत फैलाने की इजाजत नहीं देते. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया.
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर बिना नक्शा पास कराए मकान बनाने के मामले में एसडीएम कोर्ट ने आदेश जारी किया है. 1 मीटर गहराई और 14 मीटर लंबाई वाले अवैध निर्माण 30 दिन में खुद हटाना होगा, वरना प्रशासन बुलडोजर चलाएगा. धारा 9 के तहत 1.35 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है.
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "भाजपा को कम से कम यह तो बताना चाहिए कि 2014 से आज तक भारत का क्षेत्रफल बढ़ा है या घटा है. हम सभी चाहते हैं कि हमारी सीमाएं शांतिपूर्ण और सुरक्षित रहें, लेकिन उन्हें उस देश की चिंता नहीं है जो सबसे बड़ा ख़तरा है. हम आत्मनिर्भरता की बात करते हैं, देश आत्मनिर्भर हो, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का विस्तार हो, लेकिन हम एक व्यापारी देश बन गए हैं."
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क और एसपी विधायक इकबाल मलिक के बेटे शोएब इक़बाल को संभल हिंसा के सिलसिले में पूछताछ के लिए न्यायिक आयोग ने बुलाया था. इसके लिए वे लखनऊ में आयोग के दफ्तर पहुंचे. इससे पहले इस मामले में एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी न्यायिक आयोग के सामने पेश हुए थे.
संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क और एसपी विधायक हिंसा मामले में न्यायिक आयोग के सामने पेश हुए. लखनऊ में आयोग द्वारा पूछताछ की जा रही है. एक नेता ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि इस देश के अंदर अभी जहां हम पुलिस, प्रशासन और सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते, हमें अभी अपने न्यायालयों पर विश्वास है'.
संभल हिंसा मामले में सांसद जियाउर रहमान बर्क और एसपी विधायक बेटे शोएब इकबाल न्यायिक आयोग के सामने पेश होंगे. दोनों लखनऊ स्थित आयोग के दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाए गए हैं. इससे पहले एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई भी आयोग के सामने पेश हो चुके हैं. सांसद बर्क ने कहा है कि वे जांच में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं.
सांसद जियाउर्रहमान बर्क संभल हिंसा मामले में न्यायिक आयोग के सामने पूछताछ के लिए पेश होंगे. आयोग ने उन्हें लखनऊ स्थित दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है. बता दें कि पिछले साल नवंबर में संभल में जामा मस्जिद के बाहर हुई हिंसा के संबंध में यह पूछताछ की जा रही है.
यूपी में संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की आज न्यायिक आयोग के सामने पेशी है. संभल में हुई हिंसा के मामले में उनसे पूछताछ की जाएगी. इसके अलावा संभल के विधायक के बेटे को भी पूछताछ के लिए न्यायिक आयोग ने समन भेजा है. देखें वीडियो.
संभल से सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क को आयोग ने नोटिस भेजकर स्पष्ट किया है कि उन्हें चल रही जांच में सहयोग करना होगा और अपने बयान दर्ज कराने के लिए निर्धारित तारीख को पेश होना होगा. इसके साथ ही आयोग ने सपा के वरिष्ठ विधायक इकबाल महमूद के बेटे को भी नोटिस जारी किया है और उन्हें भी 16 अप्रैल को पेश होने का निर्देश दिया गया है.
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में दावा किया गया है कि यह संशोधन असंवैधानिक है और यह नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है.
उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा की जांच कर रही SIT ने समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क से पूछताछ की. हिंसा से एक दिन पहले भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. सूत्रों के अनुसार, कुछ सवालों के जवाब में सांसद फंसे और कुछ के गलत जवाब दिए.
सपा सांसद कई आरोपों में घिरे हुए हैं. हालांकि अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन उनके खिलाफ माहौल कुछ ऐसा है कि कभी भी कोई बड़ा एक्शन हो सकता है. आजम खान से उनके मामले की तुलना इसलिए हो रही है क्योंकि कुछ इसी तर्ज पर आजम खान पर भी आरोप लगे हैं और वो न सिर्फ जेल में हैं बल्कि सजायाफ्ता भी हैं.
संभल में 24 नवंबर को हुए दंगे के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क से एसआईटी ने लगभग 3 घंटे तक पूछताछ की. एसआईटी ने उनसे दंगे के दिन की गतिविधियों, फोन कॉल्स और जामा मस्जिद के अध्यक्ष जफर अली से संपर्क के बारे में सवाल पूछे. VIDEO
SIT ने वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर सवाल पूछे, जिनमें कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR), लोकेशन डेटा और डिजिटल साक्ष्य शामिल थे. इन सवालों पर भी सांसद स्पष्ट जवाब देने में विफल रहे. वहीं हिंसा के दौरान बने वॉट्सएप ग्रुप्स को लेकर भी उनसे पूछताछ हुई.
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क से संभल के थाना नखासा में एसआईटी ने तीन घंटे तक पूछताछ की. यह पूछताछ 24 नवंबर को हुई हिंसा के संबंध में की गई. एसआईटी के सीओ कुलदीप सिंह ने बताया कि जांच अभी जारी है और आवश्यकता पड़ने पर सांसद को फिर से बुलाया जा सकता है. VIDEO
संभल हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क से एसआईटी पूछताछ कर रही है. एसआईटी ने 100 से ज्यादा सवालों की लिस्ट बनाई है. सवालों में 24 नवंबर को विवादित ढांचे के सर्वे के दौरान सांसद की मौजूदगी, फोन कॉल्स और व्हाट्सएप पर बातचीत से संबंधित प्रश्न शामिल हैं. देखें लंचब्रेक.
संभल हिंसा मामले में एसआईटी की पूछताछ के लिए समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क थाने पहुंच गए हैं. यहां हिंसा मामले में उनसे पूछताछ होगी. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए गए थे, जिसमें उन पर हिंसा भड़काने का आरोप है.
जियाउर्रहमान बर्क ने पूछताछ के लिए थाने जाने से पहले कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, फिर भी वह जांच में सहयोग के लिए पूछताछ में शामिल होने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं कानून और संविधान में विश्वास रखता हूं और न्यायपालिका में मेरी आस्था है.
उत्तर प्रदेश के संभल हिंसा मामले में एसआईटी की पूछताछ के लिए सपा सांसदद जियाउर्रहमान बर्क थाने पहुंच गए हैं. इससे पहले उन्होंने कहा, "मैं कानून और संविधान में विश्वास रखता हूं. देखिए उन्होंने क्या कुछ कहा.
संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क से एसआईटी पूछताछ कर रही है. सांसद ने कहा कि वे पूरी तरह से जांच में सहयोग करेंगे. पुलिस का दावा है कि सांसद के खिलाफ कई अहम सबूत हैं, जिनमें एक व्हाट्सएप ग्रुप और जामा मस्जिद के सदर जफर अली से संपर्क शामिल है. देखिए पूछताछ पर बर्क क्या बोले.