उत्तर प्रदेश के संभल में नवंबर 2024 में हुई हिंसा की जांच कर रहे न्यायिक आयोग ने सख्ती दिखाते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर रहमान बर्क को 16 अप्रैल को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है. पिछले साल हुई इस हिंसा में कई लोगों की जान चली गई थी और प्रदेशभर में इसका बड़ा असर देखने को मिला था.
सपा विधायक के बेटे को भी भेजा नोटिस
संभल से सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क को आयोग ने नोटिस भेजकर स्पष्ट किया है कि उन्हें चल रही जांच में सहयोग करना होगा और अपने बयान दर्ज कराने के लिए निर्धारित तारीख को पेश होना होगा. इसके साथ ही आयोग ने सपा के वरिष्ठ विधायक इकबाल महमूद के बेटे को भी नोटिस जारी किया है और उन्हें भी 16 अप्रैल को पेश होने का निर्देश दिया गया है.
एसआईटी ने 3 घंटे तक की थी पूछताछ
एसआईटी ने मंगलवार को जियाउर रहमान बर्क से 3 घंटे तक पूछताछ की थी. उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. SIT यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या हिंसा के पीछे बर्क का हाथ था. उन पर संभल की जामा मस्जिद हिंसा में शामिल होने की संभावना का आरोप है.
कई आरोपों में घिरे सपा सांसद
इससे पहले जियाउर रहमान बर्क के संभल में बने निजी मकान में बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए थे. इसके अलावा उनके खिलाफ बिना नक्शे का कई मंजिला मकान बनाने और जमीन कब्जे का मामला भी दर्ज है. सपा सांसद कई आरोपों में घिरे हुए हैं. अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन उनके खिलाफ माहौल कुछ ऐसा है कि कभी भी कोई बड़ा एक्शन हो सकता है.