राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya, Uttar Pradesh) में हो रहा है. जहां इस मंदिर का निर्माण हो रहा है, हिंदू आस्थावान उसे भगवान राम की जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) मानते हैं. मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) द्वारा करवाया जा रहा है. राम मंदिर के लिए भूमि पूजन अगस्त 2020 में हुआ था. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भी शामिल हुए थे.
अयोध्या के श्रीराम लला मंदिर के पहले तल पर स्थित राम दरबार के मूर्ति शिल्पी प्रशांत पाण्डेय से हुई खास बातचीत में जानिए कैसे एक शिला से प्रकट हुए सिंहासन आरूढ़ श्री सीताराम! एक ही शिला में रामचंद्र जी का रूप हल्का नीला और सीताजी बिल्कुल सफेद निकला!
श्री राम दरबार के स्वर्ण शिल्पी ऋषभ वैराठी ने आजतक से बातचीत में बताया कि कैसे सोने चांदी से बने सिंहासन को तैयार किया गया. चर्चा में सिंहासन के डिजाइन और सजावट के पीछे की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला गया. इस बातचीत में बताया गया कि कैसे पारंपरिक शिल्प कौशल और आधुनिक कलाकारी को मिलाकर सिंहासन को सजाया गया.
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के पूर्व अधिकारी ने कहा कि अयोध्या विवाद एक कम्युनिस्ट इतिहासकार के असर की वजह से बढ़ा. उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट इतिहासकारों ने मुस्लिम कम्युनिटी को इस बात के लिए मनाया कि वे मस्जिद के नीचे मंदिर होने के सबूत को खारिज कर दें.
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बात करते हुए राजनीतिक विश्र्लेषक अखिल स्वामी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होनें पीएम मोदी के बयान पर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि उन्हें ये सुनकर अफसोस हुआ कि उनकी और उनके पूर्वजों की मानसिकता गुलामी की मानसिकता है.
अवधेश प्रसाद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दो बार के सांसद और राम मंदिर आंदोलन का चेहरा रहे लल्लू सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी. बीते मंगलवार (25 नवंबर) को उन्होंने आरोप लगाया था कि दलित होने की वजह से उन्हें श्री राम जन्मभूमि मंदिर में आयोजित ध्वज-रोहण कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया.
Kovidara Tree Vastu:कोविदार वृक्ष जिसे कंचनार भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति, आयुर्वेद और वास्तु तीनों में अत्यंत महत्वपूर्ण वृक्ष माना जाता है. कोविदार वृक्ष भगवान कृष्ण से जुड़ा माना जाता है. कहा जाता है कि कृष्ण व्रज में कोविदार वृक्ष के नीचे रास-लीला करते थे.
आजतक के ख़ास कार्यक्रम 'बहस बाजीगर' में इस बार का टॉपिक है- क्या अयोध्या राम मंदिर पर धर्मध्वजा से 'गुलाम सोच का DNA' बदलेगा? इसी सवाल पर तमाम पार्टियों के प्रवक्ताओं में वार-पलटवार देखने को मिला. सभी ने अपने-अपने तर्कों से एक-दूसरे पर जमकर निशाने साधे. देखें सबसे तीखी बहस.
दूरदर्शन पर शुरू होने वाली सीरीज 'जन जन में राम' का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है. जिसमें नई तरह की रामायण देखने को मिल रही है. जानिए ये टीवी पर कब से आएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में श्री संस्थान गोकर्ण जीवोत्तम मठ के 550वें वर्ष समारोह के तहत भगवान राम की 77 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया. यह प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के मूर्तिकार राम सुतार ने बनाई है और इसे दुनिया में भगवान राम की सबसे ऊंची प्रतिमा बताया जा रहा है.
गोवा की पहचान अब सिर्फ बीच तक सीमित नहीं रहेगी. दक्षिण गोवा के एक ऐतिहासिक मठ में पीएम मोदी 77 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण करने वाले हैं, जिसे देश के मशहूर शिल्पकार राम सुतार ने तैयार किया है.
राम मंदिर धर्म ध्वजा रोहण पर पाकिस्तान की टिप्पणी पर भारत ने जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम पाकिस्तान की टिप्पणी को उस अवमानना के साथ अस्वीकार करते हैं जिसके वे हकदार हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान के पास दूसरों को उपदेश देने का कोई नैतिक आधार नहीं है, पाखंडपूर्ण उपदेश देने के बजाय, पाकिस्तान को अपने स्वयं के खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए. बता दें पाकिस्तान ने अयोध्या के राम मंदिर में पीएम मोदी के ध्वजारोहण पर विरोध जताया था.
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हुआ है. मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां धर्म ध्वज की स्थापना मंदिर के शिखर पर की.
मुर्शिदाबाद में टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद ऐलान पर BJP का पलटवार. दोनों दलों ने 6 दिसंबर को Ram Mandir और Masjid शिलान्यास का दावा किया.
कानपुर की ऑर्डिनेंस पैराशूट फैक्ट्री (OPF) ने अयोध्या राम मंदिर के लिए 22x11 फीट का धर्म ध्वज तैयार किया है. रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर बना यह झंडा उच्च गुणवत्ता वाले नायलॉन पैराशूट फैब्रिक से बना है. यह सिर्फ 2.5 किलो का और मौसम प्रतिरोधी है, जिस पर कोविदार वृक्ष और सूर्य के भीतर ओम का प्रतीक अंकित है.
रामलला के मंदिर पर धर्म ध्वजारोहण को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि क्या हमारे प्रधानमंत्री किसी मस्जिद के ऊपर जाकर झंडा फहराएंगे. मस्जिद ही नहीं क्या कभी पीएम मोदी किसी चर्च या गुरुद्वारे का झंडा फहराएंगे. वो राम मंदिर का झंडा सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने के लिए फहरा रहे हैं.
अयोध्या में राम मंदिर धर्मध्वजा स्थापना समारोह के बाद राजनीति गरमा गई है. अनुराग भदौरिया ने ध्वजारोहण को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने बीजेपी से पूछा कि आखिर अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में क्यों नहीं बुलाया गया.
अयोध्या राम मंदिर के ध्वजारोहण 2025 में कोविदार वृक्ष के चिन्ह का विशेष महत्व. जानें भरत और लक्ष्मण की कथा, आयुर्वेदिक गुण और ऐतिहासिक संदर्भ.
अयोध्या में राम मंदिर पर केसरिया ध्वज की स्थापना पर पाकिस्तान चिढ़ गया है. अपने मुल्क में हिन्दुओं और ईसाइयों की रक्षा करने में नाकाम रहने वाले पाकिस्तान ने राम मंदिर पर केसरिया ध्वज की स्थापना को इस्लामोफोबिया, हेट स्पीच से जोड़ दिया है और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है.
अयोध्या के राम मंदिर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धर्म ध्वजा फहराने का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसे भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण के रूप में देखा गया. इस अवसर पर मोदी ने मकौले की शिक्षा नीति से उपजी गुलामी की मानसिकता पर चोट करी और कहा कि अगले दस सालों में भारत इस मानसिकता से पूरी तरह मुक्त होगा. इस कार्यक्रम के बाद अयोध्या की राजनीतिक स्थितियों में भी हलचल आई, जहां विपक्ष ने इस कदम पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दीं.
अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण कार्य छह सौ सत्तर दिनों के बाद पूरा हुआ और प्रधानमंत्री मोदी तथा मोहन भागवत ने मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज फहराया. इस महत्वपूर्ण अवसर पर दोनों ने पूजा अर्चना की और मंदिर के महत्व को बताया. पीएम मोदी ने धर्म, कर्म और समाज में शांति की संदेश देकर देशवासियों को एकजुट होने का आह्वान किया. राम मंदिर के निर्माण में अनेक लोगों ने योगदान दिया है तथा यह मंदिर भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीकों का प्रतीक है.
PM Narendra Modi Ayodhya Visit: अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्म ध्वज फहराया. यह अनुष्ठान अभिजीत मुहूर्त में हुआ. ताजा अपडेट्स के लिए पेज को रिफ्रेश करते रहें.