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महावतार नरसिम्हा

महावतार नरसिम्हा

महावतार नरसिम्हा

भारतीय पौराणिक कथा और एनिमेशन की दुनिया को एक नया आयाम देने वाली फिल्म महावतार नरसिंह (Mahavatar Narsimha) साल 2025 की एक महत्त्वाकांक्षी एनिमेटेड एक्शन फिल्म है. यह फिल्म अश्विन कुमार के निर्देशन में बनी है, जो इस फिल्म से अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू कर रहे हैं. इसकी कहानी जयापूर्णा दास ने लिखी है और फिल्म का निर्माण क्लीम प्रोडक्शंस और होम्बले फिल्म्स द्वारा किया गया है.

फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर सैम सी. एस. ने तैयार किया है, जबकि संपादन अजय वर्मा और निर्देशक अश्विन कुमार ने स्वयं संभाला है.

महावतार नरसिंह का विशेष प्रदर्शन 25 नवंबर 2024 को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में किया गया था, और यह फिल्म 25 जुलाई 2025 को 2डी और 3डी प्रारूपों में देशभर में सिनेमाघरों में रिलीज हुई. रिलीज के बाद, यह फिल्म भारत की अब तक की सबसे अधिक कमाई करने वाली एनिमेटेड फिल्म बन गई है, जिसने हनुमान (2005) का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है.

यह फिल्म ‘महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स’ की पहली कड़ी है, जो भगवान विष्णु के दस अवतारों (दशावतार) पर आधारित सात भागों की एक योजना का हिस्सा है.

फिल्म की कथा भगवान विष्णु के दो प्रमुख अवतारों - वराह और नरसिंह - के ईश्वरावतरणों पर केंद्रित है. कहानी की शुरुआत होती है वराह अवतार से, जिसमें भगवान विष्णु विशाल जंगली सूअर का रूप लेकर असुर हिरण्याक्ष से पृथ्वी माता (भूदेवी) को बचाते हैं. इसके बाद कथा का फोकस हिरण्याक्ष के भाई हिरण्यकशिपु पर जाता है, जो ब्रह्मा जी से वरदान प्राप्त कर स्वयं को ईश्वर घोषित करता है और विष्णु भक्तों पर अत्याचार करता है.

उसका पुत्र प्रह्लाद, जो विष्णु का अनन्य भक्त होता है, अपने पिता की धमकियों के बावजूद ईश्वर में अडिग आस्था बनाए रखता है. प्रह्लाद की रक्षा और अधर्म के अंत हेतु भगवान विष्णु नरसिंह अवतार में प्रकट होते हैं- आधे मनुष्य और आधे सिंह के रूप में जो ब्रह्मा के वरदान की शर्तों को ध्यान में रखते हुए हिरण्यकशिपु का वध करते हैं.फिल्म दशावतार की दो प्रमुख कथाओं को मिलाकर महावतार नरसिंह ईश्वरीय न्याय, अटूट श्रद्धा और धर्म की रक्षा जैसे गहरे विषयों को उजागर करती है.

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