कटिहार
कटिहार (Katihar) भारत के बिहार राज्य के पूर्वी भाग में स्थित एक जिला है और यह क्षेत्रीय मुख्यालय भी है. यह बिहार के बड़े शहरों में से एक है. इस जिले का क्षेत्रफल 3,057 वर्ग किलोमीटर है (Katihar Geographical Area)
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक कटिहार की जनसंख्या (Katihar Population) 30.71 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 1,005 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 919 है. इस जिले की 52.24 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 59.36 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 44.39 फीसदी है (Katihar Literacy).
कटिहार मिथिला क्षेत्र का एक हिस्सा रहा है. मिथिला साम्राज्य की स्थापना करने वाले इंडो-आर्यन लोगों द्वारा बसने के बाद मिथिला ने पहली बार प्रमुखता प्राप्त की. वैदिक काल के दौरान, विदेहों का साम्राज्य कुरु और पंचला के साथ दक्षिण एशिया के प्रमुख राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक बन गया था. विदेहों के राज्य के राजाओं को जनक कहा जाता था. मिथिला साम्राज्य को बाद में वज्जी संघ में शामिल किया गया, जिसकी राजधानी वैशाली शहर में थी, जो मिथिला में भी है (Katihar District).
गोगाबिल झील और गुरु तेग बहादुर साहिब ऐतिहासिक गुरुद्वारा इस जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल है (Katihar Tourist Place).
बिहार के कटिहार जिले में एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी. आरोपी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसको पत्नी पर किसी से अवैध संबंध का शक था. साथ ही वह छोटे बेटे को अपना नहीं मान रहा था. क्योंकि छोटा बेटा बड़े बेटे की तरह सांवला नहीं था.
बिहार के कटिहार जिले के आबादपुर थानाक्षेत्र के नारायणपुर गांव से एक सनकी और शक्की पति का खौफनाक अपराध सामने आया है. यहां बड़े बेटे की तरह छोटे बेटे के सांवला नहीं होने पर और अवैध शक के चलते पत्नी की हत्या कर दी गई. फिलहाल मामले में पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कटिहार विधानसभा क्षेत्र में विकास की योजनाएं नए बदलाव लेकर आई हैं. इस क्षेत्र में जो प्रगति हुई है, उसने मतदाताओं के दिलों में विश्वास और उम्मीद जगाई.
Bihar Election Viral News: बिहार के कटिहार से लोकतंत्र और किसानी संस्कृति का एक अद्भुत संगम सामने आया है. वोट देने के उत्साह में किसान आनंद सिंह अपने घर से मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए अपनी 'फ्यूल लेस सवारी' पर चढ़कर गए.
कटिहार की मनिहारी में कांग्रेस की चुनावी सभा के दौरान बवाल हुआ. कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी की रैली दोपहर एक बजे तय थी, लेकिन वे शाम पांच बजे तक नहीं पहुँच सके. उनकी देरी से लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और कांग्रेस समर्थक कुर्सियाँ तोड़ने लगे.
बिहार के कटिहार में कांग्रेस की एक चुनावी सभा में जमकर बवाल हुआ, जहां कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी को सुनने आई भीड़ उनके न पहुंचने पर हिंसक हो गई. मंच से एक कांग्रेस नेता ने कहा कि 'इमरान प्रतापगढ़ी का हेलिकॉप्टर का रिप्लाय नहीं दिया गया है, जिसके कारण उतरने नहीं दिया है'. यह घटना मनिहारी की है, जहां प्रतापगढ़ी की रैली दोपहर 1 बजे निर्धारित थी, लेकिन वह शाम 5 बजे तक नहीं पहुंचे, जिससे उनके समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा.
बिहार के कटिहार से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें खाकी वर्दी पर सवाल उठे हैं. मामला बारसोई थाने के इंस्पेक्टर रामचंद्रन मंडल से जुड़ा है, जो एक रेस्टोरेंट में एक भाई-बहन के साथ बदतमीजी करते कैमरे में कैद हो गए. वीडियो में साफ दिख रहा है कि चुनाव के मद्देनजर जांच करने पहुंची पुलिस टीम के मुखिया, इंस्पेक्टर मंडल, रेस्टोरेंट में बैठे युवक-युवती से पूछताछ करते हैं जो जल्द ही बहस में बदल जाती है.
बिहार के कटिहार जिले के एक वीडियो ने पुलिस की कार्य प्रणाली के साथ-साथ पुलिसवालों के व्यवहार पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. वीडियो वायरल होने के बाद लोगों का भी गुस्सा पुलिसवालों पर फूट गया है.
बिहार का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. साथ ही वीडियो ने पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर भी प्रश्न खड़े कर दिए हैं. दरअसल कटिहार जिले के बारसोई रास चौक स्थित BR-11 रेस्टोरेंट में भाई-बहन खाने के लिए गए थे. इस दौरान बारसोई थानाध्यक्ष वहां पहुंच गए और वर्दी की धौंस दिखाते हुए बहुत ही गलत तरीके से युवक से पूछा कि ये कौन है?
कटिहार के कांग्रेसी सांसद तारिक अनवर का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे थे. वीडियो में तारिक अनवर लोगों के कंधों पर सवार होकर एक सड़क पार करते हुए दिख रहे हैं. इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर हमला बोला है.
कटिहार के एनएच-31 पर एक बस में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते बस आग का गोला बन गई और धू-धू कर जल गई. बताया जाता है कि बस में 82 श्रद्धालु सवार थे, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
कटिहार में श्रद्धालुओं से भरी एक बस में आग लग गई और आग का गोला बन गई. जिससे हाइवे पर कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई और जाम लग गया. बस में 82 लोग सवार थे.
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग मतदाता सूची दुरुस्त करने का महाअभियान चला रहा है, जिसके तहत लगभग 65 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, जिनमें 22 लाख मृत मतदाता शामिल हैं. आजतक ने अररिया और कटिहार जैसे सीमांचल के ग्रामीण और बाढ़ प्रभावित इलाकों में इसकी जमीनी पड़ताल की. देखें विशेष.
बिहार के 10 जिलों में 25 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. 348 ग्राम पंचायतें जलमग्न हैं. प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के राहत कार्य में जुटने का दावा किया गया है, लेकिन जमीनी हकीकत अलग है. कटिहार में 5 लाख की आबादी पर मुसीबत आई है. लोगों को कमर तक पानी में रहकर खाना बनाना और सोना पड़ रहा है.
कटिहार के बरारी थाना क्षेत्र में अंधविश्वास का एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां गांव के लोगों ने जादू-टोने के आरोप में दो व्यक्तियों को बिजली के खंभे से बांधकर जबरदस्ती मल खिलाया. घटना का वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एसपी ने कहा कि बाकी दोषियों की गिरफ्तारी या घर की कुर्की की जाएगी.
बिहार के कटिहार जिले में अंधविश्वास की एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है. बरारी थाना क्षेत्र के मरघीया गांव के वार्ड नंबर 4 में ग्रामीणों ने जादू-टोने के शक में दो लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार किया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बिहार के कटिहार जिले में गंगा, कोसी, बारांडी और कारीकोसी नदियों के जलस्तर बढ़ने से छह प्रखंडों में बाढ़ का संकट है, करीब 5 लाख लोग प्रभावित हैं. मनिहारी प्रखंड के मेदिनीपुर गांव में 4-5 फीट पानी भरा है. गांव का स्कूल डूबा है और लोग नाव के सहारे जीवनयापन कर रहे हैं.
बिहार के कटिहार में बाढ़ ने जनजीवन पूरी तरह से ठप कर दिया है. गांव के गांव पानी में डूबे हैं. लोग ट्यूब से बनी नाव पर रातें गुजारने को मजबूर हैं. घर, स्कूल, सब जलमग्न हैं. मवेशी और इंसान एक साथ पानी में राहत की आस लगाए बैठे हैं.
बिहार के कटिहार जिले में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. गांव का हर कोना पानी में डूबा है. घरों में ताले लगे हैं और बाउंड्री वाल तक पानी से लबालब भरे हैं. लोग रबड़ के ट्यूब से बनी नावों में आ-जा रहे हैं और कुछ तो इन्हीं पर सोने को मजबूर हैं. महिलाएं कंधे पर सामान का पॉलिथिन लेकर छाती भर पानी में गुजर रही हैं. बुजुर्ग बाढ़ में डूबे बेंच पर बैठकर मदद की आस में टकटकी लगाए हुए हैं
बिहार के कटिहार जिले में गंगा, कोसी, बारांडी और कारी कोसी नदियों के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात गंभीर हैं. जिले के कुर्सेला, बरारी, मनिहारी, अमदाबाद, मनसाही और प्राणपुर प्रखंड बुरी तरह प्रभावित हैं, जिससे करीब 5 लाख लोग परेशानी झेल रहे हैं.
बिहार में गंगा और कोसी नदी के उफान ने कई जिलों को जलमग्न कर दिया है. भागलपुर, कटिहार, खगड़िया समेत दर्जनों इलाके डूबे, फसलें बर्बाद और लाखों लोग बेघर. राहत-बचाव कार्य जारी.