बिहार के कटिहार जिले में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. गांव का हर कोना पानी में डूबा है. घरों में ताले लगे हैं और बाउंड्री वाल तक पानी से लबालब भरे हैं. लोग रबड़ के ट्यूब से बनी नावों में आ-जा रहे हैं और कुछ तो इन्हीं पर सोने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं लोग भूखे - प्यासे राहत का इंतजार कर रहे हैं.
महिलाएं कंधे पर सामान का पॉलिथिन लेकर छाती भर पानी में गुजर रही हैं. बुजुर्ग बाढ़ में डूबे बेंच पर बैठकर मदद की आस में टकटकी लगाए हुए हैं. बच्चे मोबाइल चलाते हुए डूबे चौकी पर बैठे हैं. बांस के मचान पर युवक चुपचाप पानी का नजारा देख रहे हैं.
बाढ़ ने गांव में मचाई तबाही
गांव की गलियों में बांस लगाकर खतरे का संकेत दिया गया है. भैंसें भी पानी में खड़ी राहत की तलाश कर रही हैं और पशुपालक उन्हें पानी के बीच ले जाते हैं. बीमार महिलाएं डूबे चौकी पर बैठकर ग्रामीण डॉक्टर से इलाज करा रही हैं.
स्कूल भी बाढ़ में डूब चुके हैं. एक स्कूल का बोर्ड पानी में डूबा हुआ है और ऊपरी तल पर महिला-पुरुष झांकते नजर आते हैं. छज्जे पर बकरी बंधी है. बच्चे बाढ़ के पानी में बर्तन धो रहे हैं. कुछ लोग माथे पर बोरी रखकर पानी पार कर रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन ने नाराज ग्रामीण
कटिहार का यह दृश्य बताता है कि बाढ़ ने यहां के लोगों से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी छीन ली है और अब उनके पास सिर्फ इंतजार और उम्मीद बची है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली है.