धनतेरस (Dhanteras), दिवाली के त्योहार का पहला दिन है. कई स्थानों पर इसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. यह हिंदू कैलेंडर महीने में कृष्ण पक्ष के तेरहवें चंद्र दिवस पर मनाया जाता है. इस साल धनतेरस 29 नवंबर को है (Dhanteras 2024 Date).
धनतेरस दिवाली त्योहार के उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है. धनतेरस से एक दिन पहले वसुबरस मनाया जाता है. इस दिन गाय और उसके बछड़े की पूजा की भी प्रथा है. वैदिक संस्कृति में गाय का बहुत ही पवित्र स्थान है. 'गौ माता' के रूप में संदर्भित, उनकी पूजा की जाती है और उनका पालन-पोषण अत्यंत सम्मान के साथ किया जाता है. 'गौ माता' और उनका प्रसाद 'पंचामृत', अक्सर सभी हिंदू समारोहों में उपयोग किया जाता है (Dhanteras Festival).
धनतेरस में भगवान धन्वंतरि की पूजा होती है. भगवान धन्वंतरि, हिंदू परंपराओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान उभरे, एक हाथ में अमृत से भरा एक कलश और दूसरे हाथ में आयुर्वेद के बारे में पवित्र पाठ का पुस्तक था. उन्हें देवताओं का वैद्य माना जाता है.
पूरे भारत में धनतेरस के दिन सोने और चांदी के गहने या सिक्के खरीदने का भी रिवाज है. जो लोग सोने- चांदी नहीं खरीदते वह किसी भी धातु के बने हुए सामान खरीदते हैं. माना जाता है कि इस दिन कोई भी धातु का सामान खरीदने से घर धन-धान्य से भरा रहता है (Dhanteras Rituals).
Diwali 2025: धनतेरस या दिवाली पर झाड़ू खरीदना बेहद शुभ माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है, लेकिन पुरानी झाड़ू को फेंकते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
Dhanteras Silver Demand: इस साल धनतेरस पर चांदी के सिक्कों की बिक्री में 35-40% की बढ़ोतरी दर्ज की गई. जबकि पिछले साल के मुकाबले चांदी की कीमतें दोगुनी हो चुकी हैं.
इस बार धनतेरस पर सोने-चांदी की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंच चुकी हैं. महंगे दामों के बावजूद इस धनतेरस लोगों ने सोने से ज्यादा चांदी में दिलचस्पी दिखाई. चांदी के सिक्कों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 35 से 40 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई
Diwali 2025: दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के बाद खास तरह के भोग माता लक्ष्मी को चढ़ाए जाते हैं. माता लक्ष्मी को चढ़ाए जाने वाले भोग का विशेष महत्व है. जानते हैं लक्ष्मी मां की मनपंसद 5 भोग बारे में
Diwali 2025: दिवाली पूजा में नारियल का विशेष महत्व होता है. यह केवल एक फल नहीं, बल्कि शुभता, पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. हिंदू धर्म में नारियल को “श्रीफल” कहा गया है, अर्थात वह फल जो मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है.
धनतेरस के मौके पर भोपाल के बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है, जिसका जायजा संवाददाता रमेशपाल सिंह ने लिया. लोग, विशेषकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, खरीदने के लिए बड़ी संख्या में निकल रहे हैं. एक ग्राहक ने खरीदारी की खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘हम तो वाशिंग मशीन लेने आए हैं आज.’ रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी दरों में हुई कटौती के कारण इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की मांग में उछाल आया है, जिससे खरीदारों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है.
दिवाली के जश्न की शुरुआत धनतेरस पर बंपर खरीदारी के साथ हुई है, वहीं अयोध्या में दीपोत्सव पर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया और दिल्ली भी पहली बार भव्य दीपोत्सव से जगमगा उठी. अयोध्या से रिपोर्टर समर श्रीवास्तव ने बताया, '28,00,000 दिए इस वक्त राम की पैड़ी पर बिछा दिए गए हैं...और ये 28,00,000 दिए आप समझिये एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे यानी की 26,00,000 दिए जैसे ही प्रज्वलित होंगे, एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बन जाएगा.'
Panch Parva 2025: 18 अक्टूबर को धनतेरस से पंचपर्व शुरू हो रहा है. हालांकि पंचपर्व इस बार 5 की बजाए 6 दिन का रहने वाला है. दिवाली और धनतेरस के बीच 21 तारीख को रिक्त तिथि रहने वाली है. आइए आपको पंचपर्प के शुभ मुहूर्त बताते हैं.
Dhanteras 2025 Shubh Muhurt: इस साल धनतेरस का आखिरी शुभ मुहूर्त रात 08:57 बजे से लेकर रात 10:32 बजे तक रहने वाला है. इस शुभ काल में सोना-चांदी, झाड़ू, कुबेर यंत्र, सूखा धनिया, पीतल का कलश और दिवाली से जुड़ा सामान खरीदना शुभ होगा.
Dhanteras 2025: आज देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है. धनतेरस के दिन नई झाड़ू खरीदने की परंपरा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के अलावा 6 अन्य मौकों पर भी घर में नई झाड़ू लाना शुभ माना जाता है.
Dhanteras 2025: ज्योतिष गणना के अनुसार, इस धनतेरस से लेकर अगले धनतेरस तक तीन राशियों के लिए समय बहुत ही शुभ रहने वाला है. आइए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में.
सोने-चांदी की बढ़ी कीमतों के बावजूद ग्राहकों ने परंपरा निभाते हुए गहनों, सिक्कों और अन्य वस्तुओं की खरीदारी की. पिछले वर्ष दीपावली के समय सोने का भाव लगभग 80,000 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जो इस बार बढ़कर 1,30,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया.
देशभर में धनतेरस पर बाजारों में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली. अनुमान के मुताबिक, इस साल पूरे देश में 1 लाख करोड़ रुपए का व्यापार हुआ
Dhanteras 2025: धनतेरस पर सही उपाय करने से धन की प्राप्ति होती है, लेकिन इस दिन कुछ छोटी-छोटी गलतियों से बचना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि कुछ छोटी गलतियों से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद नहीं मिलता है. जानते हैं वो गलतियां कौन सी हैं.
धनतेरस के मौके दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर त्योहार की रौनक के साथ-साथ भीषण ट्रैफिक जाम का आलम देखने को मिल रहा है...शाम ढलते ही नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम की सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं.
धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. लेकिन महंगाई के कारण इन्हें खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं है. ज्योतिषविद कहते हैं कि इस दिन एक खास चीज घर लाना सोने-चांदी खरीदने जितना ही शुभ होता है. आइए इसके बारे में जानते हैं.
धनतेरस के साथ देश भर के बाज़ारों में रौनक लौट आई है और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अनुसार व्यापार का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये को पार कर सकता है. आज तक के संवाददाताओं - भोपाल से रवीशपाल सिंह, जयपुर से देवांकुर, मुंबई से दीपेश त्रिपाठी और लखनऊ से संतोष शर्मा ने बताया कि लोग सोने-चांदी से लेकर स्वदेशी सामान तक की जमकर खरीदारी कर रहे हैं. इस साल खरीदारी के मिजाज पर एक ग्राहक ने कहा, 'मैं ऑफलाइन ही करता हूँ, ज्यादातर मतलब वो रिटर्न विटर्न में दिक्कत आती है, या कुछ रहता है तो मतलब ऑनलाइन बढ़िया ही नहीं रहता.'
Dhanteras 2025: धनतेरस के दिन समुद्र मंथन के समय भगवान धनवंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना भी विशेष फलदायी होता है, जानते हैं धनतेरस की रात किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, गणेश और धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन सोना-चांदी के साथ-साथ धनिया के बीज, हल्दी की गांठ, गोमती चक्र, कौड़ी, बताशा, सुपारी और रसोई के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है.
Dhanteras 2025: आज देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है. ऐसे में आज आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताते हैं जहां लोग भगवान कुबेर की नाभि पर घी और इत्र लगाकर सुख-संपन्नता का वरदान मांगते हैं. यह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है.
इस विशेष कार्यक्रम में धनतेरस पर्व के महत्व और परंपराओं पर विस्तार से चर्चा की गई. पंडित जी ने बताया कि इस दिन क्या खरीदना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए. पंडित जी के अनुसार, 18 अक्टूबर को धनतेरस के दिन पानी का पात्र जैसे लोटा या गिलास खरीदना सबसे शुभ होता है, जबकि लोहा खरीदने से बचना चाहिए.