चेतेश्वर अरविंद पुजारा (Cheteshwar Pujara) पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने तेरह से अधिक वर्षों तक भारतीय राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया. 24 अगस्त 2025 को पुजारा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की.
आइए जानते हैं उनके क्रिकेट करियर के बारे में- पुजारा ने घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए और इंग्लैंड की काउंटी चैम्पियनशिप में ससेक्स क्रिकेट क्लब के लिए खेला. अपने पूरे करियर में फर्स्ट-क्लास क्रिकेट के विशेषज्ञ माने जाने वाले पुजारा अपने अनुशासित और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी अंदाज के लिए जाने जाते रहे हैं. यही उनकी पहचान बनी और वे एक दशक से अधिक समय तक भारतीय टेस्ट टीम का अभिन्न हिस्सा रहे. उन्होंने भारत के लिए 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले. ऑस्ट्रेलिया दौरे (2018-19) पर भारत की ऐतिहासिक पहली टेस्ट सीरीज जीत में उनकी बल्लेबाजी ने अहम भूमिका निभाई.
पुजारा ने दिसंबर 2005 में सौराष्ट्र के लिए फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया और अक्टूबर 2010 में बेंगलुरु टेस्ट में भारत के लिए टेस्ट पदार्पण किया. उन्होंने भारत के लिए 5 वनडे मैच भी खेले.।
वे 2010 की गर्मियों में इंग्लैंड दौरे पर गई इंडिया-ए टीम का हिस्सा रहे और उस दौरे के सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने. अक्टूबर 2011 में बीसीसीआई ने उन्हें डी ग्रेड का राष्ट्रीय अनुबंध दिया. उनकी ठोस तकनीक और लंबी पारियां खेलने का धैर्य उन्हें राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के संन्यास के बाद भारतीय मध्यक्रम के लिए एक प्रमुख दावेदार बनाता था. इसके अलावा, वे आईपीएल 2021 की चैंपियन टीम चेन्नई सुपर किंग्स का भी हिस्सा रहे.
उनकी टेस्ट क्रिकेट में वापसी अगस्त 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई, जिसमें उन्होंने शतक जड़ा. नवंबर 2012 में अहमदाबाद टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला दोहरा शतक लगाया और मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक और दोहरा शतक जमाया. दोनों मौकों पर उन्होंने भारत को जीत दिलाई और ‘मैन ऑफ द मैच’ बने.
2012 एनकेपी साळवे चैलेंजर ट्रॉफी में वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, जिसमें उनके दो शतक और एक अर्धशतक शामिल थे. उन्होंने केवल 11 मैच और 18 पारियों में टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे कर लिए, जो उन्हें सबसे तेज खिलाड़ियों में शामिल करता है. साल 2013 में उन्हें ‘इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना गया.
फरवरी 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में उन्होंने भारतीय घरेलू सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड कायम किया. उन्होंने 1,605 रन बनाए और चंदू बोर्डे (1964–65) का 1,604 रनों का रिकॉर्ड तोड़ा. नवंबर 2017 में उन्होंने अपना 12वां प्रथम श्रेणी दोहरा शतक लगाया, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक था. उन्होंने विजय मर्चेंट का रिकॉर्ड तोड़ा.
मार्च 2022 में बीसीसीआई ने उन्हें ग्रेड बी का केंद्रीय अनुबंध दिया. हालांकि, लगातार खराब प्रदर्शन के चलते 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.
जून 2025 में पुजारा ने इंग्लैंड बनाम भारत की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में हेडिंग्ले से बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल टीम में बतौर कलर कमेंटेटर और विश्लेषक जुड़कर नई पारी की शुरुआत की.
चेतेश्वर पुजारा का जन्म 25 जनवरी 1988 को गुजरात के राजकोट में एक हिंदू परिवार में हुआ. उनके पिता अरविंद और चाचा बिपिन सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी खेल चुके थे. उनके पिता और मां रिमा पुजारा ने उनकी प्रतिभा को बचपन में ही पहचान लिया था और वे अक्सर अपने पिता के साथ अभ्यास करते थे. पुजारा ने 13 साल की उम्र में पहली बार लेदर बॉल से खेलना शुरू किया. साल 2005 में, जब वे 17 साल के थे, उनकी मां का कैंसर से निधन हो गया. उन्होंने जे. जे. कुंडलिया कॉलेज से बीबीए की पढ़ाई पूरी की.
उन्होंने 13 फरवरी 2013 को पूजा पाबरी से राजकोट में विवाह किया. 22 फरवरी 2018 को इस दंपति की बेटी अदिति का जन्म हुआ.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया को दो टेस्ट मैचों की सीरीज में हार मिली.जिसके बाद भारत के पूर्व खिलाड़ी अनिल कुंबले ने टीम के मैनेजमेंट पर सवाल किया है.
भारतीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा पत्नि के भाई यानि साले ने खुदकुशी कर ली. घटना सुबह लगभग नौ बजे की है जब युवक ने अपने घर के पहले मंजिल की खिड़की से फंदा लगाकर जान दे दी. तुरंत ही परिवार ने उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एसीपी ने बताया कि करीब एक साल पहले जीत पाबारी पर एक लड़की ने मामला दर्ज कराया था. आरोप था कि जीत ने शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए और बाद में सगाई तोड़ दी. हालांकि, इस मामले में जीत एंटीसिपेटरी बेल लेकर पुलिस के सामने पेश हुए थे.
कोलकाता टेस्ट में भारतीय टीम से साई सुदर्शन बाहर हो गए. सुदर्शन हाल में दिल्ली टेस्ट में खेले थे और अपनी आखिरी पारी में 87 रन बनाए थे. कोलकाता टेस्ट में भारतीय टीम ने जो बैटिंग शीट सौंपी है, उसमें वॉशिंगटन सुंदर का नाम नंबर 3 पर है. ऐसे में सवाल है सुदर्शन की खता क्या थी? क्या इस फैसले के पीछे हेड कोच गौतम गंभीर हैं?
चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय टीम के लिए 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन बनाए थे. पुजारा ने 5 वनडे मैचों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने केवल 51 रन स्कोर किए. 37 साल के पुजारा ने 24 अगस्त 2025 को क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को अलविदा कह दिया था.
अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि कई डोमेस्टिक खिलाड़ी कमाल दिखा रहे हैं लेकिन बीसीसीआई उन्हें बार बार अनदेखा कर रही है.
टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज और पूर्व कप्तान अजिंक्य रहाणे ने टीम सेलेक्शन पर बड़ा बयान दिया है. रहाणे ने कहा कि भारत में खिलाड़ियों के सेलेक्शन प्रोसेस में बड़े बदलाव की जरूरत है. रहाणे ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी सेलेक्टर्स के डर से खुलकर नहीं खेल पाते और इससे टैलेंट दब जाता है.
टीम इंडिया के लिए नंबर 3 की गुत्थी नहीं सुलझ पा रही है, वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट के दौरान भी यह चीज नजर आई. कभी इस नंबर पर राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा ने खेलकर अपनी पहचान बनाई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेतेश्वर पुजारा की जमकर तारीफ की. पुजार को लिखे पत्र में पीएम मोदी ने उनके करियर से जुड़ी बड़ी बातों का जिक्र किया. पीएम ने उन्हें नई इनिंग्स के लिए शुभकामनाएं भी दीं.
विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा के टेस्ट रिटायरमेंट पर एक भावुक पोस्ट लिखा है. कोहली ने इस पोस्ट में बल्लेबाजी क्रम में उनका काम आसान बनाने के लिए पुजारा को धन्यवाद दिया है.
विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा के टेस्ट रिटायरमेंट पर एक भावुक पोस्ट लिखा. कोहली ने कहा पुज्जी (पुजारा) की वजह से उनका नंबर 4 पर बल्लेबाजी करना आसान हो गया.
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने 24 अगस्त को चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट के बाद उनके लिए एक स्पेशल मैसेज पोस्ट किया.
चेतेश्वर पुजारा ने 3 ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसका टूट पाना असंभव है. पहला चेतेश्वर पुजारा भारत के इकलौते बल्लेबाज हैं जिन्होंने किसी टेस्ट पारी में 500 से ज्यादा गेंदों का सामना किया.
पुजारा की खासियत थी धैर्य, साहस और दबाव सहने की क्षमता, जिससे वे अक्सर अकेले ही पारी को संभाले रखते थे. उनके योगदान, खासकर ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ भारत के यादगार टेस्ट मुकाबलों में निर्णायक साबित हुए हैं.
चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट के बाद कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया है.
चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त को इस क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया और कहा कि संन्यास लेने का उन्हें कोई पछतावा नहीं है.
चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि इतने सालों तक भारतीय टीम की जर्सी पहनना उनके लिए काफी खास रहा. पुजारा ने सपोर्ट स्टाफ, कोच और साथी खिलाड़ियों से मिले सपोर्ट को याद किया. 37 साल के पुजारा आगामी रणजी सीजन में खेलना चाहते थे, लेकिन फिर उन्हें लगा कि युवाओं को मौका देना सही होगा.
चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस क्रिकेट के नाम एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया. थरूर ने कहा कि पुजारा को सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए थे, जिसके वो हकदार थे.
चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. 37 साल के चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय टीम के लिए 103 टेस्ट और 5 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले. पुजारा ने फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए क्रिकेट में रनों का अंबार लगाया.
चेतेश्वर पुजारा ने जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट मैच में 56 रनों की शानदार पारी खेली थी. इस दौरान उन्हें 11 बार चोट लगी थी. इस इनिंग्स ने ही भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत का मार्ग प्रशस्त किया था.