भीलवाड़ा
भीलवाड़ा (Bhilwara) भारत में राजस्थान राज्य का एक जिला है (District of Rajasthan). भीलवाड़ा शहर जिला मुख्यालय भी है (Bhilwara District Headquarter). यह उत्तर में अजमेर जिले से, पूर्व में बूंदी जिले से, दक्षिण में चित्तौड़गढ़ जिले से और पश्चिम में राजसमंद जिले से घिरा है. राज्य राजमार्ग (जयपुर-उदयपुर) भीलवाड़ा जिले से होकर गुजरता है (Bhilwara Location).
इस जिले में 7 उप-मंडल हैं- भीलवाड़ा, शाहपुरा, गंगापुर, गुलाबपुरा, आसिन्द, मंडलगढ़ और जाहजपुर (Bhilwara Tehsils). इन उप-मंडलों के अंतर्गत भारत की जनगणना 2011 की रिपोर्ट के अनुसार 12 तहसीलें हैं और ये 12 तहसीलों में पंचायत समितियां हैं- भीलवाड़ा, बनेरा, मंडल, मंडलगढ़, बीजोलिया, कोटरी, हुरदा, शाहपुरा, जाहजपुर, सहदा, आसिन्द और रायपुर. तहसीलों के अंतर्गत चार उप तहसील भी हैं. जिले का क्षेत्रफल 10,455 वर्ग किमी है (Bhilwara Area) और इसकी आबादी 24.08 लाख है (Bhilwara Population).
राज्य के बूंदी और भीलवाड़ा जिलों में 5,000 से 200,000 वर्ष के पाषाण युग के उपकरण पाए गए हैं (Bhilwara Stone Age Tools). यह जिला अपने कपड़ा और खनिज उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है (BhilwaraTextile and Minerals Industries).
भीलवाड़ा जेल में तैनात RAC सिपाही रामकिशोर मोड़ीवाल ने शनिवार रात ड्यूटी के दौरान अपनी सर्विस राइफल से गोली मारकर जान दे दी. घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस जांच में जुटी है. मृतक के परिजनों ने मौत को संदिग्ध बताया है.
भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास का दर्दनाक मामला सामने आया है. यहां निमोनिया से पीड़ित 9 महीने के बच्चे को उपचार के नाम पर गर्म सलाखों से दाग दिया गया. झोलाछाप के इस कृत्य से बच्चे की हालत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ऐसे अंधविश्वास न केवल खतरनाक हैं बल्कि बच्चों की जान भी ले सकते हैं.
राजस्थान के भीलवाड़ा में अंधविश्वास का दर्दनाक मामला सामने आया है. निमोनिया के इलाज के नाम पर एक 9 महीने के बच्चे को गर्म सलाखों से दाग दिया गया. बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की हालत में सुधार है और लोगों से अंधविश्वास छोड़ने की अपील की है.
भीलवाड़ा में महिला मंडल की 150 से अधिक महिलाएं साइबर ठगों के निशाने पर आ गईं, जब व्हाट्सएप ग्रुप में शादी के इनविटेशन कार्ड के नाम पर फर्जी लिंक भेजा गया था. इस लिंक को डाउनलोड करते ही कई महिलाओं का व्हाट्सएप और बैंक ऐप हैक हो गया. सतर्कता और समय रहते चेतावनी से ठग उनके अकाउंट से पैसे नहीं उड़ा पाए.
राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में बड़ी साइबर ठगी की कोशिश का मामला सामने आया है. यहां एक महिला मंडल के व्हाट्सएप ग्रुप में शादी का इन्विटेशन कार्ड भेजा गया, जिसे असली समझकर जैसे ही महिलाओं ने डाउनलोड किया, उनका व्हाट्सएप हैक हो गया. इस ग्रुप में 150 से ज्यादा महिलाएं जुड़ी थीं.
राजस्थान के भीलवाड़ा में थप्पड़कांड के बाद सस्पेंड एसडीएम छोटू लाल शर्मा सुर्खियों में हैं. साल 2023 में एसडीएम का पहली पत्नी पूनम जाखोड़िया से तलाक हो गया था. इसके छह महीने के भीतर ॉदीपिका व्यास से छोटू लाल ने दूसरी शादी कर ली. इस शादी से उनका दो महीने का बच्चा है. पहली शादी से दो संतानें हैं. वहीं दीपिका की पहली शादी की बेटी भी परिवार का हिस्सा है.
राजस्थान के भीलवाड़ा में पेट्रोल पंप कर्मचारी को थप्पड़ मारने वाले एसडीएम छोटू लाल शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है. आज तक पर खबर दिखाए जाने के बाद यह कार्रवाई हुई. इस मामले में एसडीएम की पत्नी दीपिका व्यास ने कर्मचारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए FIR भी दर्ज कराई है.
राजस्थान के सस्पेंड थप्पड़बाज SDM छोटू लाल शर्मा की निजी जिंदगी की कहानियां भी सामने आ रही हैं .पहली पत्नी पूनम से कॉलेज में प्यार होने के बाद दोनों ने शादी की. इसके बाद तलाक हुआ. छोटू लाल ने 2024 में दीपिका व्यास से दूसरी शादी की. छोटू लाल का कहना है कि भाई की मौत के बाद उनके दो बच्चे भी उन्हीं के पास रहते हैं.
भीलवाड़ा के जसवन्तपुरा CNG पंप पर प्रतापगढ़ के एसडीएम छोटू लाल शर्मा और पंप कर्मचारियों के बीच थप्पड़बाजी हुई. एसडीएम ने कर्मचारियों को थप्पड़ मारे, जवाब में एक कर्मचारी ने भी उन्हें थप्पड़ जड़ दिया. घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. पुलिस ने तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया. एसडीएम की पत्नी दीपिका व्यास ने पेट्रोल पंप कर्मचारी के खिलाफ छेड़छाड़ की FIR दर्ज करवाई है.
राजस्थान के भीलवाड़ा के एसडीएम और पेट्रोल पंप कर्मचारियों के बीच हाथापाई का वीडियो सामने आया है. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के देवनगर गांव में एक वृद्ध महिला की शव यात्रा रास्ते के विवाद के कारण बीच में रुक गई. कुछ ग्रामीणों ने निजी जमीन बताकर शव यात्रा का रास्ता रोक दिया. प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप से समझाइश के बाद रास्ता खुलवाया गया और अंतिम संस्कार संपन्न हुआ.
अजमेर एटीएस ने भीलवाड़ा में 500 रुपये के नकली नोट बनाने का झांसा देने वाले तीन युवकों- अस्लम, इंसाफ और रियाज को पकड़ा. आरोपी सफेद पाउडर के पानी से काले कागज को असली नोट जैसा दिखाते थे. एटीएस ने जाल बिछाकर उन्हें रंगे हाथ पकड़ा और नोट जैसे कागज, पाउडर व मोटरसाइकिल जब्त की.
राजस्थान पुलिस की अजमेर एटीएस टीम ने शनिवार देर रात भीलवाड़ा में केमिकल डालकर 500 के असली नोट बनाने का झांसा देने वाले तीन युवकों को धर दबोचा है. सुभाषनगर थाना प्रभारी ने इस मामले में एटीएस के एएसआई की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. युवकों के पास 500 500 रूपये के नोटों के साइज के कागज के तीन बंडल मिले थे जिनको जप्त कर लिया है और पकड़े गए युवकों से पूछताछ की जा रही है.
राजस्थान के भीलवाड़ा से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है. एक नवजात को उसके सगे नाना ने जंगल में पत्थरों के नीचे दबा दिया और मुंह में फेवीक्विक भर दिया. जांच में सामने आया कि नाना ने यह कदम उठाया था और यह बच्चा उसकी अविवाहित बेटी का था. बेटी प्रेग्नेंट थी, उसके पिता ने सोचा कि नवजात को मारने से पूरी कहानी छिपाई जा सकती है.
राजस्थान में भीलवाड़ा के बिजोलिया इलाके से बीते दिनों बेहद दर्दनाक घटना सामने आई थी. यहां एक नवजात के मुंह में पत्थर ठूंसकर उसके मुंह को फेवीक्विक से चिपका दिया गया था. इसके बाद नवजात को पत्थरों के नीचे दबा दिया गया था. इस मामले में अब बड़ा खुलासा हुआ है.
भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा क्षेत्र में सुरली कल्याणपुरा गांव में 5 फुट चौड़े पंखों वाला चमगादड़ दिखाई दिया. ग्रामीणों ने इसका वीडियो और फोटो बनाए. वन विभाग ने जांच शुरू कर दी है. डीएफओ गौरव गर्ग ने बताया कि यह फ्लाइंग फोक्स प्रजाति का चमगादड़ है और इंसानों के लिए खतरनाक नहीं है.
भीलवाड़ा में जन्म के 15 दिन के नवजात मासूम को फेवीक्विक चिपका कर तपते पत्थरों पर फेंक दिया गया. अब धरती के भगवान डॉक्टर mldh जिंदगी बचाने में हर संभव प्रयास कर रहे हैं. बाल कल्याण समिति ने उसे तेजस्व नाम दिया. ICU में जिंदगी और मौत के बीच झूलते इस मासूम के लिए अगले 48 घंटे अहम है.
'यदि यह बच्चा बोल सकता, तो वह अपनी मां से कहता मां… मेरी सांसें तुम्हारे प्यार की तलाश कर रही हैं… मेरे छोटे हाथ तुम्हारे हाथ को छूना चाहते हैं… लेकिन ये पत्थर और फेवी क्विक मुझे तुम्हारे पास जाने नहीं दे रहे… कोई नहीं सुन सकता मेरी पुकार…' भीलवाड़ा में पत्थरों के नीचे दबे इस नन्हें नवजात को समय रहते बचा लिया गया.
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां सीताकुंड जंगल में 10-12 दिन के नवजात को पत्थरों के नीचे दबाकर उसके मुंह में पत्थर डालकर फेवी क्विक से चिपका दिया गया था. चरवाहे की सतर्कता से मासूम बचाया गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत में सुधार है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. जिले के बिजौलिया उपखंड के माल का खेड़ा रोड स्थित सीताकुंड के जंगलों में किसी ने 10 से 12 दिन के नवजात को पत्थरों के नीचे दबाकर छोड़ दिया था. जब बच्चे को बाहर निकाला गया तो उसकी हालत ऐसी थी कि किसी के भी आंसू आ जाएं.
राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार शाम तालाब में डूबने से एक मां, उसके बेटे और भतीजे की मौत हो गई. 13 साल के भतीजे को बचाने के लिए 40 साल की महिला और उसका 12 वर्षीय बेटा तालाब में कूदे लेकिन तीनों की जान नहीं बच सकी. घटना से गांव में शोक छा गया और अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिति को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.