दिल्ली के महरौली से आम आदमी पार्टी के विधायक और इस सीट से उम्मीदवार नरेश यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. उनकी जगह पार्टी ने महेंद्र चौधरी को महरौली सीट से चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया है.
नरेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया कि आज से बारह साल पहले अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी की राजनीति से प्रेरित होकर मैं आम आदमी पार्टी में आया था. इस पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है. आज अरविंद जी से मिलकर मैंने उनको बताया कि जब तक कोर्ट से मैं बाइज्जत बरी नहीं हो जाता, तब तक मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा.
उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं और मुझ पर लगाए गए इल्जाम राजनीति से प्रेरित और झूठे हैं. इसलिए मैंने उनसे गुजारिश की है मुझे चुनाव लड़ने से मुक्त कर दे. महरौली के लोगों की सेवार करता रहूंगा और एक आम कार्यकर्ता की तरह जी-जान लगाकर केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाऊंगा.
नरेश यादव के खिलाफ क्या है मामला?
पंजाब के मालेरकोटला जिले की अदालत ने कुरान की बेअदबी से जुड़े 2016 के एक मामले में नरेश यादव को दो साल की सजा सुनाई है. दरअसल 2016 में अज्ञात लोगों ने कुरान के पन्ने फाड़ कर मुस्लिम समुदाय के इलाके में फेंक दिये थे. जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था और मुस्लिम समुदाय की भारी भीड़ ने स्थानीय अकाली दल विधायक के घर पर तोड़-फोड़ कर दी थी. हालात को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को गोलियां भी चलानी पड़ी थी. इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
इन गिरफ्तार लोगों में से एक मुख्य साजिशकर्ता विजय ने आम आदमी पार्टी के दिल्ली के महरौली से विधायक नरेश यादव का नाम पूरी साजिश रचने के लिए लिया था. पंजाब पुलिस को रिमांड के दौरान दिए बयान में कहा था कि इसी विधायक के कहने पर उसने मुस्लिम बहुल मलेरकोटला इलाके में तनाव फैलाने के लिए कुरान के पन्ने फाड़ने की साजिश रची थी.