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'न किया चीन का जिक्र, न लिया ट्रंप का नाम...', PM मोदी की स्पीच पर राहुल गांधी समेत विपक्ष का वार

समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "भाजपा को कम से कम यह तो बताना चाहिए कि 2014 से आज तक भारत का क्षेत्रफल बढ़ा है या घटा है. हम सभी चाहते हैं कि हमारी सीमाएं शांतिपूर्ण और सुरक्षित रहें, लेकिन उन्हें उस देश की चिंता नहीं है जो सबसे बड़ा ख़तरा है. हम आत्मनिर्भरता की बात करते हैं, देश आत्मनिर्भर हो, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का विस्तार हो, लेकिन हम एक व्यापारी देश बन गए हैं."

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पीएम मोदी की स्पीच के बाद राहुल गांधी ने बोला हमला (Photo: PTI/Screengrab)
पीएम मोदी की स्पीच के बाद राहुल गांधी ने बोला हमला (Photo: PTI/Screengrab)

संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है और आज यानी 29 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दौरान स्पीच दिया. इसके बाद लगातार विपक्ष की तरफ प्रतिक्रिया आ रही है. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा के अपने संबोधन में चीन का नाम न लेने और भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों का सीधे तौर पर खंडन न करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की.

संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए, राहुल गांधी ने कहा, "सरकार हालिया भारत-पाकिस्तान संघर्ष में चीन की भूमिका पर बात करने से बचती रही है. उन्होंने कभी स्पष्ट रूप से नहीं कहा कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं. अपने पूरे भाषण में पीएम ने एक बार भी चीन का ज़िक्र नहीं किया. पूरा देश जानता है कि चीन ने पाकिस्तान की हर तरह से मदद की, लेकिन प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने अपने भाषणों में कहीं भी चीन का नाम नहीं लिया."

'बीजेपी को कम से कम ये बताना चाहिए...'

समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "बीजेपी को बातों में कोई नहीं हरा सकता. अगर भाजपा को पाकिस्तान के पीछे सपोर्ट में कोई ख़तरा खड़ा नहीं नज़र आ रहा, तो उन्हें कौन दिखा सकता है? एक ऐसा देश जो हमारा बाज़ार छीन रहा है, हमारी सीमाओं पर अतिक्रमण कर रहा है. भाजपा को कम से कम यह तो बताना चाहिए कि 2014 से आज तक भारत का क्षेत्रफल बढ़ा है या घटा है. हम सभी चाहते हैं कि हमारी सीमाएं शांतिपूर्ण और सुरक्षित रहें, लेकिन उन्हें उस देश की चिंता नहीं है जो सबसे बड़ा ख़तरा है. हम आत्मनिर्भरता की बात करते हैं, देश आत्मनिर्भर हो, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का विस्तार हो, लेकिन हम एक व्यापारी देश बन गए हैं."

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उन्होंने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश में 'ठोक दो' नीति लागू थी. यह लोकसभा की नीति नहीं है. मुझे इससे क्या समझना चाहिए? जो यूपी में होगा, वही अब होगा. अगर आतंकवादी मारे गए हैं, तो एक बार फिर इंटेलिजेंस फेलियर हुआ है. क्या सरकार हमें बताएगी कि आतंकवादी बार-बार भारत कैसे आ रहे हैं? इसका जवाब कौन देगा? इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा? क्या राफेल ने उड़ान भरी या नहीं?"

'सवालों के जवाब नहीं मिले...'

संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क कहते हैं, "हमने कुछ सवाल पूछे थे और उम्मीद थी कि न सिर्फ़ सदन को, बल्कि पूरे देश को उनके जवाब मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई, लेकिन हमें जवाब नहीं मिले."

'कुछ भी नया नहीं था...'

नरेंद्र मोदी की स्पीच पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, "कुछ भी नया नहीं था. हमने जो सवाल उठाया था, उसका कोई जवाब नहीं दिया गया. हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है और हम अपने प्रधानमंत्री के साथ हैं, हमने यह पहले ही कहा है. हमें बस दो सवालों के जवाब चाहिए- 26 लोग क्यों मारे गए? यह सरकार की अक्षमता है. जब राष्ट्रपति ट्रंप श्रेय लेने की कोशिश कर रहे थे, तो उन्होंने (मोदी) उन पर आरोप क्यों नहीं लगाए?"

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'जनता को भ्रमित करने की कोशिश...'

कांग्रेस सांसद किरण कुमार ने कहा, "11 साल के मौजूदा शासन के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी अभी भी अतीत की बातें कर रहे हैं. सबसे बुरी बात यह है कि वह तथ्यों पर बात नहीं कर रहे हैं. वह देश को यह स्पष्ट नहीं कर रहे हैं कि हम क्या मांग रहे हैं और हमने आज 16 घंटे का यह विशेष सत्र क्यों बुलाया है. उन्होंने आंतरिक सुरक्षा के फेलियर का ज़िक्र नहीं किया, उन्होंने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि क्या ट्रंप ने हस्तक्षेप किया है. वह बातों को घुमा-फिराकर घुमा रहे हैं और देश की जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं."

कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "हम साफ़ तौर पर पूछ रहे हैं कि ट्रंप का दावा झूठा है या नहीं, वह सच बोल रहे हैं या नहीं. कोई जवाब नहीं. वह (मोदी) ट्रंप के बारे में बात करने से क्यों डर रहे हैं? जब विपक्ष द्वारा वास्तविक सवाल पूछे जाते हैं, तो वह पाकिस्तान की कहानी के पीछे छिप जाते हैं. लोग यह जानते हैं. हम पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रहे लोग हैं, हम भारत के लिए हैं."

यह भी पढ़ें: अक्साई चिन, सिंधु जल संधि, पीओके, करतारपुर साहिब... PM मोदी ने चुन-चुनकर गिनाईं कांग्रेस की गलतियां

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'एक धमाकेदार भाषण...'

बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, "कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पूरे देश को गुमराह कर रहे थे. आज प्रधानमंत्री ने कहा है कि दुनिया के किसी भी नेता ने हमें युद्धविराम के लिए मजबूर नहीं किया." 

उन्होंने यह भी कहा कि अगर आने वाले वक्त में पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता और आतंकवाद की नर्सरी को पोषित करता रहा है, तो उसे इसी तरह सबक सिखाया जाएगा."

भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह सब कुछ कह दिया है, जो उन्हें कहना था और उन्होंने एक 'धमाकेदार' भाषण दिया है."

लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत ही स्पष्ट तरीके से भारत का पक्ष रखा. विपक्ष को आईना दिखाना ज़रूरी था. विपक्ष ने पाकिस्तान का पक्ष लेकर और तुष्टिकरण की राजनीति करके सारी हदें पार कर दी थीं, उन्हें अपने देश का हित ही नहीं दिख रहा था."

'पीएम के भाषण के बाद...'

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पीएम मोदी की स्पीच पर कहा, "प्रधानमंत्री ने हर पहलू को स्पष्ट रूप से समझाया और सरकार का रुख बहुत स्पष्ट रूप से व्यक्त किया. आज प्रधानमंत्री के भाषण के बाद, मुझे लगता है कि विपक्ष भी अपनी घटिया राजनीति छोड़कर उनका और देश का समर्थन करेगा. अगर प्रधानमंत्री के भाषण के बाद भी उनके मन में कोई सवाल है, तो मैं कुछ नहीं कह सकता. मुझे उन पर केवल दया आ सकती है. कांग्रेस द्वारा स्थापित कहानी और पाकिस्तान में जो चल रहा है, वह बहुत हद तक एक जैसी है."

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