यूपी चुनाव की तैयारी में सीएम योगी ने रविवार को ताबड़तोड़ रैलियां की और कई कार्यक्रम में हिस्सा भी लिया. सीएम आज सबसे पहले आगरा के तीर्थ स्थल बटेश्वर आए थे. योगी आदित्यनाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण किया और फिर विपक्ष पर एक तीर से कई निशाने साधे. मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने संस्कृत विद्यालयों का पैसा कब्रिस्तान को को दे दिया.
कानपुर रेड पर योगी का तंज
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा कि ब्राह्मण हमारे लिए पूजनीय हैं. इस मौके पर सीएम ने बटेश्वर धाम में 230 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया. 11 योजनाओं का लोकार्पण किया. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत अटल जी की पंक्तियों के साथ की. उन्होंने कहा कि छोटे मन से कोई बड़ा नही होता, टूटे मन से कोई खड़ा नही होता. गरीबों के लिए संचालित अधिकांश योजनाए अटल जी की देन हैं. इस दौरान उन्होंने विरोधी दल पर निशाना साधा और कहा कि जो लोग पांच साल से सत्ता से दूर हैं, उन लोगों के घर से 200 करोड़ रुपये बरामद हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने सत्ता का दुरुपयोग किया है. संस्कृत विद्यालय का रुपया कब्रिस्तान में दे दिया. पिछली सरकार गरीबों का हक हड़प जाती थी. आज सुशासन दिवस है लेकिन सारे काम छोड़कर बटेश्वर धाम आया हूं. केंद्र और प्रदेश सरकार ने अटल जी के नाम पर कई योजनाएं संचालित कर रखी हैं. कमिश्नरी में आवासीय विद्यालय बनाये जा रहे हैं. अटल जी के नाम पर 44 विद्यालय स्थपित कर दिए गए हैं. आपको आश्वस्त करता हूं कि बटेश्वर धाम को सुंदरतम स्वरूप देने में प्रदेश सरकार हर सहयोग करेगी. मंच से दिए गए अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने बटेश्वर धाम में अटल म्यूजियम के निर्माण की घोषणा भी की.
गाजियाबाद में योगी ने चुन-चुनकर किया अटैक
अब उस कार्यक्रम के बाद शाम को सीएम योगी गाजियाबाद पहुंच गए. वहां पर आजतक से खास बातचीत करते हुए सीएम ने फिर विपक्ष पर निशाना साधा और दावा कर दिया कि फिर उनकी सरकार भारी बहुमत के साथ बनने जा रही है. पिछले पांच सालों में यूपी का बेहतरीन विकास हुआ है. इस डबल इंजन वाली सरकार ने काफी काम किया है. अब हम उसी काम के दम पर जनता के बीच आशीर्वाद लेने जा रहे हैं. इस चुनाव में बीजेपी 325 का लक्ष्य प्राप्त करेगी.
वहीं क्योंकि सपा प्रमुख लगातार योग्य सरकार लाने की बात कर रहे हैं, अब सीएम ने इस पर भी तंज कसा है. उनके मुताबिक सबसे ज्यादा सपा की सरकार के दौरान लूट हुई थी. सबसे ज्यादा डकैती भी तभी होती थी. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस चुनाव में भी वे और उनकी सरकार पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ने वाली है. उनके लिए मोदी का चेहरा और काम दोनों काफी जरूरी है. जब सीएम से लखीमपुर हिंसा और टेनी के इस्तीफा पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे विपक्ष की गंदी राजनीति बता दिया. उनकी माने तो विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, ऐसे में नकारात्मक राजनीति कर रही है. वे मानते हैं कि उनकी सरकार ने इस घटना में तर्कसंगत कार्रवाई की है.