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वायुसेना को मिले नए टेस्ट पायलट... पहला UAS टेस्ट कोर्स और प्रोडक्शन टेस्ट पायलट कोर्स पूरा

भारतीय वायुसेना के ASTE में पहला UAS टेस्ट कोर्स और 25वां प्रोडक्शन टेस्ट पायलट कोर्स 19 दिसंबर को पूरा हुआ. एयर मार्शल संजीब मुख्य अतिथि थे. स्नातक अधिकारी स्वदेशी ड्रोन और विमानों के परीक्षण में योगदान देंगे. इससे आत्मनिर्भर भारत अभियान को बल मिलेगा. AFTPS दुनिया के चुनिंदा टेस्ट पायलट स्कूलों में शामिल है.

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ये हैं भारतीय वायुसेना के नए टेस्ट पायलट. (Photo: IAF)
ये हैं भारतीय वायुसेना के नए टेस्ट पायलट. (Photo: IAF)

19 दिसंबर 2025 को बेंगलुरु स्थित एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट (ASTE) के एयर फोर्स टेस्ट पायलट्स स्कूल (AFTPS) में पहला अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स टेस्ट कोर्स (1TC-UAS) और 25वां प्रोडक्शन टेस्ट पायलट्स (PTP) कोर्स का समापन समारोह हुआ.

मुख्य अतिथि एयर मार्शल केएए संजीब (डीजी एयरक्राफ्ट) थे. समारोह में वायुसेना, डीआरडीओ, HAL और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं SETP व SFTE के प्रतिनिधि मौजूद रहे. उत्कृष्ट छात्रों को ट्रॉफी प्रदान की गई.

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स्वदेशी प्रयासों को मिलेगा बल

स्नातक अधिकारी अब उत्पादन विमानों की टेस्ट फ्लाइंग और स्वदेशी ड्रोन (अनमैन्ड एयरक्राफ्ट) तथा सिस्टम्स के परीक्षण में योगदान देंगे. इससे रक्षा एयरोस्पेस क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को नई गति मिलेगी. ड्रोन तकनीक के तेज विकास के दौर में ये विशेषज्ञ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

AFTPS की अनोखी भूमिका

एयर फोर्स टेस्ट पायलट्स स्कूल देश की एकमात्र संस्था है जो फिक्स्ड विंग, रोटरी विंग और अनमैन्ड सिस्टम्स के लिए एक्सपेरिमेंटल व प्रोडक्शन टेस्ट क्रू तैयार करती है. इसने अब तक 47 फ्लाइट टेस्ट कोर्स, 24 PTP कोर्स और 4 RPA टेस्ट कोर्स पूरे किए हैं. स्कूल ने गगनयान जैसे अंतरिक्ष कार्यक्रमों में भी योगदान दिया है. मित्र देशों के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है.

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अंतरराष्ट्रीय मान्यता

दुनिया के चुनिंदा टेस्ट पायलट स्कूलों में शुमार AFTPS को SETP, SFTE और एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त है. यह समारोह भारतीय वायुसेना की स्वदेशी क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.

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