अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ खड़े होकर ईरान को धमकी दी थी. ट्रंप ने कहा कि अगर ईरान ने अपने बैलिस्टिक प्रोग्राम को आगे बढ़ाया और अपने परणाणु प्रोग्राम को दोबारा शुरू किया तो अमेरिका उसे तबाह कर देगा. अब ट्रंप की धमकी का ईरान ने जवाब दिया है.
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने ट्रंप पर पलटवार करते हुए कहा है कि अगर अमेरिका ने हमले की हिमाकत की तो ऐसा जवाब देंगे कि उसे अपने हमले पर पछतावा होगा.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने बिना अमेरिका का नाम लिए कहा, 'इस्लामिक गणराज्य ईरान पर किसी भी दमनकारी आक्रमण का जवाब बेहद खतरनाक होगा और ऐसा होगा कि हमला करने वाले को पछतावा होगा.'
ट्रंप ने नेतन्याहू के साथ अपने आवास मार-ए-लागो में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर ईरान अपने बैलिस्टिक हथियारों का भंडार बढ़ाने और अपने परमाणु प्रोग्राम को फिर से खड़ा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ अतिरिक्त सैन्य कार्रवाई की जा सकती है. हालांकि, उन्होंने ईरान से बातचीत करने की अपील भी की.
ट्रंप ने कहा, 'अब मैं सुन रहा हूं कि ईरान फिर से अपने प्रोग्राम को बनाने की कोशिश कर रहा है, और अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो हमें उन्हें फिर से नीचे गिराना होगा. हम उन्हें गिरा देंगे. हम उन्हें पूरी तरह तबाह कर देंगे. लेकिन उम्मीद है कि ऐसा नहीं हो रहा है.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने सुना है कि ईरान समझौता करना चाहता है. अगर वे समझौता करना चाहते हैं तो यह कहीं ज्यादा समझदारी भरा होगा.'
फ्लोरिडा स्थित अपने रिसॉर्ट में नेतन्याहू के साथ बैठक से पहले ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत की थी. दोनों नेताओं की बैठक ऐसे समय में हुई जब मध्य पूर्व में हालात तनावपूर्ण हैं और इजरायल-ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है.
एनबीसी न्यूज ने इस महीने की शुरुआत में रिपोर्ट किया था कि नेतन्याहू और इजरायली अधिकारी इस बात को लेकर फिक्रमंद हैं कि ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल प्रोडक्शन को तेज करने की कोशिश कर रहा है. ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को इस साल की शुरुआत में हुए इजरायली हमलों से भारी नुकसान हुआ था.
खबर ये भी आई थी कि ईरान अपने उन परमाणु संवर्धन स्थलों को दोबारा बना रहा है, जिन पर अमेरिका ने जून में बमबारी की थी.
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वो ईरान पर इजरायली हमलों का समर्थन करेंगे, तो उन्होंने कहा, 'अगर ईरान अपने मिसाइल प्रोग्राम पर आगे बढ़ता है तो मैं कहूंगा कि इजरायल हमला करे. और अगर ईरान अपने परमाणु प्रोग्राम को फिर से शुरू करता है तो मैं कहूंगा कि इजरायल तुरंत हमला करे.'