ज्वालामुखी
एक ज्वालामुखी (Volcano) का निर्माण एक प्लैनेटरी-मास ऑबजेक्ट की परत में टूटने से होता है. ज्वालामुखीय प्रक्रिया में गर्म लावा, ज्वालामुखीय राख और गैसें सतह के नीचे स्थित मैग्मा कक्ष से पृथ्वी की सतह से बाहर निलकती है (Volcano Composition).
पृथ्वी पर, जहां टेक्टोनिक प्लेट्स विचलन या अभिसरण करते हैं, ज्वालामुखी सबसे ज्यादा पाए जाते हैं. अधिकांश ज्वालामुखी पानी के नीचे पाए जाते हैं. किसी मध्य-महासागर रिज, जैसे कि मिड-अटलांटिक रिज, में अलग-अलग टेक्टोनिक प्लेटों के कारण कई ज्वालामुखी हैं जबकि पैसिफिक रिंग ऑफ फायर में अभिसरण टेक्टोनिक प्लेटों के कारण बड़ी संख्या में ज्वालामुखी हैं (Divergent Plate Boundaries). क्रस्ट की प्लेटों में खिंचाव और पतलापन होने की वजह से भी कई ज्वालामुखियों का निर्माण होता है, पूर्वी अफ्रीकी दरार और वेल्स ग्रे-क्लियरवाटर... और पढ़ें
साल 1883 में जावा और सुमात्रा के बीच मौजूद सुंडा की खाड़ी के अंदर एक ज्वालामुखी फटा. इतना लावा निकला कि आसपास के द्वीप जल गए. हजारों लोगों की मौत हो गई. धरती पर समुद्र के अंदर फटने वाले ज्वालामुखी अब एक नई प्राकृतिक आपदा का रूप ले रहे है. इनकी सक्रियता बढ़ती जा रही है. इन्हें खोजना और उनकी स्टडी करना भी मुश्किल होता है.
Kawah Ijen Volcano Blue Lava: ज्वालामुखी विस्फोट के बाद अक्सर आपने लाल या पीले रंग का लावा बहते हुए देखा होगा. लेकिन इंडोनेशिया में दुनिया का इकलौता ऐसा ज्वालामुखी है जहां से नीला लावा (Blue Lava) निकलता है. आइए जानते हैं इस हैरान करने वाले ज्वालामुखी के बारे में...
फिलीपींस (Philippines ) का बुलुसन ज्वालामुखी (Bulusan volcano) पांच साल से सुस्त पड़ा था. ये ज्वालामुखी एक बार फिर फटा और इसमें से राख ही राख निकली. पूरा शहर राख से ढक गया है.
दुनिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी 'किलुआ' कैसे बना होगा, यह जानने के लिए एक शोध किया गया. शोध से पता चलता है कि असल मैग्मा हॉटस्पॉट से 90 किलोमीटर से भी ज्यादा गहराई में है.
Climate Chaos: इंसान धरती को सिर्फ गर्म ही नहीं कर रहा है. बल्कि 'जलवायु अराजकता' भी फैला रहा है. इसकी वजह से पूरी धरती रहने लायक नहीं बचेगी. चारों तरफ अफरा-तफरी मचेगी. इसके लिए जिम्मेदार बढ़ता तापमान और जलवायु परिवर्तन होगा, जो इंसानों के द्वारा बढ़ाया जा रहा है.
Tonga Volcano Eruption: पिछले 100 सालों में इससे बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट नहीं हुआ. इतनी राख और पत्थर खिसका दिए, जिनसे पूरी पनामा नहर भर जाए. एक नई स्टडी में यह खुलासा हुआ है.
कवाची सबमरीन ज्वालामुखी (Kavachi Submarine Volcano) दक्षिण-पश्चिम प्रशांत महासागर में सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है. NASA के सैटेलाइट से जानकारी मिली है कि ये ज्वालामुखी एक बार फिर फटने वाला है.
1991 और 1992 के बीच वेस्टडल पीक ज्वालामुखी (Westdahl Peak volcano) में कई विस्फोट देखे गए थे, जिसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा था कि 2010 में इसमें विस्फोट होगा. लेकिन आज तक यह ज्वालामुखी धधक रहा है, जानिए क्यों.
Strongest Earthquake in Antarctica: अंटार्कटिका में बरसों से सो रहे एक ज्वालामुखी की नींद खुली. सक्रिय होते ही उसने चार महीने के अंदर इस बर्फीले इलाके में 85 हजार भूकंप के झटके महसूस करा दिए.
इस साल जनवरी में न्यूजीलैंड के पास दक्षिणी प्रशांत महासागर में इतना भयानक ज्वालामुखी विस्फोट हुआ कि धरती के चारों तरफ हवा के दबाव की एक लहर यानी शॉकवेव दो बार दौड़ गई. इस ज्वालामुखी विस्फोट की तब से जांच चल रही थी. अब जाकर इसके पीछे की वजह पता चली है...
Tonga Tsunami-Volcano Story: एक 57 वर्षीय दिव्यांग शख्स (Disabled Man) सुर्खियों में है, जिसने 27 घंटे लगातार पानी में तैरकर अपनी जान बचाई. आइए जानते हैं पूरा किस्सा..
न्यूजीलैंड के पास दक्षिणी प्रशांत महासागर में इतना भयानक ज्वालामुखी विस्फोट हुआ कि धरती के चारों तरफ हवा के दबाव की एक लहर यानी शॉक वेव दो बार दौड़ गई. ज्वालामुखी से शुरू हुई शॉकवेव उत्तरी अफ्रीका में जाकर खत्म हुई और फिर वहां से वापस उठी तो ज्वालामुखी तक आ गई. जैसे तालाब में कंकड़ फेंकने से लहर उठती है. इस ज्वालामुखी का नाम है टोंगा (Tonga Volcano). धमाके की आवाज 2300KM तक स्पष्ट सुनाई दी.
दक्षिण प्रशांत महासागर में हाल ही में समुद्र के अंदर एक भयानक ज्वालामुखी विस्फोट हुआ. जिससे निकला धुआं 22 किलोमीटर ऊपर तक गया. विस्फोट इतना तेज था कि उससे निकलने वाली शॉकवेव से 4 फीट ऊंची सुनामी आ गई. यह नजारा अंतरिक्ष से भी दिखाई दिया. धरती की मॉनिटरिंग करने वाले सैटेलाइट्स ने इस विस्फोट को कैद किया.
Most active volcano in World: 'किलोवियो ज्वालामुखी' (Kilauea Volcano) को देखते हुए पहले भी हादसे हुए हैं. 2019 में एक 32 साल का व्यक्ति इस ज्वालामुखी को देखते हुए 70 फुट नीचे गिर गया था. वहीं 2017 में तो एक शख्स ने कूदकर आत्महत्या कर ली थी.
इटली में एक ज्वालामुखी (volcano) है, जिसने 2000 साल पहले रोमन साम्राज्य पर भयानक आफत बरसाई थी. इस ज्वालामुखी के विस्फोट से पोम्पेई, हर्कुलैनियम, ओप्लोंटिस और स्टेबियाए नाम के शहर पूरी तरह से खत्म हो गए थे.
इंडोनेशिया (Indonesia) के जावा द्वीप पर सेमेरू ज्वालामुखी फट गया, विस्फोट के बाद राख और धुआं चारों तरफ फैल गया. विस्फोट के बाद वहां फंसे दस लोगों को निकाल लिया गया है. पिछले कुछ दिनों से इस ज्वालामुखी से राख और धुआं निकल रहा था. देश के आपदा प्रबंधन एजेंसी (BNPB) ने रविवार को दी. बताया जा रहा है कि इस विस्फोट में अभी तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों जख्मी हैं. ज्वालामुखी से निकले राख और धूल की परत इतनी मोटी है कि पूरे जावा द्वीप पर दिन में ही रात जैसा नजारा दिखने लगा. कई लोगों ने इसे अपने कैमरे में कैप्चर कर लिया. देखिए ये वीडियो.
इंडोनेशिया ( Indonesia ) के जावा द्वीप पर सेमेरू ज्वालामुखी फट गया, विस्फोट के बाद राख और धुआं चारों तरफ फैल गया. विस्फोट के बाद वहां फंसे दस लोगों को निकाल लिया गया है. पिछले कुछ दिनों से इस ज्वालामुखी से राख और धुआं निकल रहा था. देश के आपदा प्रबंधन एजेंसी (BNPB) ने रविवार को दी. बताया जा रहा है कि इस विस्फोट में अभी तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों जख्मी हैं. ज्वालामुखी से निकले राख और धूल की परत इतनी मोटी है कि पूरे जावा द्वीप पर दिन में ही रात जैसा नजारा दिखने लगा. कई लोगों ने इसे अपने कैमरे में कैप्चर कर लिया. देखिए ये वीडियो.
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल (Video Viral) हो रहा है जिसमें एक ज्वालामुखी क्रेटर के बड़े हिस्से को ढहते हुए देखा जा सकता है. यह वीडियो एक ड्रोन (Drone) से लिया गया है.
स्पेन के कैनरी आइलैंड पर स्थित ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) शांत नहीं हो रहा है. करीब दो महीनों से यह ज्वालामुखी लगातार लावा उगलता ही जा रहा है. नतीजा ये है कि इसके गर्म लावे की वजह से 1484 इमारतें जलकर खाक हो गई हैं. ज्वालामुखी से निकले लावे ने पूरे आइलैंड को पार करके करीब 3.50 किलोमीटर की दूरी तय करके अटलांटिक महासागर में नया डेल्टा (Delta) बना दिया है.
El Salvador ने दुनिया का पहला 'बिटकॉइन सिटी' बनाने की योजना बनाई है. Bitcoin City के निवासियों को कोई आय, संपत्ति, पूंजीगत लाभ या पेरोल कर भी नहीं देना होगा.
जापान की राजधानी टोक्यो के पास प्रशांत महासागर के अंदर एक ज्वालामुखी फटा. कुछ भूकंप आए. इसके बाद समुद्र के अंदर से द्वितीय विश्वयुद्ध के डूबे हुए दो दर्जन भूतिया जहाज बाहर आ गए. जापान के ऑल निप्पो न्यूज (ANN) के हेलिकॉप्टर फुटेज में इन जहाजों को देखा गया. हेलिकॉप्टर भूकंपीय गतिविधि और ज्वालामुखी विस्फोट के बाद इस समुद्री इलाके से खबरों के लिए तस्वीरें ले रहा था और वीडियो फुटेज बना रहा था.