भारत सरकार ने बड़ा आदेश जारी कर दिया है. नए आदेश के तहत अब भारत में मैसेजिंग ऐप्स जैसे WhatsApp, Telegram, Signal, Snapchat, ShareChat, JioChat, Arattai और Josh जैसे ऐप बिना एक्टिव SIM कार्ड के काम नहीं कर सकेंगे.
आपके नाम पर सिम है और कोई और मिसयूज कर रहा है तो पुलिस आप तक पहुंच सकती है. इसलिए DoT ने लोगों को संचार साथी यूज करने को कहा है जिससे ये पता लगा सकते हैं कि आपके नाम से कितने सिम चल रहे हैं.
सिम कार्ड आपके नाम पर है और उस नंबर से फ्रॉड होता है तो जवाबदेही आपकी भी होगी. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम यानी DoT ने चेतावनी दी है. बताया जा रहा है कि जिस शख्स के नाम पर सिम है और उस सिम से कोई स्कैम होता है तो उससे भी पूछताछ हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि आप ये सुनिश्चित करें कि आपके नाम पर कोई दूसरा सिम तो नहीं यूज कर रहा है.
WhatsApp ने iPhone यूजर्स के लिए एक नया फीचर जारी किया है, जिसकी मदद से यूजर्स एक ऐप पर मल्टीपल अकाउंट्स का यूज कर सकेंगे. अभी तक iPhone पर डुअल सिम यूजर्स एक ही फोन में दो सिम नहीं चला पाते थे. इसके लिए उनको व्हाट्सऐप बिजनेस ऐप का सहारा लेना पड़ता था, जो काफी उलझन भरा काम था.
साइबर ठगी का नया केस सामने आया है, जहां विक्टिम के साथ 64 लाख रुपये ठगी हुई है. विक्टिम को झांसा दिया कि उनके आधार कार्ड पर कई सिम कार्ड एक्टिव हैं. इसके बाद विक्टिम को डिजिटल अरेस्ट किया और उनसे जांच के नाम पर रुपये मांगते रहे. उनसे वादा किया कि जांच के बाद उनको रुपये वापस कर दिये जाएंगे. आइये पूरे मामले के बारे में जानते हैं.
आधार ऑथेंटिकेशन, वेरिफिकेशन का एक प्रोसेस होता है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से होता है. इस प्रोसेस के तहत कोई भी एलिजिबल एजेंसी ऑथेंटिकेशन प्रोसेस को इनीशिएट कर सकती है, जिसके बाद UIDAI की एजेंसी उन डिटेल्स और बायोमैट्रिक डिटेल्स को वेरिफाई करती है. वेरिफिफिकेशन कंप्लीट होने पर रिक्वेस्ट इनीशिएट करने वाली एजेंसी को जानकारी दी जाती है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
आपके नाम पर कितने SIM Card एक्टिव हैं? कहीं साइबर ठग तो नहीं कर रहे आपका गलत इस्तेमाल! जानिए संचार साथी पोर्टल से कैसे करें फ्री में चेक और अनजान नंबर को ब्लॉक.
साइबर ठग या क्रिमिनल्स जालसाजी कर दूसरे लोगों के नाम से SIM Card तक जारी करवा लेते हैं. ऐसे में वे आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकते हैं.
भारत डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करके एक जरूरी जानकारी दी है. पोस्ट में बताया है कि 41.8 लाख रुपये की कीमत के स्मार्टफोन रिकवर किए गए हैं.
राजस्थान के जैसलमेर और श्रीगंगानगर में पाकिस्तानी सिम पर प्रतिबंध लगाया गया है. सीमा पर मोबाइल टावर की रेंज बढ़ने से जासूसी की आशंका है. BSF ने ड्रोन चेतावनी जारी की और संवेदनशील जिलों में अलर्ट जारी किया गया है
SIM Card का असल में पूरा नाम सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल है. SIM Card फोन के लिए एक जरूरी है. इसे फोन में लगाने के बाद कॉल, मैसेज, इंटरनेट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं.
साइबर स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए अलग-अलग तरकीब तैयार करते हैं. इनमें से एक तरकीब के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिसका नाम E-SIM Scam है. इससे आपको सावधान रहने की जरूरत है.
सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल (SIM) कार्ड स्मार्टफोन के लिए एक जरूरी हिस्सा है. इसकी मदद से मोबाइल से कॉल, मैसेज, इंटरनेट और बैंक OTP को एक्सेस कर सकते हैं.
आज आपको एक खास ट्रिक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आप आसानी से चेक कर सकते हैं. यहां आप देख सकते हैं कि आपके नाम से कितने सिम कार्ड ईशू हैं. यह काम एकदम मुफ्त है.
Digital Arrest Scam में किसी भी भोले-भाले व्यक्ति या महिला को फर्जी केस और गिरफ्तारी के नाम पर डर दिखाया जाता है. आज आपको इससे सेफ्टी का तरीका बताने जा रहे हैं.
SIM कार्ड मोबाइल नेटवर्क से कनेक्ट होने का जरिया होता है, जिससे कॉल, डेटा और एसएमएस सेवाएं मिलती हैं. यह एक यूनिक IMSI नंबर के जरिए यूजर की पहचान करता है.
भारत में लगभग सभी लोग Jio, Airtel, Vi और BSNL के सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. क्या आप जानते हैं कि 1 अक्टूबर से टेलिकॉम को लेकर नया रूल्स लागू होने जा रहा है.
SIM Linked to My Aadhaar: कई बार लोगों के नाम पर फर्जी SIM Card चल रहे होते हैं और उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं होती है. ऐसा आपके साथ भी हो सकता है.
SIM Card से जुड़ा ये नियम टूटा, तो लगेगा 2 लाख रुपये का जुर्माना, हो सकती है जेल.
SIM Card Rule: कई लोग अपने नाम पर कई सारे सिम कार्ड खरीदते हैं, लेकिन अब इसके लिए सीमा तय हो गई है. अगर आप तय सीमा से अधिक SIM Card अपने नाम पर खरीदते हैं, तो आप पर जुर्माना लग सकता है. इसके साथ ही फर्जी तरीके से सिम कार्ड खरीदने पर भी जुर्माना लगेगा. साथ ही इस मामले में जेल भी हो सकती है. इस बारे में टेलीकम्युनिकेशन एक्ट में बताया गया है.
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन यानी DoT ने 24,228 मोबाइल कनेक्शन्स को सस्पेंड कर दिया है. एजेंसी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है.