महाशिवरात्रि (Mahashivratri), हिंदुओं का एक धार्मिक त्योहार है. पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी. महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए महाशिवरात्रि को बहुत खास माना गया है.
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की मूर्ति या शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराकर लोटे से जल चढ़ाया जाता है. फिर चंदन का तिलक लगाकर, बेलपत्र, भांग, धतूरा, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र चढ़ाना चाहिए. किसी भी विशेष पूजा पर भगवान के आगे कुछ दक्षिणा जरूर चढ़ाना चाहिए. शिवरात्रि के दिन सुबह से लेकर पूरी रात तक दीपक जलाने से शिव और पार्वती की कृपा प्रप्त होती है. माना जाता है कि इस दिन पुजा-पाठ करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है साथ ही, अविवाहितों को मनपसंद जीवनसाथी मिलता है (Mahashivratri Puja).
महाशिवरात्रि के त्योहार पर श्रद्धालु व्रत भी रखते हैं. इस दिन शिवालय जाकर शिवलिंग पर गंगाजल और गाय का दूध अर्पित करने से कल्याण होता है. कई स्थानों पर इस दिन शिव पर ध्यान और शिव मंदिरों में पूरी रात जागरण भी किया जाता है (Mahashivratri Rituals).
आज महाशिवरात्रि है और देशभर के शिव मंदिरों में रात से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है. शिवालयों में लोग लंबी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. सावन में यूं तो पूरे समय शिवालयों में भीड़ रहती है, लेकिन महाशिवरात्रि के दिन जलाभिषेक करने वालों की संख्या में और भी इजाफा हो जाता है.
Mahashivratri Wishes 2025: सावन का महीना भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद का खास समय माना जाता है. यहां हम आपके लिए खास सावन शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं संदेश लेकर आए हैं, जिन्हें आप अपने परिवार और मित्रों के साथ साझा कर सकते हैं.
नोएडा डीएम मनीष वर्मा ने महाशिवरात्रि पर होने वाले जलाभिषेक और भारी भीड़ को देखते हुए 23 जुलाई को सभी स्कूलों और दफ्तरों में छुट्टी का ऐलान किया है. अब सभी संस्थान 24 जुलाई को पुनः खुलेंगे. सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है.
क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान शिव शरीर पर भस्म क्यों लगाते हैं? शिव पुराण के अनुसार, ये भक्ति, विरक्ति और सति के त्याग की गहरी कथा से जुड़ा है. जानें इसका आध्यात्मिक महत्व.
क्या आप जानते हैं Kedarnath क्यों बना Shiva का धाम? Sadhguru Jaggi Vasudev ने बताया #Dharm
मंदिर में लोग नंदी महाराज के कान में कुछ बोलते है. लेकिन क्यों? जानिए #Dharm
महाकुंभ के आखिरी दिन यानी बुधवार को महाशिवरात्रि के शाही स्नान पर प्रयागराज में संभव है कि श्रद्धालुओं की संख्या 2 करोड़ तक पहुंच जाए. इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला प्रशासन ने पहले ही हर तैयारी कर ली है.
मोहित ने 'देवों के देव महादेव' में शंकर भगवान का रोल किया था. इसके बाद कई फैंस उन्हें साक्षात शंकर भगवान का रूप समझने लगे थे.
इस विवादित झांकी में कथित तौर पर मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू लड़कियों के साथ किए जा रहे अत्याचारों को दिखाया गया था. झांकी में एक फ्रिज भी रखा गया था, जिसमें गुड़िया के टुकड़े कर रखे गए थे, जो प्रतीकात्मक रूप से लड़की के शव के टुकड़े किए जाने का संदेश दे रहा था.
झारखंड के हजारीबाग में महाशिवरात्रि के मौके पर दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई, वही बिहार के मुंगेर में भी जमकर सियासी हंगामा हुआ. देखिए महाशिवरात्रि पर हुई तीन घटनाओं पर खास रिपोर्ट.
महाशिवरात्री के पावन अवसर जहां भारत में करोड़ों भक्त शिव की आराधना में लीन थे, वहीं पाकिस्तान की धरती पर भी सनातन धर्म की ज्योति जलती पाई गई. लाहौर की संकरी गलियों में छिपे एक छोटे से मंदिर में आजतक की टीम ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. यह मंदिर मूलतः कृष्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां विराजमान हैं.
बिहार के मुंगेर में निकली महाशिवरात्रि की झांकी पर सियासी विवाद छिड़ गया है. 'लव जिहाद' की थीम पर आधारित झांकी में लड़कियों को सांकेतिक रूप से टुकड़ों में दिखाया गया, जिस पर आरजेडी और एलजेपी ने कड़ा विरोध जताया. आरजेडी ने आरोप लगाया कि बिहार में माहौल खराब करने और दंगा फैलाने की साजिश रची जा रही है.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ईशा योग केंद्र योग, साधना, भक्ति, आत्मज्ञान व मुक्ति का केंद्र बनकर उभरा है. आदियोगी की 112 फीट की भव्य प्रतिमा हमें अपनी आध्यात्मिक यात्रा के 112 मार्गों की अनुभूति कराती है. सद्गुरु जी ने विज्ञान और अध्यात्म को एक साथ लाकर यह सिद्ध किया है कि ध्यान, ऊर्जा और चेतना की अवस्थाएं कोई अंधविश्वास नहीं, बल्कि मूलभूत विज्ञान हैं.
महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के दिन हुआ और इस अवसर पर 45 दिनों में 66.3 करोड़ लोगों ने पवित्र स्नान किया. यह आयोजन अपने विशाल आकार और महत्व के कारण दुनिया के सबसे बड़े जनमत संग्रह के रूप में माना जा रहा है. यह 'साइलेंट रेवोल्यूशन' भारत के हिंदुओं की बदलती मानसिकता का प्रतीक है.
26 फरवरी को महाशिवरात्रि है और इस मौके पर हम टीवी के उन स्टार्स के बारे में जानेंगे जो भगवान शिव के किरदार में काफी पॉपुलर हुए कई को तो असल जिंदगी में भी भगवान शिव समझा जाने लगा.
महाशिवरात्रि के मौके पर ईशा फाउंडेशन द्वारा महाउत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस उत्सव में कई दिग्गज शिरकत कर रहे हैं. इस समारोह में गृह मंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए हैं.
कोयंबटूर स्थित आदियोगी के प्रांगण में ईशा फाउंडेशन द्वारा महाशिवरात्रि का ग्रैंड सेलिब्रेशन मनाया जा रहा है. महाशिवरात्रि के इस महोत्सव में देश दुनिया के तमाम बड़े कलाकार पहुंच रहे हैं. आदियोगी में लगातार दूसरी बार मशहूर रैपर पैराडॉक्स ने भी हाजिरी लगाई है. पैराडॉक्स हसल 2.0 में अकड़ बम गाना गाकर फेमस हुए थे. पैराडॉक्स ने बताया कि महादेव से उनका कनेक्शन कितना खास है.
कोयंबटूर स्थित आदियोगी प्रांगण में महाशिवरात्रि का भव्य मंच तैयार हो चुका है. इस साल का थीम 'कैलाश पर्वत' रखा गया है, जिसे आर्ट डायरेक्टर रुपिन ने खास तौर पर तैयार किया है. सद्गुरु की बेटी राधे जग्गी और वर्षों से बाबा आदियोगी की सेवा कर रहे स्वामी चित्ता ने इस महोत्सव की खासियत बताई. जर्मनी की ब्लाइंड सिंगर कैसमे भी संस्कृत श्लोकों के साथ भक्ति के इस महासंगम का हिस्सा बनीं.
महाशिवरात्रि पर कोयंबटूर में ईशा फाउंडेशन के कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने की शिरकत. उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि जहां एक ओर प्रयागराज में महाकुंभ समाप्त हो रहा है, वहीं कोयंबटूर में भक्ति का नया महाकुंभ दिख रहा है. शाह ने शिवरात्रि को आत्म जागृति की रात्रि बताया और कहा कि शिव सत्य है, सुंदर है, भोलेनाथ है और महाकाल भी. उन्होंने ईशा फाउंडेशन में शिव को आदि योगी के रूप में विराजमान बताया.
प्रयागराज में 45 दिन चले महाकुंभ का आज समापन हो रहा है. इस दौरान 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया. महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ और अयोध्या में भी लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे. प्रयागराज से लौटने वाले श्रद्धालु भी काशी और अयोध्या पहुंच रहे हैं. महाकुंभ की सफलता पर सियासी बयानबाजी भी जारी है. सीएम योगी ने विपक्ष पर तंज कसा तो अखिलेश यादव ने व्यवस्था पर सवाल उठाए.
45 दिन तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन महाकुंभ का आज समापन हो रहा है, जिस भव्यता के साथ महाकुंभ आरंभ हुआ था, उसी भव्यता के साथ इसका समापन हो रहा है. इन पूरे 45 दिनों में करीब 66 करोड़ लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई. पहले दिन से पवित्र डुबकी लगाने का सिलसिला आजतक वैसे ही जारी रहा, भक्तों में वैसा ही उत्साह और वैसी ही उमंग आज भी देखने को मिली.