भारतीय मूल के काश पटेल (Kash Patel) को फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के नए निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है. उनका पूरा नाम कश्यप प्रमोद विनोद पटेल है. उनका जन्म 25 फरवरी 1980 को न्यूयॉर्क में हुआ था. उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की पहली अध्यक्षता के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी, कार्यवाहक अमेरिकी रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्य किया है. पटेल एफबीआई के पहले भारतीय अमेरिकी निदेशक हैं.
काश पटेल को ट्रम्प का वफादार माना जाता है. उनको नवंबर 2024 में संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक के रूप में क्रिस्टोफर रे को सफल बनाने के लिए राष्ट्रपति-चुनाव द्वारा नामित किया गया था.
रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य, पटेल को 2017 में हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के लिए आतंकवाद विरोधी पर वरिष्ठ वकील नियुक्त किया गया था.
वे अलेक्जेंड्रिया, वर्जीनिया में स्थित काश फाउंडेशन के अध्यक्ष और बोर्ड सदस्य हैं. जो जुलाई 2022 में कर-मुक्त 501(सी)(3) संगठन बन गया. फाउंडेशन की वेबसाइट में बेस्ड अपैरल के उत्पादों के लिए एक ऑनलाइन स्टोर का लिंक शामिल है, जिसका आंशिक स्वामित्व काश के पास है. वे कंसल्टिंग फर्म त्रिशूल के भी मालिक हैं.
वे एक गुजराती अप्रवासी हैं. उनके माता-पिता पहली बार 1970 के दशक की शुरुआत में पूर्वी अफ्रीका के युगांडा से कनाडा चले गए थे. इसके बाद, वे संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और उनके पिता ने एक विमानन फर्म में वित्तीय अधिकारी के रूप में काम करना शुरू कर दिया. पटेल का पालन-पोषण हिंदू धर्म में हुआ. पटेल ने लॉन्ग आइलैंड के गार्डन सिटी हाई स्कूल से स्नातक किया. हाई स्कूल के बाद, पटेल ने 2002 में रिचमंड विश्वविद्यालय से इतिहास और आपराधिक न्याय में बीए किया. उन्होंने 2005 में न्यूयॉर्क के पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ में अपनी जेडी पूरी की और 2004 में इंग्लैंड के यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रमाण पत्र हासिल किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एफबीआई निदेशक काश पटेल की बर्खास्तगी की अफवाहों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. वहीं, व्हाइट हाउस ने भी इन खबरों को फेक न्यूज करार दिया और कहा कि ट्रंप काश पटेल के काम से संतुष्ट हैं.
अमेरिकी मूल की सिंगर ने आरोप लगाया है कि तीनों इन्फ्लुएंसर्स ने उन्हें एक इजरायली एजेंट के रूप में पेश किया और यह झूठ फैलाया कि उन्हें काश पटेल को फंसाने के लिए भेजा गया है.
FBI डायरेक्टर काश पटेल पर अपनी गर्लफ्रेंड के म्यूजिक इवेंट में शामिल होने के लिए सरकारी जेट के इस्तेमाल का आरोप लगा है. उन्होंने इन आरोपों को "नफरती और राजनीतिक रूप से प्रेरित" बताया. उन्होंने कहा कि यह निजी हमले हैं और उन्होंने हर निजी यात्रा के लिए सरकार को अग्रिम भुगतान किया है.
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर से हाथ मिलाया. इस हैंडशेक को लेकर प्रवासी भारतीय हिंदुओं में काफी नाराजगी है. लोग कह रहे हैं हिंदुओं से नफरत करने वाले मुनीर से काश पटेल हाथ कैसे मिला सकते हैं.
एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल ने डोनाल्ड ट्रंप और जेफरी एपस्टीन से जुड़े विवादित बर्थडे नोट की जांच पर सहमति जताई. हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी में पांच घंटे गवाही के दौरान डेमोक्रेट्स ने उन पर एपस्टीन फाइलें दबाने और ट्रंप को बचाने का आरोप लगाया. ट्रंप इस नोट को नकली बता चुके हैं.
एफबीआई निदेशक काश पटेल की सीनेट न्यायपालिका समिति में सुनवाई के दौरान बहस हो गई. सीनेटर कोरी बुकर और एडम शिफ़ के साथ उनकी जोरदार बहस हुई. बुकर ने पटेल को विफल नेता बताया, जबकि शिफ़ ने उन्हें इंटरनेट ट्रोल कहा.
अमेरिका में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और गन कल्चर का विश्लेषण, जहां पिछले 10 वर्षों में 5000 से अधिक मास शूटिंग की घटनाएं हुई हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी चार्ली कर्क की यूनिवर्सिटी में हुई हत्या के बाद ट्रंप ने हमलावर के लिए मौत की सज़ा की मांग की, जिससे सोशल मीडिया पर 'सिविल वॉर' की चर्चा तेज़ हो गई. इसी बीच, ईस्ट डैलास में भारतीय मूल के मैनेजर चंद्रमौली नागमलैया की सिर काटकर निर्मम हत्या कर दी गई.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व सुरक्षा सलाहकार और अब उनके कट्टर आलोचक जॉन बोल्टन के घर FBI ने छापा मारा. हालांकि ट्रंप प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन FBI के निदेशक काश पटेल ने एक क्रिप्टिक पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि कानून से ऊपर कोई नहीं, FBI एजेंट मिशन पर हैं. ये ट्वीट छापे की शुरुआत के कुछ समय बाद किया गया था.
इस साल जुलाई में FBI ने महिला आरोपी सिंडी का नाम एफबीआई की टॉप-10 Most wanted लिस्ट में जोड़ा था और उसके बारे में जानकारी देने वाले को इनाम की रकम को बढ़ाकर 2 करोड़ 17 लाख रुपये कर दिया था.
FBI डायरेक्टर काश पटेल का यह बयान डेली वायर की एक रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें कहा गया था कि वह, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी द्वारा एपस्टीन केस की महत्वपूर्ण फाइलों के प्रबंधन को लेकर नाराज हैं, और यदि एफबीआई के उपनिदेशक डैन बोंजीनो इस्तीफा देते हैं, तो पटेल भी पद छोड़ सकते हैं.
44 साल के काश पटेल अपने से 19 साल छोटी एलेक्सिस विल्किंस नाम की लड़की के साथ रिलेशनशिप में हैं. यूं तो अमेरिकी समाज के लिए ये कोई बड़ी बात नहीं थी. लेकिन सोशल मीडिया के जासूसों का जो दावा है वो हंगामाखेज है. इन्होंने एलेक्सिस को यहूदी बताया है और उसका लिकां इजरायल की खुफिया एजेंसी से जोड़ दिया है.
काश पटेल अमेरिका की प्रमुख कानून प्रवर्तन एजेंसी FBI का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं. उन्होंने अमेरिका में हिंसा फैलाने वालों को साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि FBI ऐसे लोगों को खोज लाएगी, चाहे वे कहीं भी छुपे हों.
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता हैरिसन फील्ड्स ने कहा कि सीनेट की पुष्टि के इंतजार के दौरान काश पटेल का एटीएफ नेतृत्व एक अस्थायी था. काश पटेल अब एफबीआई में अपनी भूमिका में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और बेहतरीन नतीजे दे रहे हैं.
भारतवंशी और डोनाल्ड ट्रंप के वफादार काश पटेल ने शनिवार को अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (FBI) के निदेशक के पद की शपथ ली. इस दौरान उन्होंने गीता पर हाथ रखकर पद की जिम्मेदारी संभाली. पटेल एफबीआई का नेतृत्व करने वाले नौवें व्यक्ति बने हैं.
शपथ ग्रहण समारोह वॉशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस परिसर के आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग में आयोजित किया गया. अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने उन्हें पद की शपथ दिलाई.