एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल (Kash Patel) को अल्कोहल, तंबाकू, फायरआर्म्स और विस्फोटक ब्यूरो (ATF) के कार्यवाहक प्रमुख के पद से हटा दिया गया है. रॉयटर्स ने बताया कि यह जानकारी सूत्रों से मिली है. उनकी जगह सेना सचिव डेनियल ड्रिस्कॉल को नियुक्त किया गया है. यह बदलाव न्याय विभाग के अंदर नेतृत्व को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच हुआ है.
पटेल को 24 फरवरी को एटीएफ के कार्यवाहक प्रमुख के रूप में शपथ दिलाई गई, जो कि एफबीआई निदेशक के रूप में शपथ लेने के तीन दिन बाद की बात है. एक ही वक्त में न्याय विभाग की दो प्रमुख इकाइयों का नेतृत्व करने के लिए एक शख्स को चुना जाना असामान्य था. न्याय विभाग के एक अधिकारी ने पटेल को हटाए जाने की पुष्टि की और कहा कि इसका उनके परफॉर्मेंस से कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि, इस फैसले के लिए कोई वजह नहीं बताई गई.
हटाए जाने के बावजूद, काश पटेल का नाम बुधवार दोपहर तक एटीएफ की वेबसाइट पर कार्यवाहक निदेशक के रूप में नजर आता रहा और 7 अप्रैल की प्रेस रिलीज में भी उनका जिक्र किया गया. मार्च में, उन्होंने एटीएफ कर्मचारियों को संबोधित एक नोट पोस्ट किया था, जिसमें इसे "कार्यवाहक निदेशक का स्पेशल मैसेज" बताया गया था. एसोसिएटेड प्रेस से बात करने वाले एक सूत्र के मुताबिक, सीनियर एटीएफ अधिकारियों को बुधवार को ही नेतृत्व परिवर्तन के बारे में पता चला.
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व्हाइट हाउस के प्रवक्ता हैरिसन फील्ड्स ने कहा कि सीनेट की पुष्टि के इंतजार के दौरान काश पटेल का एटीएफ नेतृत्व एक अस्थायी था. उन्होंने कहा, "काश पटेल अब एफबीआई में अपनी भूमिका में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और बेहतरीन नतीजे दे रहे हैं."
डैनियल ड्रिस्कॉल कौन हैं?
सेना सचिव के रूप में वर्षीय डैनियल ड्रिस्कॉल (38) अमेरिकी सेना की सबसे बड़ी सर्विस को लीड करते हैं, जिसमें करीब 452,000 सैनिक हैं. इसमें से हज़ारों सैनिक पूरी दुनिया में तैनात हैं. वह अरबों डॉलर के दर्जनों प्रमुख हथियार, विमान और इक्विपमेंट प्रोग्राम्स की देखरेख भी करते हैं और 187 बिलियन डॉलर से ज्यादा के सेना बजट के लिए ज़िम्मेदार हैं.
उत्तरी कैरोलिना के रहने वाले ड्रिस्कॉल ने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के सलाहकार के रूप में काम किया. वेंस से उनकी मुलाकात तब हुई, जब वे दोनों येल लॉ स्कूल में पढ़ाई करते थे. उन्होंने चार साल से भी कम वक्त तक सेना में काम किया और प्रथम लेफ्टिनेंट के पद पर सेवा छोड़ दी.
साल 2020 में, उन्होंने उत्तरी कैरोलिना कांग्रेस की सीट के लिए रिपब्लिकन प्राइमरी में असफल रूप से भाग लिया, जिसमें उन्हें करीब 8% वोट मिले.