इन्वेस्टमेंट
इन्वेस्टमेंट (Investment) एक खास अवधि में संपत्ति के मूल्य में इजाफा करने का जरिया है. इन्वेस्टेंट के लिए मौजूद संपत्ति, समय और धन को दांव पर लगाने की जरूरत होती है. निवेश का उद्देश्य निवेशित संपत्ति से रिटर्न पैदा करना है. रिटर्न में लाभ या संपत्ति या निवेश की बिक्री से हुआ नुकसान, लाभांश, ब्याज, या किराये की आय शामिल हो सकते हैं. रिटर्न में विदेशी मुद्रा विनिमय दरों में बदलाव के कारण मुद्रा लाभ या हानि भी शामिल हो सकती है (Objective of Investment).
निवेशक आमतौर पर जोखिम भरे निवेश से अधिक रिटर्न की उम्मीद करते हैं. जब कम जोखिम वाला निवेश किया जाता है, तो रिटर्न भी आम तौर पर कम होता है. यानी ज्यादा जोखिम ज्यादा रिटर्न की संभावना के साथ आता है. निवेशकों, खासकर नौसिखियों को अक्सर अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने की सलाह दी जाती है. डायवर्सिफिकेशन के प्रभाव से जोखिम को कम किया जा सकता है (Investment Strategies).
लगभग 1700 ईसा पूर्व की हम्मुराबी की संहिता ने निवेश के लिए एक कानूनी ढांचा प्रदान किया था. इसके तहत गिरवी रखी भूमि के संबंध में देनदार और लेनदार अधिकारों को संहिताबद्ध किया गया था, जिसमें नियमों को तोड़ने के लिए सजा का प्रावधान था. एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सचेंज को दुनिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है. डच ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1602 में इसकी स्थापना की थी. इस कंपनी ने एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सचेंज में पहला शेयर जारी किया था (History of Investment).
आज के समय में बच्चे की पढ़ाई-लिखाई से लेकर अन्य तमाम खर्चे लगातार बढ़ रहे हैं और इनके लिए मोटी रकम खर्च होती है. ऐसे में समय के साथ लोगों को जरूरतों के हिसाब से अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी तैयार करने की जरूरत है. कुछ खास तरीकों के जरिए आप ऐसा कर सकते हैं और आने वाले समय में वित्तीय दिक्कतों से बचकर बच्चे को बेहतर भविष्य दे सकते हैं.
Groww Share Price: सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को ग्रो की पैरेंट कंपनी Billionbrains Garage Ventures का शेयर खुलने के बाद तूफानी तेजी से भागता दिखा और कारोबार के दौरान 12% से ज्यादा उछल गया.
Post Office की ओर से हर आयु वर्ग के लिए तमाम सेविंग स्कीम्स संचालित की जाती हैं. जिन पर ब्याज तो जोरदार मिलता ही है, बल्कि निवेश की सुरक्षा की गारंटी भी सीधे सरकार लेती है. इन Saving Schemes में छोटी-छोटी बचत का निवेशक करके मैच्योरिटी पर मोटा फंड इकठ्ठा हो सकता है.
PF New Rules: पीएफ की सबसे खास बात यह थी कि इसे आसानी से नहीं निकाला जा सकता था. कुछ इमरजेंसी मौकों पर ही कोई एम्प्लाई इस पैसे को हाथ लगाने के लिए उठापटक करता था. लेकिन, अब पीएफ के नियमों में पैसे निकालने की प्रक्रिया को बैंक की तरह आसान बनाया जा रहा है, और यही सबसे ज्यादा चिंताजनक है.
Post Office Senior Citizen Savings Scheme : पोस्ट ऑफिस में हर उम्र के व्यक्ति के लिए तमाम स्मॉल सेविंग स्कीम्स संचालित की जाती है,जिनपर ब्याज भी जोरदार दिया जाता है. इस पॉपुलर स्कीम में भी 8 फीसदी से ज्यादा ब्याज मिलता है.
Corona Share List: कोरोना रेमेडीज के आईपीओ को निवेशकों का जबर्दस्त रिस्पांस मिला था और इस ओएफएस इश्यू को कुल 137 गुना सब्सक्राइब्ड किया गया था. इसकी BSE-NSE में जोरदार लिस्टिंग हुई.
LIC Bima Sakhi Yojna: महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाते हुए एलआईसी की ओर से बीते साल दिसंबर महीने में ही शुरुआत की थी ये अपने लॉन्च के साथ ही सुपहिट स्कीम कैटेगरी में आ गई थी और अभी भी खासी पॉपुलर बनी हुई है.
FPI Outflow In December: दिसंबर में शेयर बाजार कभी तेज रफ्तार से भागता हुआ नजर आया, तो कभी धड़ाम दिखाई दिया. इस बीच विदेशी निवेशकों ने भी भारतीय बाजार से पैसे निकालने का सिलसिला जारी रखा है.
कैबिनेट ने बीमा कंपनियों में पूर्ण विदेशी निवेश की मंजूरी दे दी है. अब इसे शीतकालीन सत्र में बीमा कानून (संशोधन) विधेयक 2025 पेश किए जाने की उम्मीद है. आइए जानते हैं इससे क्या फायदे होंगे.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक गिरावट की सबसे बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली रही है. केवल दिसंबर में अब तक विदेशी निवेशक 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली कर चुके हैं.
Amazon India Plan: भारत एक ओर जहां इकोनॉमी के मोर्चे पर आगे बढ़ रहा है और दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में बना हुआ है, तो विदेशी कंपनियों का भारत पर भरोसा और भी बढ़ गया है. माइक्रोसॉफ्ट से लेकर अमेजन तक ने देश में मोटे निवेश का ऐलान किया है.
Post Office में निवेश रिस्क-फ्री माना जाता है, तो सरकार की ओर से इन योजनाओं पर ब्याज भी जोरदार दिया जाता है, जिसके चलते निवेशक छोटी-छोटी बचत करते हुए भी मोटा फंड जमा कर सकता है.
IndiGo Crisis Impact: इंडिगो एयरलाइन की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में जारी गिरावट के चलते निवेशकों को तगड़ा घाटा हुआ है. बीते सात दिन में ही कंपनी की मार्केट वैल्यू 38000 करोड़ रुपये से ज्यादा घट गई है.
Stock Market Crash: बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप सोमवार को घटकर 463.65 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन शुक्रवार को 470.96 लाख करोड़ रुपये रहा था.
Market Real Story: रिटेल निवेशकों को नुकसान इसलिए ज्यादा उठाना पड़ रहा है, उनके पोर्टफोलियो में अधिकतर स्मॉलकैप या फिर मिडकैप कंपनियों के शेयर्स हैं, जो ज्यादा गिर रहे हैं. आम निवेशकों को पहले लग रहा था कि एक-दो दिन में गिरावट थम जाएगी, लेकिन स्थिति बदल नहीं रही है.
Meesho IPO Allotment Today: मीशो आईपीओ में पैसे लगाने वाले निवेशकों को लिस्टिंग से पहले ही कमाई के तगड़े संकेत मिल रहे हैं. आज सोमवार को इसके शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा.
कॉर्पोरेट बॉन्ड्स को उन निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बनाता है, जो पहले से एक नियमित निश्चित आय चाहते हैं. क्योंकि बॉन्ड की मैच्योरिटी तारीख पर निवेशकों को बॉन्ड की फेस वैल्यू वापस मिल जाती है.
RBI के इस फैसले को रियल एस्टेट के लिए बूस्टर डोज के तौर पर देखा जा रहा है. रेपो रेट में कटौती के ऐलान के साथ ही फाइनेंस और रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में तेजी बनी हुई है.
Market Updates: बुधवार को NBCC का स्टॉक 1.61% गिरकर 113.40 रुपये पर बंद हुआ. एक्सपर्ट की मानें तो मार्जिन दबाव, परियोजनाओं की लंबी समयसीमा और बाजार में हल्की मुनाफावसूली (Profit-Booking) इसकी वजह हो सकती है.
Corona IPO: फार्मा सेक्टर की ये दिग्गज कंपनी अपने आईपीओ के जरिए निवेशकों को कमाई कराने के लिए तैयार है. इस इश्यू के तहत कंपनी 61 लाख से ज्यादा शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी और इसमें अगले हफ्ते से निवेश का मौका मिलेगा.
Meesho IPO Alert: दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी मीशो का आईपीओ आज से सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होने जा रहा है और खुलने से पहले ही ये ग्रे-मार्केट में गदर मचाते हुए ताबड़तोड़ कमाई का संकेत दे रहा है.