पहलगाम आतंकी हमले के बाद हिमंत बिस्वा सरमा और गौरव गोगोई का झगड़ा असम की राजनीति में नये सिरे से जोर पकड़ रहा है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोकसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई से सोशल साइट X पर कुछ सवाल पूछे, तो गौरव गोगोई ने भी सवालिया लहजे में ही जवाब दिया - और इस झगड़े में दोनो नेता एक दूसरे के परिवार और बच्चों को भी घसीट लिये हैं.
पिछली बार जब हिमंत सरमा ने हमला बोला था, तो गौरव गोगोई ने सिर्फ जवाब दिया था, वो भी थोड़े अलग और मजाकिया लहजे में, अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान की आईएसआई की एजेंट है, तो मैं भारत की रॉ का एजेंट हूं.
लेकिन, हिमंत बिस्वा सरमा के नये हमले के जवाब में गौरव गोगोई न सिर्फ चैलेंज के साथ रिएक्ट कर रहे हैं, बल्कि हमले का दायरा असम के मुख्यमंत्री के परिवार तक कर देते हैं.
हिमंत बिस्वा सरमा को चैलेंज करते हुए गौरव गोगोई पूछ रहे हैं, अगर मेरे और मेरी पत्नी के खिलाफ दुश्मन देश का एजेंट होने के आरोप साबित नहीं होते हैं, तो क्या आप इस्तीफा देंगे? और, क्या मुख्यमंत्री अपनी पत्नी और बच्चों के बारे में सवालों के लिए तैयार हैं?
पहलगाम हमले को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने केंद्र सरकार के हर फैसले में साथ देने को कहा था, और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा है कि ये वक्त पार्टी पॉलिटिक्स के लिए नहीं है. लेकिन, हिमंत बिस्वा सरमा को लगता नहीं कि ऐसी बातों की परवाह है. हिमंत बिस्वा सरमा को 2026 का विधानसभा चुनाव दिखाई पड़ रहा है - तो क्या इसे आपदा मे अवसर का फायदा उठाना नहीं माना जाएगा?
हिमंत के हमले पर गोगोई के जवाबी सवाल
हिमंत बिस्वा सरमा और गौरव गोगोई के बीच पाकिस्तान और आईएसआई को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी नोंकझोंक हुई है - और, दोनो ही नेताओं ने एक दूसरे के परिवारों को भी घसीट लिया है. दोनो ही, एक दूसरे की पत्नी और बच्चों को भी झगड़े में मोहरा बना रहे हैं.
सबसे पहले हिमंत बिस्वा सरमा गौरव गोगोई से तीन सवाल पूछते हैं, और उसके बाद गौरव गोगोई भी उसी अंदाज में सवाल करते हैं.
असम के मुख्यमंत्री का कांग्रेस सांसद से सवाल होता है, क्या वो लगातार 15 दिन तक पाकिस्तान में रहे हैं? और, क्या उनकी पत्नी को पड़ोसी देश के एक एनजीओ से वेतन मिलता है?
हिमंत बिस्वा सरमा ने गौरव गोगोई का नाम नहीं लिया है, बल्कि वो उनको कांग्रेस सांसद कह कर संबोधित कर रहे हैं.
गौरव गोगोई ने सवाल उठाये जाने पर उसी लहजे में रिएक्ट भी किया है, अगर मेरे, और मेरी पत्नी के खिलाफ दुश्मन देश का एजेंट होने के आरोप साबित नहीं होते हैं, तो क्या आप इस्तीफा देंगे?
और, ऐन उसी वक्त गौरव गोगोई ने भी हिमंत बिस्वा सरमा को आगाह किया है कि उनकी पत्नी और बच्चों को लेकर सवाल पूछे जा सकते हैं - लेकिन, क्या वो ऐसे सवालों के लिए तैयार हैं?
अपने बारे में, पत्नी और बच्चों पर सवाल उठाये जाने के संकेत पर ही हिमंत बिस्वा सरमा सफाई देने लगते हैं, और दावा करते हैं, उनका या उनके परिवार का पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है - और आने वाले दिनों में कांग्रेस सांसद के पड़ोसी देश के साथ संबंधों को उजागर करने के लिए पर्याप्त सामग्री सार्वजनिक की जाएगी. और, इसके लिए हिमंत बिस्वा सरमा ने एक तारीख भी बताई है - 10 सितंबर 2025 तक.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा कहते हैं, मैं, मेरी पत्नी और पूरा परिवार भारतीय नागरिक है… कभी पाकिस्तान नहीं गये… हम पाकिस्तान से सैलरी लेने के बारे में सोच भी नहीं सकते.
पहलगाम महज एक मौका है, झगड़ा तो पुराना है
असम के जोरहाट से सांसद गौरव गोगोई के खिलाफ हिमंत बिस्वा सरमा का अभियान लोकसभा चुनाव में ही शुरू हो गया था, पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद नये सिरे से जोर पकड़ रहा है.
हिमंत बिस्वा सरमा और बीजेपी करीब साल भर से गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न की विदेशी नागरिकता पर सवाल उठाते रहे हैं. हिमंत बिस्वा सरमा ने एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध होने का आरोप भी लगाते हैं, और अब तो आईएसआई से वेतन लेने का भी इल्जाम लगा रहे हैं.
गौरव गोगोई जब जोरहाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे, तब भी हिमंत बिस्वा सरमा ने कोई कसर बाकी नहीं रखी थी, लेकिन वो करीब डेढ़ लाख वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे. वैसे भी जोरहाट गौरव गोगोई के पिता तरुण गोगोई का गढ़ रहा है.
देखा जाये तो गौरव गोगोई का विरोध हिमंत बिस्वा सरमा के लिए राजनीतिक तो है ही, पर्सनल कहीं ज्यादा है, क्योंकि असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दोनो ने ही गौरव गोगोई को आगे बढ़ाने के लिए हिमंत बिस्वा सरमा को कांग्रेस में दरकिनार करना शुरू कर दिया था. तब जाकर हिमंत बिस्वा सरमा ने बीजेपी से बातचीत बढ़ाई, और अब तो असम के मुख्यमंत्री होने के साथ साथ नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी के करीब करीब सर्वेसर्वा जैसे हो गये हैं.
हिमंत बिस्वा सरमा की एक खास पॉलिटिकल लाइन है, और उसी स्टाइल में मौका देखकर वो राहुल गांधी को भी टार्गेट करते हैं, और अभी उनके निशाने पर गौरव गोगोई आ गये हैं - साल भर बाद ही असम में चुनाव जो है.