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MP: 'क‍िन्नर बनकर खुश हूं, मुझे घर नहीं लौटना', बोला 11 साल बाद मिला गुमशुदा बेटा

हरदा पुलिस ने 11 साल बाद एक गुमशुदगी और हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए 11 साल बाद एक शख्स को बरामद किया. जो दिल्ली में किन्नर बनकर अपनी जीवन यापन कर रहा था. युवक ने अब अपने परिवार के साथ रहने से मना कर दिया. उसने कहा कि मैंने अपने लिए एक अलग दुनिया बनाई है और अब मैं उसी दुनिया में रहूंगा. 

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11 साल बाद किन्नर के रूप में मिला युवक
11 साल बाद किन्नर के रूप में मिला युवक

मध्य प्रदेश के हरदा जिले के थाना रहटगांव में जुलाई 2013 में एक पिता की रिपोर्ट पर गुमशुदगी का केस कायम किया गया था. जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदा राजसिंह (परिवर्तित नाम) की तलाश शुरू की. काफी प्रयास करने के बाद उसका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद जनवरी 2017 में गुमशुदा के पिता ने विशेष सत्र न्यायालय हरदा में परिवाद दायर किया. जिसके बाद गांव के ही 5 लोगों के खिलाफ उन्होंने अपने गुमशुदा बेटे की हत्या कर लाश को गायब करने का आरोप लगाया. 

इसके बाद कोर्ट ने अगस्त 2017 में निर्णय जारी कर पुलिस को केस दर्ज करने के निर्देश दिए. आरोपियों के खिलाफ थाना रहटगांव में धारा 302, 201, 506 भादवि व 3 (2) (v) एससी/एसटी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया. पुलिस की जांच के दौरान गुमशुदा मृतक राजसिंह (परिवर्तित नाम) की तलाश में जुटी रही. बावजूद हत्या से संबंधित कोई ठोस सबूत नहीं मिले. इसके बाद साल 2019 में अगस्त के महीने में केस बंद कर दिया गया.

11 साल बाद दिल्ली में मिला गायब युवक

पीड़ित पिता ने पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट न होने पर फरवरी 2021 में खात्मा अस्वीकृत कर दोबारा जांच की मांग की. इसके बाद 2023 में खात्मा खोलकर मामले की जांच शुरू की गई. एसडीओपी आकांक्षा तलया ने बताया कि सितंबर 2023 में उन्हें इस प्रकरण की जांच मिली. जांच में गुमशुदा के परिजन, ग्रामीणों और संदेहियों से फिर से पूछताछ की पर कामयाबी नहीं मिली. बावजूद इसके पुलिस लगातार कोशिश करती रही.  

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एसडीओपी आकांक्षा तलया ने बताया गुमशुदा शख्स के परिजनों, ग्रामीणों और संदेहियों से पूछताछ से पता चला कि उसकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी. लेकिन बातचीत यह पता चला कि उसका रहन-सहन और बात करने का तरीका किन्नर जैसा था. फिर इस दिशा में जांच शुरू की गई और एक टीम गठित कर जिला हरदा व आसपास के जिलों की किन्नर टोलियों से फोटो के आधार पर पूछताछ की गई.

किन्नर बनकर दिल्ली में रहे रहा था युवक 

मुखबिर तंत्र को सक्रीय किया गया और गुमशुदा राजसिंह (परिवर्तित नाम) के जीवित होने एवं दिल्ली व पंजाब के अलग अलग क्षेत्रों में किन्नर के रूप मे रहकर जीवन यापन करने की जानकारी मिली. हरदा पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची और 11 सालों बाद गुमशुदा राजसिंह को सुरक्षित व जीवित ढूंढ निकाला. 

पुलिस को पूछताछ में युवक ने बताया कि उसका रहन सहन देखकर गांव वाले मजाक उड़ाते थे. उसे अलग लग तरीके से चिढ़ाते थे, जिसके कारण वह परेशान होकर परिवार छोड़कर भाग गया. उसने कहा कि मेरी हरकतें महिलाओं की तरह थीं युवक ने अब अपने परिवार के साथ रहने से मना कर दिया. उसने कहा कि मैंने अपने लिए एक अलग दुनिया बनाई है और अब मैं उसी दुनिया में रहूंगा. 
 

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