नेपाल में जारी राजनीतिक संकट और उथल-पुथल के बीच भारतीय नागरिकों को सुरक्षित देश वासप लाने का काम तेज कर दिया गया है. लौटाने का कार्य तेज हो गया है. बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास और भारतीय प्रशासन के संयुक्त प्रयास से अब तक 38 भारतीय नागरिकों को नेपाल से सकुशल बाहर लाकर बिहार की सीमा रक्सौल पहुंचाया गया है. इनमें 22 लोग आंध्र प्रदेश के और 16 कर्नाटक के निवासी हैं.
जानकारी के अनुसार, नेपाल के विभिन्न हिस्सों में फंसे भारतीय नागरिक दूतावास से लगातार संपर्क में थे. राजनीतिक स्थिति बिगड़ने के कारण उन्हें तत्काल सुरक्षित स्थान पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
भारतीय दूतावास ने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से इन सभी नागरिकों को पहले बीरगंज तक पहुंचाया और वहां से उन्हें रक्सौल सीमा पार कर भारत में प्रवेश दिलाया गया.
वतन लौटने पर भारतीय नागरिकों ने भारतीय दूतावास और बिहार पुलिस प्रशासन को धन्यवाद दिया. उन्होंने बताया कि नेपाल में भारी उथल-पुथल के कारण उनके मन में भय था और वो वापस लौटना चाहते थे. भारतीय दूतावास की टीम ने उन्हें भरोसा दिलाते हुए समय पर रेस्क्यू किया.
इंडिगो एयरलाइंस के दो विमान पहुंचे नेपाल
वहीं, भारतीय पर्यटकों को नेपाल से निकालने के लिए इंडिगो एयरलाइंस की चार्टर्ड फ्लाइट्स भी चलाई जा रही हैं. इंडिगो के दो विमान काठमांडू पहुंचे हैं, जिनमें से एक लैंड कर चुका है और दूसरा लैंडिंग की प्रक्रिया में है. इन विमानों के जरिए बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों को सुरक्षित भारत लाया जाएगा.
अधिकारियों के अनुसार, दूतावास लगातार भारतीय नागरिकों से संपर्क बनाए हुए है और जरूरतमंदों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है. स्थिति पर नजदीकी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी आपात परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और अधिक नागरिकों को सुरक्षित वतन वापसी कराई जाएगी.