राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार को मुंबई के बांद्रा इलाके में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने इस हमले के बाद दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है. इस घटना के बाद विपक्ष ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया है. महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
गोली लगने के बाद पूर्व कांग्रेसी सिद्दीकी (66) को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि उन पर निर्मल नगर, बांद्रा ईस्ट में कोलगेट ग्राउंड के पास स्थित कार्यालय के बाहर हमला किया गया. बाबा सिद्दीकी ने विधानसभा में तीन बार बांद्रा (पश्चिम) सीट से चुनाव लड़ा था. सिद्दीकी कई बॉलीवुड सितारों के करीबी रहे.
फरवरी 2024 में एनसीपी में हुए थे शामिल
इस साल फरवरी में, बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) गुट का दामन थाम लिया. बाबा सिद्दीकी तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं, लेकिन 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार आशीष शेलार से हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने 1992 से 1997 तक लगातार दो कार्यकालों तक नगरसेवक के रूप में भी काम किया.
NSUI से शुरू हुआ था राजनीतिक सफर
कांग्रेस-एनसीपी सरकार के दौरान, बाबा सिद्दीकी ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) और उपभोक्ता संरक्षण जैसे विभागों में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया. उनका राजनीतिक करियर किशोरावस्था में शुरू हुआ जब उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छात्र शाखा, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) में शामिल होकर अपने सफर की शुरुआत की.
इसके बाद, उन्हें मुंबई नगर निगम में नगरसेवक के रूप में चुना गया. 1999 में, वह पहली बार विधायक बने और 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम सीट से फिर से चुने गए.
भव्य इफ्तार पार्टियों के लिए भी जाने जाते थे
65 वर्षीय बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र के प्रमुख मुस्लिम नेताओं में से एक थे. उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम, और खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभागों में राज्य मंत्री के रूप में भी सेवा दी. राजनीति से ज्यादा, सिद्दीकी अपने सामाजिक गतिविधियों और हर साल आयोजित होने वाले भव्य इफ्तार पार्टियों के लिए जाने जाते थे.
बाबा सिद्दीकी का जन्म 13 सितंबर 1959 को पटना में हुआ था, लेकिन वह मुंबई में पले-बढ़े और 1977 में किशोरावस्था में ही कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्होंने स्थानीय जनता के साथ मजबूत संबंधों के कारण तेजी से पार्टी में ऊंचाई हासिल की.
1980 में बाबा सिद्दीकी बांद्रा तालुका यूथ कांग्रेस के महासचिव बने और दो साल के भीतर संगठन के प्रमुख चुने गए. 1988 में, उन्होंने मुंबई यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष का पदभार संभाला और 1992 में उन्हें नगरसेवक चुना गया. 1999 में, बाबा सिद्दीकी ने बांद्रा पश्चिम विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव जीता और तीन लगातार कार्यकालों तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
सलमान और शाहरुख में कराई थी सुलह
बाबा सिद्दीकी अपनी वार्षिक इफ्तार पार्टियों के लिए भी व्यापक रूप से पहचाने जाते थे, जो उनकी राजनीतिक पहचान का एक प्रमुख हिस्सा थीं. ये आयोजन न केवल सांस्कृतिक सद्भाव का प्रदर्शन करते थे, बल्कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, बॉलीवुड सितारों और उद्योग जगत की हस्तियों को एक साथ लाते थे.
उनकी 2013 की इफ्तार पार्टी उस समय सुर्खियों में आई जब बॉलीवुड के दो बड़े सुपरस्टार, शाहरुख खान और सलमान खान, पांच साल से चले आ रहे अपने मतभेदों को खत्म करते हुए एक-दूसरे को गले लगाया. इस 'सुलह' का श्रेय बाबा सिद्दीकी को दिया गया.