महाराष्ट्र (Maharashtra), भारत के पश्चिमी और मध्य प्रायद्वीपीय क्षेत्र में एक राज्य है जो दक्कन पठार के एक बड़े हिस्से में फैला हुआ है. महाराष्ट्र भारत में दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है और विश्व स्तर पर दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है (Maharashtra, second-most populous state). महाराष्ट्र को 6 डिवीजन और 36 जिलों में विभाजित किया गया है (Districts of Maharashtra). महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) है (Capital of Maharashtra), जो भारत में सबसे अधिक आबादी वाला शहरी क्षेत्र है. गोदावरी और कृष्णा राज्य की दो प्रमुख नदियां हैं (Rivers of Maharashtra).
इसका क्षेत्रफल 307,713 वर्ग किमी है. यह भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा राज्य है (Area of Maharashtra).
यह पश्चिम में अरब सागर, दक्षिण में कर्नाटक और गोवा के भारतीय राज्यों, दक्षिण-पूर्व में तेलंगाना और पूर्व में छत्तीसगढ़, उत्तर में गुजरात और मध्य प्रदेश और दादरा और नगर हवेली के भारतीय केंद्र शासित प्रदेश से घिरा है (Geographical Location of Maharashtra).
राज्य में कुल कृषि योग्य भूमि में से लगभग 60 प्रतिशत का उपयोग अनाज फसलों, चावल और अन्य फसलों के लिए किया जाता है (Economy of Maharashtra).
राज्य की राजधानी, मुंबई भारत की वित्तीय और वाणिज्यिक राजधानी है. भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज महाराष्ट्र में स्थित है (Bombay Stock Exchange). महाराष्ट्र सबसे विकसित भारतीय राज्यों में से एक है. GDP में 14 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बना हुआ है. ₹31.97 ट्रिलियन के GSDP और ₹225,073 प्रति व्यक्ति GSDP के साथ महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था भारत में सबसे बड़ी है.
रिकॉर्ड किए गए वन क्षेत्र के मामले में महाराष्ट्र भारतीय राज्यों में दूसरे स्थान पर है. राज्य में रिकॉर्डेड वन क्षेत्र (RFA) 159,489 वर्ग किमी है, जिसमें से 12,8,324 वर्ग किमी आरक्षित वन है,17,438 वर्ग किमी संरक्षित वन है और 13,727 वर्ग किमी जंगल है.
2011 की जनगणना के अनुसार महाराष्ट्र की कुल आबादी 11,23,74,333 है (Maharashtra Population). यहां का जनसंख्या घनत्व 370 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है (Maharashtra Density). यहां हर 1000 पुरुषों पर 929 महिला का लिंगानुपात है (Maharashtra Sex Ratio) और इस राज्य में साक्षरतार दर 84.8% है (Maharashtra Literacy). इस राज्य में मुख्य रूप से मराठी भाषा बोली जाती है यह एकमात्र आधिकारिक भाषा भी है (Language of Maharashtra).
मुंबई के कांजुरमार्ग डंपिंग ग्राउंड से निकलने वाली बदबू पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. अदालत ने बीएमसी को 'मूक दर्शक' बने रहने के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि स्वस्थ जनसंख्या और जीवन के अधिकार से समझौता नहीं किया जा सकता. अदालत ने तत्काल समाधान पेश करने के निर्देश दिए हैं.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई की बिगड़ती एयर क्वालिटी और अधिकारियों की निष्क्रियता पर कड़ी नाराज़गी जताई. कोर्ट ने प्रदूषण से जुड़े नियमों के उल्लंघन को गंभीर मानते हुए बीएमसी कमिश्नर और एमपीसीबी सचिव को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया है.
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी के प्रमुख वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और सदानंद वसंत दाते को तत्काल प्रभाव से उनके मूल कैडर महाराष्ट्र भेजने की मंजूरी दे दी है. उन्हें महाराष्ट्र पुलिस का डीजीपी बनाए जाने की चर्चा है.
इस वीडियो में कांग्रेस और शिवसेना (UBT) की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई है. बताया गया है कि दोनों के बीच दोस्ती ने किस प्रकार एक डर पैदा किया है जो बल्कि दुश्मनी से भी ज्यादा प्रभावशाली है.
महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में 288 में से 215 सीटें जीतकर महायुति ने बड़ी जीत दर्ज की है, जबकि महा विकास अघाड़ी का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा और उसे सिर्फ 51 शीर्ष पदों पर ही सफलता मिली. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिसका स्ट्राइक रेट 63 प्रतिशत से ज्यादा रहा, वहीं शिवसेना और एनसीपी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. इसके उलट कांग्रेस, उद्धव ठाकरे गुट और शरद पवार गुट का स्ट्राइक रेट 25 प्रतिशत से नीचे रहा.
कांग्रेस पार्टी को अब अकेले ही चुनाव लड़ना होगा. मुंबई में कांग्रेस पार्टी एक पर्यटक की तरह मौजूद है जो बस घूमता है, प्रचार करता है लेकिन परिणाम नहीं ला पाता. हमारी सलाह है कि कांग्रेस को प्रचार-प्रसार में सक्रिय होना चाहिए, चुनाव में बेहतर रणनीति अपनानी चाहिए ताकि जीत सके.
पिछले तीस वर्षों से मुंबई की जनता के आशीर्वाद से शिवसेना का भगवा झंडा मुंबई महानगरपालिका और ठाणे महानगरपालिका पर लगातार लहराता रहा है. 2017 में केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार के बावजूद, शिवसेना को उम्मीद है कि वे दो सीटें बीजेपी से ज्यादा जीतेंगे.
में महाराष्ट्र स्थानीय चुनाव में 288 सीटों में से 215 सीटों पर महायुति ने कब्जा किया जबकि महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. सिर्फ 51 शीर्ष पदों पर जीत मिल सकी. पूरे चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी और कामयाब पार्टी बनी है. सवाल है कि क्या महाराष्ट्र में अब अघाड़ी का भविष्य अंधकारमय हो रहा है? क्या बीएमसी चुनाव में भी बीजेपी-शिवसेना अपना कमाल दोहराएगी? देखें दंगल.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस नेता सतेज पाटिल को फोन कर गठबंधन का प्रस्ताव दिया है. सूत्रों के अनुसार, एनसीपी (अजित गुट) भाजपा से अलग राह तलाश रही है, जबकि कांग्रेस अपनी सीटों की संख्या और एमवीए सहयोगियों के साथ चर्चा के बाद ही फैसला लेगी.
मुंबई में BMC चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. बीजेपी नेता राम कदम ने चुनाव में बीजेपी और महायुति की जीत का भरोसा व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि वे चाहते हैं कि बीएमसी में महायुति का झंडा लहराए और कांग्रेस व उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला किया.
नया साल मनाने का मतलब सिर्फ शोर और भीड़ नहीं होता. अगर आप इस बार सुकून, प्रकृति और ठहराव के साथ साल की शुरुआत करना चाहते हैं, तो महाराष्ट्र का कोयना नगर एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है.
महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी की बड़ी जीत के बीच एक नया राजनीतिक चलन सामने आया है. 'एक व्यक्ति एक पद' का फॉर्मूला अब पुराना पड़ता दिख रहा है, क्योंकि कार्यकर्ताओं की जगह अब नेताओं के रिश्तेदारों का दबदबा बढ़ गया है. बीजेपी, शिंदे सेना और एनसीपी के मंत्रियों-विधायकों के परिवार वालों ने चुनावी मैदान में उतरकर शानदार जीत दर्ज की है.
पुणे में नगरपालिका चुनाव जीत के जश्न के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ है. जुलूस में इस्तेमाल किए गए कलरफुल स्प्रे से अचानक आग भड़क गई, जिससे 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना खंडोबा मंदिर की पहली सीडी के पास हुई, जहां ज्योति जली हुई थी. एनसीपी उम्मीदवार के समर्थक द्वारा स्प्रे किए गए रसायन से आग नीचे जल रही अग्निकुंड में जाकर भड़क गई. घायलों में दो नवनिर्वाचित महिलाएं, युवा और अन्य शामिल हैं. सभी घायलों का इलाज जारी है और स्थिति गंभीर बनी हुई है. यह हादसा चुनावी जश्न के उत्साह के बीच एक दुखद मोड़ साबित हुआ.
महाराष्ट्र के 288 स्थानीय निकायों के चुनाव नतीजे घोषित हो चुके हैं. बीजेपी 63 प्रतिशत के शानदार स्ट्राइक रेट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने भी कोंकण में अपना दबदबा साबित किया है. दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. विश्लेषण में सामने आया है कि एमवीए में वोट ट्रांसफर की समस्या रही, जिसकी वजह से उन्हें ज्यादातर सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा.
महाराष्ट्र के नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी नेतृत्व वाले महायुति ने 288 में से 212 सीटें जीतकर बड़ी बढ़त हासिल की. अलग-अलग लड़ने के बावजूद गठबंधन मजबूत रहा, जबकि महाविकास अघाड़ी को करारी हार का सामना करना पड़ा.
Maharashtra नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में BJP-led Mahyuti ने 288 में से 212 सीटें जीतकर MVA को करारी शिकस्त दी. Ajit Pawar, Eknath Shinde और BJP की रणनीति ने बदली सियासी तस्वीर.
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो गया है. यात्रा के दौरान शेख अख्तर नवाज शेख नाम का एक युवक जबरन लेडीज डिब्बे में घुस गया. डिब्बे में मौजूद महिलाओं ने जब उसकी मौजूदगी पर आपत्ति जताई और सवाल-जवाब किए तो वह हिंसक हो गया.
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे का मिलकर बीएमसी चुनाव लड़ना पक्का हो गया है. ये बात संजय राउत ने ही बताई है. लेकिन जिस तरह से कांग्रेस अलग राह पकड़ने की बात कर रही है, और नगर निकाय के जो नतीजे आए हैं - ठाकरे बंधुओं की राजनीतिक भविष्यवाणी लगता है 16 जनवरी को ही सुनाई जाएगी.
महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में NDA ने जबरदस्त जीत हासिल की है. महायुती की इस प्रचंड जीत में विपक्षी महाविकास आघाड़ी को बहुत कम सफलताएं मिलीं. 288 नगर पंचायतों और परिषदों के चुनाव में महायुती ने 207 अध्यक्ष पद जीतकर अपनी मजबूत पकड़ साबित की. जबकि महाविकास आघाड़ी के खाते में शिर्फ 44 सीटें आई.
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव के लिए हाथ मिलाने की तैयारी में हैं. इस गठबंधन की रणनीति का केंद्र ‘MaMu’ यानी मराठी-मुस्लिम समीकरण होगा. सीट शेयरिंग के प्रारंभिक फॉर्मूले के तहत शिवसेना (यूबीटी) 140 से 150 सीटों पर, जबकि एमएनएस 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और विधायक मानिकराव कोकाटे को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अदालत ने धोखाधड़ी मामले में उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगा दी है. कोर्ट के इस आदेश के बाद कोकाटे विधायक बने रहेंगे और विधानसभा से अयोग्य नहीं होंगे. हालांकि वे किसी भी 'ऑफिस ऑफ प्रॉफिट' यानी लाभ के पद पर नहीं रह सकेंगे.