चारा घोटाले से जुड़े मामले में सजा काट रहे राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को रांची की सीबीआई कोर्ट में सरेंडर किया. बता दें कि लालू 10 मई को अपने बेटे तेजप्रताप यादव की शादी के लिए बाहर आए थे, जिसके बाद अब करीब 110 दिन बाद वह जेल लौटे. जिसके बाद लालू को कोर्ट से जेल ले जाया गया. जेल में मेडिकल टेस्ट कराने के बाद लालू यादव को रिम्स अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया.
सरेंडर करने से पहले लालू यादव ने कहा कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है, जो भी कोर्ट का आदेश होगा वह उसका पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी कोई इच्छा नहीं है. हालांकि, लालू ने कहा कि रिम्स अस्पताल में सुविधाओं की कमी है, वहां पर इन्फेक्शन फैला हुआ है.
लालू यादव, पिछले कई दिनों से जमानत पर थे, वह मुंबई में अपना इलाज करा रहे थे. लालू के सरेंडर करने से पहले गुरुवार को झारखंड विकास मोर्चा (JVM) चीफ बाबूलाल मरांडी ने रांची में उनसे मुलाकात की.
Jharkhand Vikas Morcha chief Babu Lal Marandi met Lalu Prasad Yadav in Ranchi. Yadav has been ordered to surrender today by HC in connection with fodder scam pic.twitter.com/b0l9ihuwLN
— ANI (@ANI) August 30, 2018
लालू से मुलाकात करने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राजनीति के कारण बीजेपी लालू यादव पर शिकंजा कस रही है. इस सरकार का बस चले तो दलितों की आवाज उठाने वालों पर गोली चलवा दे.
बीते 27 अगस्त को लालू की जमानत की मियाद पूरी हो रही थी. इससे पहले लालू ने अदालत से औपबंधिक जमानत की अवधि तीन महीने और बढ़ाने की अपील की थी जिसे अदालत ने अस्वीकार करते हुए उन्हें 30 अगस्त तक सीबीआई अदालत में आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया था.
सरेंडर करने से पहले मोदी सरकार को घेरा
पटना से रवाना होने से पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि देश तानाशाह शासन की ओर बढ़ रहा है.
पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में लालू ने बिहार में कानून व्यवस्था ठीक नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पूरी तरह से अराजकता का माहौल है. उन्होंने कहा कि जब रोम जल रहा था, नीरो बंसी बजा रहा था, वही हालत नीतीश की है. लालू ने आरोप लगाया कि कोई ऐसा दिन नहीं है कि खून, हत्या और बलात्कार की वारदात नहीं घट रही है.
लालू एम्स से जब मई महीने में डिस्चार्ज होकर रिम्स में इलाज के लिए गए तो उस समय वह करीब 15 बीमारियों से जूझ रहे थे. इन बीमारियों में टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पेरिएनल एब्सेस, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, बाएं आंख में मोतियाबिंद, वॉल्व रिप्लेसमेंट और फैटी लीवर शामिल हैं.