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बिहार: बगहा में आईपीएस अफसर विकास वैभव के नाम चौराहा

आपने किसी नेता या स्वतंत्रता सेनानी के नाम का चौराहा तो सुना और देखा भी होगा. लेकिन बिहार कैडर के एक ऐसे आईपीएस अधिकारी हैं जिनके नाम पर एक चौराहे का नाम रखा जा रहा है. ये आईपीएस अफसर हैं विकास वैभव. यह चौराहा तो पश्चिम चम्पारण के बगहा में है लेकिन ये आईपीएस अधिकारी अभी भागलपुर रेंज के डीआईजी के पद पर तैनात हैं.

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IPS अफसर विकास वैभव
IPS अफसर विकास वैभव

आपने किसी नेता या स्वतंत्रता सेनानी के नाम का चौराहा तो सुना और देखा भी होगा. लेकिन बिहार कैडर के एक ऐसे आईपीएस अधिकारी हैं जिनके नाम पर एक चौराहे का नाम रखा जा रहा है. ये आईपीएस अफसर हैं विकास वैभव. यह चौराहा तो पश्चिम चम्पारण के बगहा में है लेकिन ये आईपीएस अधिकारी अभी भागलपुर रेंज के डीआईजी के पद पर तैनात हैं.

2003 बैच के आईपीएस अफसर विकास वैभव जब 2007 में बगहा के एसपी हुआ करते थे और उस समय उस इलाके के लिए जो काम किया उसको याद करते हुए आज 10 वर्षों के बाद उनके नाम पर चौराहे का नाम रखा जा रहा है. इसके लिए विधिवत कार्यक्रम 1 सितंबर शुक्रवार को आयोजित किया जा रहा है. बगहा के समरकोला गांव के बीच एक चौराहा है जिसका नाम अब विकास वैभव चौराहा होगा. लोग अब इसी नाम से इस चौराहे को जानेंगे.

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2007 में जब विकास वैभव बगहा के एसपी बनकर आये थे तब इस इलाके को चम्पारण का चंबल कहा जाता था. यह चौराहा तब सुनसान और अपराधियों का अड्डा बना हुआ था. लोग दिन में भी उधर से गुजरने से डरते थे. उसी इलाके के गजेन्द्र यादव ने, जो पर्यावरण को लेकर खासे सजग थे, उस चौराहे और आसपास के इलाकों में पौधा लगाने का काम शुरू किया. गजेन्द्र यादव ने तत्कालीन एसपी विकास वैभव से मिलकर उस चौराहे की समस्या बताई और कहा कि अपराधियों की वजह से वहां से गुजरना भी मुश्किल हो गया है.

अपने कर्तव्य के प्रति सजग एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए न सिर्फ उस चौराहे तो अपराधियों से मुक्त कराया बल्कि गजेन्द्र यादव को और पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित भी किया. यहां 7 लाख पेड़ लग चुके हैं. आज यह इलाका गुलजार है. दुकानें सज गई हैं. पेड़ पौधे बड़े हो गए और इसने एक सुन्दर बाजार का रूप ले लिया है. विकास वैभव की वजह से अब दिन में क्या, देर रात तक दुकानें खुली रहती हैं. यहां बहार भी है और व्यापार भी. गजेन्द्र यादव कहते हैं कि स्थानीय लोगों और गांववालों ने तय किया कि इस चौराहे का नाम विकास वैभव चौराहा रख दिया जाए, ताकि आने वाले अधिकारी भी इससे प्रेरणा ले सकें.

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विकास वैभव ने अपने कार्यकाल में बगहा को न सिर्फ अपराधियों से मुक्त कराया बल्कि समाज के लिए कई काम भी किए. यही वजह थी उनका ट्रांस्फर होने पर बगहा के लोगों ने आंदोलन किया था. यानि आज भी बगहा के लोग उस एसपी को याद करते हैं जिसका नाम विकास वैभव है.

विकास वैभव आईआईटी कानपुर से पोस्ट ग्रेजुएट हैं. उन्होंने नेशनल इन्वेस्ट‍िगेशन एजेंसी यानि एनआईए में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वो अभी भागलपुर रेंज के डीआईजी हैं. पर्यावरण और ऐतिहासिक धरोहरों से इनका विशेष प्रेम रहा है. साथ में फोटोग्राफी का भी इन्हें शौक है.

 

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