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अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बयान से विवाद पर जताया खेद, फिर बोले-'मुसलमान देश में महफूज नहीं' 

आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी अपने हालिया बयान को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. दरअसल उन्होंने कहा था कि देश में मुसलमानों के लिए माहौल खराब है. मैंने विदेश में रह रहे अपने बच्चों को देश न लौटने की सलाह दी है. वहीं इस बयान पर विवाद होने के बाद उन्होंने खेद जताया लेकिन वे मुसलमानों पर दिए बयान पर अब भी कायम हैं.

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आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने अपना बयान दोहराया (फाइल फोटो)
आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने अपना बयान दोहराया (फाइल फोटो)

आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने विवादित बयान देने के एक दिन बाद शुक्रवार को अब यू-टर्न ले लिया है. सिद्दीकी ने आजतक से कहा कि उन्हें लगता है कि अगर उनके बयान से किसी को तकलीफ हुई है तो वह उसके लिए खेद व्यक्त करते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि मुस्लिम आबादी देश में महफूज नहीं है, यहां अब प्यार-भाईचारे का माहौल नहीं रहा. 

सिद्दीकी बोले कि उन्होंने अपने बयान में हिंदू-मुसलमान का सवाल नहीं उठाया था. उनका मकसद हंगामा खड़ा नहीं था, वह एक सार्थक बहस शुरू करना चाहते थे. अगर उनके बयान से किसी को दिक्कत है तो वे उनका वैचारिक विरोध करें, उन्हें पूरी आजादी है.

उन्होंने कहा कि हम कुछ बोलते हैं तो कह दिया जाता है कि पाकिस्तान भेज दीजिए. अब हमें नहीं समझ आता कि उन्हें पाकिस्तान कितना प्रिय है. हम तो उसे दुनिया का सबसे खराब मुल्क मानते हैं. 

उन्होंने कहा कि हमने यह बयान देकर अपना मकसद पूरा कर लिया है. उन्होंने कहा- मैं घृणा-नफरत-द्वेष की राजनीति करने वालों को यह संदेश देना चाहते थे कि बहुत से ऐसे लोग हैं, जो उनकी इस तरह की राजनीति से आहत हैं और उन्हें अपने बच्चों को यह कहना पड़ रहा है कि तुम विदेश जाओ, वहीं नौकरी करके वहीं की नागरिकता ले लो. कोई भी व्यक्ति अगर ऐसा बयान देता है तो वह बहुत दुखी होकर देता है.

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आरजेडी नेता का यह है पूरा बयान

अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बिहार में एक कार्यक्रम में कहा था कि देश मुसलमानों के लिए असुरक्षित हो गया है. देश में मुसलमानों के लिए माहौल खराब है, इसलिए विदेश में पढ़ाई कर रहे अपने बच्चों को मैंने देश ना लौटने की सलाह दी है.

अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा था, 'मेरा एक बेटा है जो हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और एक बेटी है जो लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स की पास आउट है. देश का जो माहौल है, ऐसे में हमने अपने बेटा-बेटी को कहा कि उधर ही नौकरी कर लो. अगर नागरिकता भी मिले तो ले लेना. अब भारत में माहौल नहीं रह गया है. पता नहीं तुम लोग झेल पाओगे या नहीं झेल पाओगे.' 

पूर्व मंत्री सिद्दीकी ने कहा कि आप समझ सकते हैं कि कितनी तकलीफ से कोई ये बातें अपने बच्चों से कहेगा कि अपने वतन को छोड़ जाओ. देश में ऐसा दौर आ गया है कि मुझे अपने बच्चों से यह कहना पड़ा. उन्होंने यह बात हाल में बिहार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही. कार्यक्रम जेडीयू के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था.

अब्दुल बारी सिद्दीकी आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं. वह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के भरोसेमंद और करीबी माने जाते हैं. सिद्दीकी 2007 में बिहार आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. साथ ही 2010 में वह नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा वह बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.

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