बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है. मुंगेर विधानसभा सीट से जन सुराज के प्रत्याशी संजय सिंह ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का साथ अपना लिया है. संजय सिंह ने न केवल बीजेपी की सदस्यता ली बल्कि उन्होंने आगामी चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन का भी ऐलान किया है.
जन सुराज द्वारा संजय सिंह को मुंगेर सीट से उम्मीदवार घोषित किया गया था और वे पिछले कुछ महीनों से सक्रिय प्रचार में लगे थे, लेकिन पहले चरण के मतदान से पहले उनके बीजेपी में शामिल होने से प्रशांत किशोर की चुनावी रणनीति पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है.
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बीजेपी में शामिल होने के बाद संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने यह फैसला "राज्य के विकास और स्थिर सरकार" के हित में लिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने जो काम किया है, उसे आगे बढ़ाने के लिए वे अब बीजेपी के साथ रहेंगे.
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मुंगेर में किस पार्टी से कौन लड़ रहा चुनाव?
बीजेपी ने मुंगेर विधानसभा क्षेत्र संख्या 165 से कुमार प्रणय को उम्मीदवार बनाया है. वहीं राजद की तरफ से अविनाश कुमार विद्यार्थी मैदान में हैं. वहीं अब जन सुराज के संजय सिंह के बीजेपी में जाने से मुख्य मुकाबला अब बीजेपी और आरजेडी में हो सकती है.
ओवैसी ने भी मुंगेर में उतारे उम्मीदवार
मुंगेर उन 25 सीटों में से एक है जिन पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चुनाव लड़ रही है, जहां पार्टी ने पूर्व राज्य मंत्री मोनाज़िर हसन को मैदान में उतारा है, जो नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव, दोनों के मंत्रिमंडल में रह चुके हैं.
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मुंगेर सीट पर हार-जीत का इतिहास
2010 में यह सीट जदयू के अनंत कुमार सत्यार्थी ने जीती थी; 2015 में राजद के विजय कुमार 'विजय' ने जदयू विधायक को 2.60% के अंतर से हराया था. 2020 में बीजेपी को मौका मिला और प्रणव कुमार को मात्र 0.8% वोटों से जीत दिलाई थी. हालांकि, जीत का सबसे बड़ा अंतर 2005 में रहा था, जब जदयू उम्मीदवार 11% से ज़्यादा वोटों से जीता था.