बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग की ओर से वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर और सत्यापन कराया जा रहा है. विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ रही हैं. वहीं, धरातल पर एसआईआर तेज गति से चल रहा है.
बिहार में चुनाव आयोग की टीम ने एसआईआर का लगभग दो तिहाई काम पूरा कर लिया है. सूबे में 66.16 फीसदी गणना फॉर्म भरवाकर आयोग की टीमें जमा करा चुकी हैं. चुनाव आयोग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तारीख में अभी 15 दिन बाकी हैं और दो तिहाई कार्य पूरा कर लिया गया है.
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चुनाव आयोग के मुताबिक एसआईआर में 77 हजार 895 बूथ लेवल अफसर (बीएलओ) के साथ ही विशेष रूप से नियुक्त 20 हजार 603 अतिरिक्त बीएलओ जुटे हुए हैं. इस कार्य में करीब चार लाख वॉलंटियर्स के साथ ही मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के 1 लाख 56 हजार बूथ लेवल एजेंट भी बीएलओ का पूरा-पूरा सहयोग कर रहे हैं.
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एसआईआर की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी और शुरुआती 16 दिनों में ही (10 जुलाई की शाम 6 बजे तक) 5 करोड़ 22 लाख 44 हजार 956 हजार गणना फॉर्म जमा करा लिया है. बिहार में कुल 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाता हैं. एसआईआर की कवायद के लिए आयोग की ओर से 7 करोड़ 90 लाख फॉर्म प्रिंट कराए थे.
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प्रिंट कराए गए कुल फॉर्म में से करीब 7 करोड़ 71 लाख गणना फॉर्म मतदाताओं के बीच वितरिए किए जा चुके हैं, जो कुल प्रिंट गणना फॉर्म का करीब 98 फीसदी है.