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PAK में आया चीनी Z-10ME अटैक हेलिकॉप्टर... जानिए भारत के प्रचंड-अपाचे के सामने कितनी देर टिक पाएगा

Z-10ME-II हेलिकॉप्टर चीन और पाकिस्तान की साझेदारी को मजबूत करता है. भारत के लिए खतरा बन सकता है, खासकर LoC पर. यह सस्ता और हथियारों से लैस है, लेकिन प्रचंड की ऊंचाई और अपाचे के जंगी अनुभव के सामने कमजोर है. भारत को अपनी सेना और तकनीक को और मजबूत करना होगा, ताकि इस खतरे का जवाब दे सके.

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ये है चीन से पाकिस्तान को मिला Z-10ME अटैक हेलिकॉप्टर. (File Photo: X/weixin)
ये है चीन से पाकिस्तान को मिला Z-10ME अटैक हेलिकॉप्टर. (File Photo: X/weixin)

पाकिस्तानी सेना प्रमुख सैयद असिम मुनीर ने हाल ही में मुल्तान में एक भव्य समारोह में चीनी Z-10ME-II अटैक हेलिकॉप्टर का निरीक्षण किया. यह हेलिकॉप्टर चीन और पाकिस्तान की बढ़ती साझेदारी का नतीजा है. अब इसे पाकिस्तानी सेना में शामिल कर लिया गया है.

लोग इसे "ड्रैगन" कहकर बुला रहे हैं, जो पाकिस्तान के आसमान में उड़ान भर रहा है. लेकिन सवाल यह है कि यह भारत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? आइए, समझते हैं कि यह हेलिकॉप्टर क्या है?  

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Z-10ME-II क्या है?

Z-10ME-II एक उन्नत अटैक हेलिकॉप्टर है, जिसे चीन की चांगहे एयरक्राफ्ट इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (CAIC) ने बनाया है. इसे खास तौर पर पाकिस्तान की जरूरतों के लिए डिजाइन किया गया है. यह हेलिकॉप्टर 2 अगस्त 2025 को मुल्तान आर्मी एविएशन बेस पर औपचारिक रूप से शामिल किया गया. इसकी खासियतें हैं...

  • वजन और रेंज: इसका वजन 7.2 टन है. यह 800 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है.
  • हथियार: इसमें 30mm की ऑटो-कैनन, एंटी-टैंक मिसाइलें, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और रॉकेट लॉन्चर लगे हैं.
  • तकनीक: इसमें रडार चेतावनी सिस्टम, इन्फ्रारेड काउंटरमेजर्स और जैमिंग सिस्टम हैं, जो इसे दुश्मन की मिसाइलों से बचाते हैं.
  • पेलोड: 1,500 किलोग्राम तक हथियार ले जा सकता है.

यह हेलिकॉप्टर पाकिस्तान की पुरानी AH-1F कोबरा हेलिकॉप्टरों की जगह ले रहा है, जो अब पुराने पड़ गए हैं.

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भारत के लिए खतरा कैसे?

Z-10ME-II का भारत के लिए खतरा इस तरह से बढ़ रहा है...

Z 10 ME helicopter Pakistan China India

  • एलओसी पर चुनौती: यह हेलिकॉप्टर कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय सेना के लिए खतरा बन सकता है. यह टैंकों और सैनिकों पर हमला कर सकता है.
  • चीन-पाक साझेदारी: चीन और पाकिस्तान की दोस्ती से यह हेलिकॉप्टर भारत के खिलाफ एक नई रणनीति का हिस्सा हो सकता है, खासकर हिमालयी इलाकों में.
  • तकनीकी बढ़त: ड्रोन और रडार जैसी तकनीक से यह हेलिकॉप्टर भारतीय सीमाओं पर निगरानी और हमले तेज कर सकता है.
  • आतंकवाद का समर्थन: यह हेलिकॉप्टर आतंकी गतिविधियों में भी इस्तेमाल हो सकता है, जैसे कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर से बने आतंकी कैंप्स की सुरक्षा.

भारत को अपनी सीमाओं पर सख्ती बढ़ानी होगी, क्योंकि यह हेलिकॉप्टर कम लागत वाला और आसानी से उपलब्ध हथियार है.

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Z-10ME-II बनाम LCH प्रचंड

भारत का LCH (लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर) प्रचंड हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाया गया है. इसे हिमालयी और ऊंचाई वाले इलाकों के लिए डिजाइन किया गया है. तुलना इस तरह है...

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Z 10 ME helicopter Pakistan China India

  • ऊंचाई: प्रचंड 15800 फीट तक उड़ सकता है, जो Z-10ME-II से बेहतर है. Z-10ME-II लगभग 19,700 फीट तक जा सकता है, लेकिन ऊंचाई पर प्रदर्शन कमजोर हो सकता है. 
  • रेंज: प्रचंड की रेंज 700 किलोमीटर है, जबकि Z-10ME-II की 800 किलोमीटर है. यानी Z-10ME-II थोड़ा दूर तक जा सकता है.
  • हथियार: प्रचंड में हेलिना मिसाइलें और 20mm तोप हैं, जो टैंक और दुश्मन सैनिकों के खिलाफ कारगर हैं. Z-10ME-II में 30mm तोप और ज्यादा हथियार ले जाने की क्षमता है.
  • तकनीक: प्रचंड में स्वदेशी ग्लास कॉकपिट और सेंसर हैं, जो इसे Z-10ME-II से ज्यादा भरोसेमंद बनाते हैं. Z-10ME-II की तकनीक अभी जंग में पूरी तरह टेस्ट नहीं हुई.
  • लागत: प्रचंड भारत में बनता है, जो लागत कम करता है. Z-10ME-II सस्ता है, लेकिन चीन पर निर्भरता बढ़ाता है.

प्रचंड की ताकत ऊंचाई और स्वदेशी तकनीक में है, जबकि Z-10ME-II रेंज और हथियारों में थोड़ा आगे है.

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Z-10ME-II बनाम अपाचे AH-64E

अमेरिकी अपाचे AH-64E भारत की नौसेना का सबसे ताकतवर हेलिकॉप्टर है. इसकी तुलना इस तरह है...

Z 10 ME helicopter Pakistan China India

  • जंग का अनुभव: अपाचे का 30 साल से ज्यादा का जंगी अनुभव है, जिसमें इराक और अफगानिस्तान शामिल हैं. Z-10ME-II का कोई बड़ा जंगी रिकॉर्ड नहीं है.
  • रडार और सेंसर: अपाचे में लॉन्गबो रडार और उन्नत निशानेबाजी सिस्टम हैं, जो रात में भी काम करते हैं. Z-10ME-II में ये सुविधाएं सीमित हैं.
  • रफ्तार और ऊंचाई: अपाचे 293 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ता है और 6,400 मीटर तक जा सकता है. Z-10ME-II की रफ्तार 300 किमी/घंटा और ऊंचाई 6,000 मीटर है, लेकिन ऊंचाई पर कमजोर है.
  • हथियार: अपाचे में हेलफायर मिसाइलें और 30mm चेन गन हैं, जो टैंक और हेलिकॉप्टर दोनों को निशाना बना सकते हैं. Z-10ME-II भी हथियारों में मजबूत है, लेकिन सटीकता में पीछे है.
  • रक्षा: अपाचे में बेहतर इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर्स हैं, जो मिसाइल हमलों से बचाते हैं. Z-10ME-II में भी रक्षा सिस्टम हैं, लेकिन अपाचे जितने मजबूत नहीं.

अपाचे का अनुभव और तकनीक Z-10ME-II से कहीं आगे है, खासकर ऊंचाई और जंग में.

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भारत के लिए क्या करना चाहिए?

  • तैयारी: भारतीय सेना को अपाचे और प्रचंड की तैनाती LoC और LAC पर बढ़ानी चाहिए.
  • निगरानी: ड्रोन और सैटेलाइट से Z-10ME-II की गतिविधियों पर नजर रखें.
  • स्वदेशी ताकत: प्रचंड जैसे हेलिकॉप्टरों का उत्पादन तेज करें, ताकि चीन और पाकिस्तान पर निर्भरता न रहे.
  • जागरूकता: सीमा पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दें.
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